By अंकित सिंह | Oct 12, 2024
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से बाहर निकलने के लिए कहने के लिए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की आलोचना की। पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने तंज भरे लहजे में पूछा- कौन अखिलेश? इसके बाद पत्रकारों ने कहा उत्तर प्रदेश वाल। तब ललन सिंह ने कहा कि आज नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की आत्मा कराह रही होगी। आंदोलन करके नेता जी की पहचान बनी, 1974 के आंदोलन में। आज अखिलेश जी उसकी (कांग्रेस) गोद में बैठे हैं।
पूर्व जद (यू) अध्यक्ष ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए भी यादव को फटकार लगाई और उन्हें याद दिलाया कि उनके दिवंगत पिता मुलायम सिंह यादव ने उस पार्टी का विरोध करके प्रेरणा अर्जित की थी। ललन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम द्वारा दिए गए बयान के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे, जब उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर उन्हें महान समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने से रोकने का आरोप लगाया था।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर के विपिन खंड में जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन केंद्र (जेपीएनआईसी) में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव को जाने से रोकने पर सपा समेत विपक्षी दलों और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जुबानी जंग तेज हो गयी है। समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की जयंती पर शुक्रवार को अखिलेश यादव को जेपीएनआईसी में जाने से प्रशासन द्वारा रोके जाने के बाद इटावा में पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने पत्रकारों से बातचीत में राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रमुख घटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इसे भाजपा सरकार की तानाशाही करार दी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के प्रयास को दोहरा चरित्र बताया जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने इसे सपा की अराजकता और गुंडई करार दिया है।