By अभिनय आकाश | Jan 28, 2021
पिछले वर्ष जनवरी के महीने में दिल्ली दंगों से दो-चार हुआ था। उस वक्त सीएए और एनआरसी के नाम पर अराजकता का तांडव देखने को मिला। दंगे के बाद कपिल मिश्रा को बलि का बकरा बनाने की कोशिश हुई थी और उन पर भीड़ को उकसाने के आरोप लगे थे। लेकिन एक साल बाद दिल्ली एक बार फिर जली। आलम तो यह हुआ कि हुड़दंगियों ने लाल किले पर चढ़कर निशान साहेब का झंडा फहरा दिया और जमकर तोड़फोड़ भी मचाई। जिसके बाद उनमें से ही एक व्यक्ति को त्याग करके उसे बीजेपी का आदमी बताया जाने लगा और पीएम मोदी समेत बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ उसकी तस्वीरों की सोशल मीडिया पर बाढ़ सी आ गई। जिस व्यक्ति को कल तक अंग्रेजी बोलने वाले किसान के रूप में प्रेजेंट कर बचाव किया जा रहा था। वो पलभर में बीजेपी का करीबी बता दिया गया। लेकिन अब लाल किले में निशान साहिब वाला झंडा फहराए जाने को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। लाल किले पर झंडा फहराए जाने वाली घटना के वक्त उस भीड़ में एक कैथोलिक भी मौजूद था।
विक्की थाॅमस नाम के इस शख्स ने ब्रिटेन स्थित अकाल चैनल द्वारा उनके फेसबुक पेज पर साझा किए वीडियो में खुद को कैथोलिक के रूप में स्वीकारा है। इसके अलावा अपने फेसबुक बायो में भी अपने धार्मिक दृष्टिकोण के इल्लेख में कैथोलिक के रूप में खुद को दर्शाया है। उसने मार्च 2016 के दौरान अपने फेसबुक अकाउंट पर सोनिया गांधी, (उनके निवास पर), राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ अपनी तस्वीरें अपलोड की हैं।