By अनुराग गुप्ता | Jun 20, 2022
लखनऊ। सशस्त्र बलों में भर्ती की नई 'अग्निपथ' योजना को लेकर पीलीभीत सांसद वरुण गांधी ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जब एक नौजवान का सपना मरता है, तो पूरे देश का सपना मरता है। क्या 4 साल के पश्चात अग्निवीरों का सम्मानजनक पूनर्वास होगा? मेरा मानना है कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति की आवाज न सुनी जाए, तब तक कोई भी कानून का निर्माण न हो।
एक करोड़ से ज्यादा पद हैं खाली
वरुण गांधी ने कहा कि अग्निपथ योजना के बारे में कई नौजवानों ने पिछले 2 दिनों में सोशल मीडिया में लिखकर अपनी चिंताएं रखी हैं। हमारे देश में एक करोड़ से ज्यादा सरकारी पद खाली पड़े हैं। केवल परीक्षा की फीस से 1300 करोड़ रुपए सरकार सालाना कमाती है। मैं प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहता हूं कि इससे पहले कि हम 10 लाख नई नौकरियां बनाएं उससे पहले एक करोड़ खाली पड़े पदों को भरा जाए तो लगभग 5 से 10 करोड़ लोग खड़े हो जाएंगे।
अभ्यर्थियों के समर्थन में खड़े हैं वरुण गांधी
इससे पहले वरुण गांधी ने अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए अपनी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि 'अग्निपथ योजना' को लाने के बाद महज कुछ घंटे के भीतर इसमें किए गए संशोधन यह दर्शाते हैं कि संभवतः योजना बनाते समय सभी बिंदुओं को ध्यान में नहीं रखा गया। जब देश की सेना, सुरक्षा और युवाओं के भविष्य का सवाल हो तो ‘पहले प्रहार फिर विचार’ करना एक संवेदनशील सरकार के लिए उचित नहीं।