By एकता | Aug 03, 2022
आज के दौर में रिश्तों को लेकर लोगों की सोच बदलती और खुलती जा रही है। पहले की तुलना में आजकल शादीशुदा व्यक्ति खुद के साथ अपनी पत्नी की जरूरतों को बेहतर भी तरीके से समझने लगे हैं। आज शादी के बाद जिम्मेदारियां निभाना सिर्फ महिलाओं का काम नहीं रह गया है, बल्कि पुरुष भी इसमें अपना पूरा योगदान करने लग गए हैं। पुरुष अपनी पत्नियों का ज्यादा ख्याल और साथ ही वह उनकी इच्छाओं की इज्जत भी करने लगे हैं। इसका खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ के हाल ही में हुए एक सर्वे में हुआ है। सर्वे में यह बात सामने आई है कि 66 प्रतिशत पुरुषों का यह मानना है कि अगर उनकी पत्नी का सेक्स करने का मन नहीं है तो उन्हें उनके साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए।
इन हालातों में पत्नी को No कहने का है हक
नेशनल फैमिली हेल्थ के हाल के सर्वे में हिस्सा लेने वाले पुरुषों में 66 प्रतिशत का मानना है कि कुछ हालातों में पत्नी को सेक्स के लिए नो कहने का हक है। अगर इन हालातों में पत्नी सेक्स नहीं करना चाहती तो पति को उनपर दबाब नहीं बनाना चाहिए। किन हालातों में पत्नी अपने पति को सेक्स करने से मना कर सकती है।
पहला- अगर पत्नी थकी हुई है तो वह पति को सेक्स करने से मना कर सकती है।
दूसरा- अगर पति को किसी तरह की सेक्सुअली ट्रांसमीटेड डिजीज है तो पत्नी सेक्स के लिए मना कर सकती है।
तीसरा- अगर पति किसी और के साथ रिश्ते में है तो पत्नी सेक्स के लिए मना कर सकती है।
सर्वे में यह बात भी सामने आयी है कि करीब 8 प्रतिशत महिलाओं और 10 प्रतिशत पुरुषों का मानना है कि इन तीनों हालातों में भी पत्नी को पति के साथ संबंध बनाने से मना नहीं करना चाहिए। वहीं,पांच में से चार महिलाओं का मानना है कि उन्हें सेक्स के लिए ना कहने का अधिकार है।
इन राज्यों की महिलाएं सबसे ज्यादा ना कहती हैं
इन तीन हालातों में गोवा की 92 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश की 63 प्रतिशत और जम्मू-कश्मीर की 65 प्रतिशत महिलाओं की अपने पति के साथ यौन संबंध बनाने से इंकार करने की संभावना रखती है।