By एकता | Apr 29, 2024
आजकल लोग रिलेशनशिप और शादी से भाग रहे हैं। मैं उनमें से एक हूं। मुझे लगता है कि अकेले रहना और अपनी जिंदगी अपने हिसाब से जीना आसान है। और यदि आप मेरे जैसे ही हैं तो शांत रहें, हम इस प्यार की दुनिया में अकेले नहीं हैं, जो अकेले रहना पसंद करते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ दशकों में विश्व स्तर पर अकेलेपन की दर बढ़ रही है। दुनियाभर के कई देशों में लोग शादी में देरी करना या लंबे समय तक अकेले रहना पसंद कर रहे हैं।
जब चर्चा इस विषय पर आती है कि लोग सिंगल क्यों रहना चाहते हैं, तो ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि हमारे पास कुछ समस्याएं या किसी प्रकार की असुरक्षा है, जिसकी वजह से हमारे लिए साथी ढूंढना या रिश्ता बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। ये सच है? अगर है तो कितना? चलिए विस्तार से चर्चा करते हैं।
सिंगल लोगों की बढ़ती संख्या
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अब लोग रिलेशनशिप में रहने की बजाय अकेले यानि सिंगल रहना चाहते हैं। इसीलिए आजकल की पीढ़ी में सिचुएशनशिप, वन नाईट स्टैंड जैसी चीजें लोकप्रिय हो रही है। अकेले रहने वाले लोगों की संख्या 1981 में 1.7 मिलियन से बढ़कर 2021 में 4.4 मिलियन हो गई है। लोगों के सिंगल होने की कई वजहें हैं। कुछ अकेले रहना पसंद करते हैं, कुछ व्यक्तिगत लक्ष्यों और आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कुछ रिपोर्ट के अनुसार, डेटिंग कठिन हो गई है इसलिए लोग सिंगल है। कुछ लोग ब्रेकअप होने के बाद फिर से रिलेशनशिप में नहीं आना चाहते, इसलिए सिंगल हैं।
लगाव का सिंगल रहने से क्या है नाता?
जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, लोग सिंगल जिंदगी गुजार सकते हैं। लेकिन ऐसा करना हर किसी की बस की बात नहीं है। हर किसी की सिंगल लाइफ सफल नहीं हो पाती है। इसके पीछे की मुख्य वजह लगाव है। आपको शायद ये जानकर हैरानी होगी कि लगाव करने के सबके अपने-अपने तरीके होते हैं। अपने इन्हीं लगाव के तरीकों से लोग सिंगल या रिश्ते में रहते हैं।
दरअसल, आप अपने लगाव की जरूरतों के हिसाब से अन्य लोगों के साथ संबंध बनाते हैं। बहुत से लोगों को लगाव से डर लगता है, इसलिए वो किसी के साथ ज्यादा समय बिताना पसंद नहीं करते हैं। किसी से लगाव होने की चिंता एक प्रकार की असुरक्षा है, जो लोगों को रिश्ते में आने से रोकती है। इतना ही नहीं लगाव से बचने से लोग अंतरंगता और निकटता से दूर हो जाते हैं। लेकिन हर किसी के साथ ऐसा नहीं है। कुछ लोगों को लगाव होने की चिंता होती है, लेकिन औरों से कम, इसलिए ऐसे लोग दूसरों पर निर्भर रहने और अंतरंगता देने और प्राप्त करने में सहज होते हैं।
असुरक्षित सिंगल लोगों को अकेलापन चुनौतीपूर्ण लगता है, लेकिन सुरक्षित सिंगल जिंदगी का लुफ्त उठा रहे हैं
रिसर्च के अनुसार, सुरक्षित सिंगल लोग अकेले रहकर अपनी जिंदगी का लुफ्त उठा रहे हैं। ऐसे लोग के गैर-रोमांटिक रिश्तों की संख्या अधिक होती है। सुरक्षित सिंगल लोग के परिवार और दोस्तों के साथ रिश्ते अच्छे होते हैं। रोमांटिक रिश्तों के बाहर रहकर वह अपनी सेक्स की जरूरतों को पूरा करते हैं और कुल मिलाकर कहा जाए तो ये लोग अपने जीवन में ज्यादा खुश हैं। दिलचस्प बात यह है कि ये लोग भविष्य में रोमांटिक रिश्ते में रहने में रुचि रखते हैं।
चिंतित सिंगल लोग अकेले रहने के बारे में सबसे अधिक चिंतित होते हैं। ऐसे लोगों का आत्म-सम्मान कम होता है। ये करीबी लोगों द्वारा कम समर्थन महसूस करते हैं। इसलिए इनके जीवन में संतुष्टि का स्तर सबसे कम होता है। डरे हुए एकल लोगों ने सुरक्षित एकल लोगों की तुलना में करीबी रिश्तों को निभाने में अधिक कठिनाइयों का सामना करते हैं।