जब चौदह साल के बच्चे चंद्रशेखर आजाद को अंग्रेज जज ने बेंत लगाने की सजा सुनाई तो हर बेंत पर चंद्रशेखर आजाद की जुबान से दो ही नारे गूंज रहे थे। भारत माता की जय और महात्मा गांधी की जय। गुलाम भारत में नारे लगे लेकिन आजाद भारत में 100 साल बाद उस पर सवाल दागे जा रहे हैं वो भी राजनीति की चाशनी में डूबे हुए सवाल। तो उस पर चर्चा करना लाजमी है। आखिर कौन है भारत माता, कहां से आया 'भारत माता की जय' का नारा और इतिहास में गौरव का प्रतीक माना जाने वाला यह नारा आज के दौर में सियासी खींचतान और मान-अभिमान का विषय बन गया है।
इसे भी पढ़ें: अफवाहों से रहे दूर, मांसाहार से नहीं फैलता कोरोना वायरस
इसे भी पढ़ें: तेजी से फैल रहा है कोरोना वायरस, दक्षिण कोरिया में 6 हजार के करीब पहुंचा मामला
इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस का इंडिया ओपन पर मंडराया खतरा, साइना-सिंधू की बढ़ी मुश्किलें
इसे भी पढ़ें: महिला दिवस पर SHARE CHAT ने लॉन्च किया "शेयर चैट सखी”
इसे भी पढ़ें: भारत में अब तक कोरोना वायरस के 29 मामले सामने आए: डॉ. हर्षवर्धन