By रेनू तिवारी | Jun 06, 2022
पंजाब में अकाल तख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह को हाल ही में केंद्र सरकार की तरफ से जेड कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गयी है। पंजाब की मान सरकार ने पिछले दिनों ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा में कटौती की थी, राज्य की तरफ से सुरक्षा के लिए दिए गये 6 जवानों में से सरकार ने 3 जवानों को वापस बुला लिया था जिसके बाद ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बचे हुए तीन जवानों की भी सुरक्षा राज्य सरकार को वापस कर दी थी। तख्त के जत्थेदार के रूप में खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार मे उन्हें जेड कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया करवायी है। सुरक्षा की पेशकश के बाद ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने ताजा बयान से पंजाब में हड़कंप मचा दिया है।
अकाल तख्त प्रमुख की मांग से मचा हड़कंप
सिद्धू मूसेवाला की सरेआम हत्या के बाद अकाल तख्त प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने ये अपील कि है कि सिखों को अपनी स्वयं की सुरक्षा करने के लिए हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाए। उनके इस बयान के बाद राज्य में विवाद खड़ा हो गया। तख्त के जत्थेदार ने कहा कि सिखों को हथियार प्रशिक्षण देने के लिए बकायदा अकादमियां शुरू करनी चाहिए जहां लोग अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करना सीख सकें।
स्वर्ण मंदिर के बाहर खालिस्तान समर्थकों ने लगाये नारे
ज्ञानी हरप्रीत सिंह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे जहां कथित तौर पर खालिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे। भीड़ ने कथित तौर पर सिख कैदियों की रिहाई की मांग भी उठाई। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा "सिखों को कभी आजादी नहीं मिली। सिखों को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर करने का प्रयास किया गया है। धार्मिक ताकत हासिल करने की जरूरत है। सरकार ने इस बार पुलिस तैनात करके सिखों को रोकने की पूरी कोशिश की।"
सिखों को अत्याधुनिक हथियारों चलाने का प्रशिक्षण मिलना चाहिए!
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि अपराध बढ़ रहे हैं और हर धर्म को अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है, ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा "सिखों को अत्याधुनिक हथियारों का प्रशिक्षण मिलना चाहिए।" उनका यह बयान पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या करने के कुछ दिनों बाद आया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल जेड-सुरक्षा कवर प्रदान करने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इसे लेने से इनकार कर दिया था।