Political Party: जनता की नजरों में कौन 'असली शिवसेना', जानिए क्या कहते हैं सियासी समीकरण

By अनन्या मिश्रा | Nov 06, 2024

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर जहां सभी राजनीतिक दल पूरे जोर-शोर के साथ चुनावी मैदान में उतरे हैं। तो वहीं शिवसेना के विभाजन के बाद महाराष्ट्र में पहली बार हो रहे विधानसभा चुनाव में पार्टी के दोनों ही धड़ों के सामने खुद को 'असली शिवसेना' साबित करने की चुनौती होगी। हालांकि इस साल की शुरूआत में जब लोकसभा चुनाव हुए थे, तो दोनों ही शिवसेनाओं के बीच 13 सीटों पर मुकाबला देखने को मिला था। जिसमें से शिंदे सेना को 6 और उद्धव सेना को 7 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि इस पर पूरे देश की नजर होगी कि महाराष्ट्र में हो रहे चुनाव में कौन सी 'शिवसेना' ज्यादा ताकतवर होकर उभरती है।


बता दें कि जून 2022 में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे बागी बने और 16 विधायकों के साथ वह उद्धव ठाकरे के खिलाफ हो गए। महाराष्ट्र की राजनीति में करीब 15 दिनों तक चले ड्रामे के बाद उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसी के साथ राज्य में एकनाथ शिंदे की सरकार बनी। पार्टी जब टूटकर दो भागों में बिखरी तो मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा। ऐसे में चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और सिंबल एकनाथ शिंदे के हाथों में दे दिया। तकनीकी नजरिए से शिंदे की शिवसेना असली शिवसेना पार्टी बन गई। 

इसे भी पढ़ें: वोट जिहादियों और अराजकतावादियों के खिलाफ लड़ाई में Devendra Fadnavis को मिल गया RSS का समर्थन

वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी शिंदे सेना को असली शिवसेना करार दिया और पार्टी का नाम 'शिवसेना' और पार्टी का चुनाव चिह्न 'धनुष और तीर' शिंदे गुट के पास रहेगा, यह आदेश दिया। इस तरह से कुल मिलाकर कहा जाए, तो महाराष्ट्र ने पिछले 5 सालों में अप्रत्याशित उथल-पुथल देखी। राज्य ने एक के बाद एक कई सियासी झटके झेले। साल 2019 से 2024 तक 5 साल का कार्यकाल महाराष्ट्र की राजनीति में अप्रत्याशित घटनाओं का दौर रहा है।

प्रमुख खबरें

भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन, वैश्वविक नेताओं को पीएम मोदी ने दिए ये उपहार

NDA या INDIA... महाराष्ट्र और झारखंड में किसकी सरकार, शनिवार को आएंगे नतीजे, UP पर भी नजर

OpenAI ला रही वेब ब्राउजर, गूगल को मिल रही कांटे की टक्कर

लोकायुक्त संशोधन विधेयक विधान परिषद में पेश, नारा लोकेश ने गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता पर दिया जोर