By अंकित सिंह | Jun 14, 2022
देश में राष्ट्रपति चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है। सत्ता पक्ष और विपक्ष उम्मीदवार के नाम को लेकर लगातार मंथन कर रही है। विपक्ष के कद्दावर नेताओं में से एक शरद पवार भी लगातार राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी नेताओं से चर्चा कर रहे हैं। इन सबके बीच खबर यह भी आई थी क्या शरद पवार भी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ सकते हैं? इसके जवाब में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता दिलीप वालसे पाटिल का जवाब सामने आया है। पाटिल ने कहा कि शरद पवार राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार होंगे या नहीं,इस पर पवार साहब ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह उम्मीदवार नहीं होंगे।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने कहा कि कल इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। सभी नेता आज दिल्ली में बैठक कर रहे हैं। सभी दलों के नेता मिलेंगे तो निश्चित तौर पर फैसला लिया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनसे राष्ट्रपति चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार उतारने की संभावना पर सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ बातचीत करने को कहा है। सोनिया के निर्देश के बाद, राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की थी। पवार ने संकेत दिया था कि राष्ट्रपति चुनाव का मुद्दा 20 जून के बाद गति पकड़ सकता है, जब महाराष्ट्र विधानपरिषद की 10 सीट के लिए मतदान हो जाएगा।
राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होगा
निर्वाचन आयोग ने घोषणा की कि अगला राष्ट्रपति निर्वाचित करने के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा तथा मतगणना 21 जुलाई को होगी। इस चुनाव में सांसदों और विधायकों वाले निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे। लोकसभा और राज्यसभा के साथ-साथ कई राज्य विधानसभाओं में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संख्या बल के मद्देनजर पार्टी आगामी चुनाव में अपने उम्मीदवार की जीत आसानी से सुनिश्चित करने की स्थिति में है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 15 जून को अधिसूचना जारी होने के बाद नामांकन पत्र दाखिल किया जा सकता है और 29 जून इसके लिये आखिरी तारीख होगी। राष्ट्रीय राजधानी में 21 जुलाई को राज्यों से सभी मतपत्र यहां लाए जाने के बाद मतगणना होगी। राष्ट्रपति कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी को इससे पहले नियुक्त किया जाना है।