By अंकित सिंह | May 27, 2022
राज्यसभा की खाली हो रही सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं। हालांकि इस चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा राजनीतिक सरगर्मियां बिहार में बढ़ी हुई हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह के टिकट को लेकर अभी भी बात नहीं बन पाई है। फिलहाल, आरसीपी सिंह मोदी सरकार में मंत्री हैं। हालांकि, इस बार वह दोबारा से राज्यसभा जाएंगे या नहीं जाएंगे? इसको लेकर लगातार कयासों का दौर जारी है। कई दिन से बिहार की सियासत में यह बड़ा मुद्दा बना हुआ है। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार इस बार आरसीपी सिंह को राज्यसभा भेजने के मूड में नहीं है। राजनीतिक विश्लेषक तो यह भी बताते हैं कि अब आरसीपी सिंह भाजपा के काफी नजदीक हो गए हैं और यही कारण है कि नीतीश कुमार से उनकी दूरी बढ़ गई है।
इन सबके बीच गुरुवार शाम नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच मुलाकात हुई। यह मुलाकात लगभग 1 घंटे तक चली। इस मुलाकात के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह भी मौजूद रहे। सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात के बाद भी आरसीपी सिंह के राज्यसभा टिकट को लेकर बात नहीं बन पाई है। दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के बीच मुलाकात के दौरान विकास कार्यों को लेकर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं ने राज्यसभा टिकट को लेकर कोई बातचीत नहीं की है। आरसीपी सिंह को लेकर अभी भी कयासों का दौर जारी है। अभी भी सवाल बना हुआ है कि क्या वह राज्यसभा जाएंगे या नहीं जाएंगे? जब आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकल रहे थे, तब मीडिया ने उनसे सवाल करने की कोशिश की। हालांकि वह बिना जवाब दिए ही आगे बढ़ गए।
आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के साथ संबंधों को लेकर पूछे गए सवालों को टाला
इससे पहले आरसीपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछे गए सवालों को टाल दिया था। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का राज्यसभा में कार्यकाल अगले महीने समाप्त हो रहा है। उन्होंने उन अटकलों में भी शामिल होने से इंकार कर दिया था कि नीतीश कुमार उन्हें पार्टी से दोबारा राज्यसभा उम्मीदवार बनाने को लेकर अनिच्छुक दिख रहे हैं। आरसीपी सिंह की सीट बिहार से राज्यसभा की उन पांच सीटों में शामिल है जहां चुनाव होने हैं। एक साल पहले नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का राज्यसभा में लगातार दूसरा कार्यकाल चल रहा है। आरसीपी ने अपने ट्विटर हैंडल के बारे में सवालों को भी टाल दिया जिसमें जदयू के साथ उनके जुड़ाव का कोई उल्लेख अब नहीं है। हालांकि, इसमें उनके राजनीतिक जीवन और उनके नौकरशाही और शैक्षणिक करियर के अन्य सभी विवरण मौजूद हैं।