By अभिनय आकाश | Oct 29, 2024
बीते दिनों एक तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। एसपीजी कमांडोज के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मौजूद शख्स भारत और इजरायल की दोस्ती के लिए बेहद अहम माना जाता है। गुजरात के वडोदरा में एक रोड शो निकाला गया। इस रोड शो पर अचानक पूरी दुनिया की नजरें टिक गई खासतौर से इजरायल की। पीएम मोदी के साथ खड़े शख्स कोई और नहीं बल्किन स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज हैं। 18 साल बाद स्पेन के किसी प्रधानमंत्री ने भारत में कदम रखा। वैसे तो भारत और स्पेन के रिश्ते हमेशा से अच्छे रिश्ते रहे हैं। लेकिन मीडिल ईस्ट में चल रही जंग के बीच स्पेन अपनी लोकेशन की वजह से भारत और इजरायल के लिए बेहद खास बन गया है। इस जबरदस्त रोड शो के जरिए भारत ने ऐसा दांव खेला जो कई देशों को हैरान कर देगा।
सबसे पहले तो आपको बताते हैं कि स्पेन के प्रधानमंत्री वडोदरा क्यों पहुंचे थे। दरअसल, गुजरात के वडोदरा में प्रधानमंत्ररी मोदी और स्पेन पीएम सांचेज ने टाटा कॉम्पलेक्स का उद्घाटन किया। इस कॉम्प्लेक्स में भारतीय सेना के लिए सी-295 एयर क्रॉफ्ट बनेंगे। समझौते के तहत वडोदरा के इस परिसर में 40 विमानों का निर्माण किया जाएगा। भारत में इन 40 विमानों के निर्माण की जिम्मेदारी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स को दी गयी है और यह परिसर भारत में सैन्य विमानों के लिए पहली निजी क्षेत्र की अंतिम असेंबली लाइन है। इसमें विमानों के निर्माण से लेकर उनके पुर्जों को जोड़ना और उनका परीक्षण शामिल होगा। साथ ही विमानों के रखरखाव की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाएगी। टाटा के अलावा रक्षा क्षेत्र की प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां जैसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और भारत डायनेमिक्स के साथ ही निजी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम इस कार्यक्रम में योगदान देंगे। मोदी ने अक्टूबर 2022 में वडोदरा अंतिम असेंबली लाइन की नींव रखी थी।
अब आपको बताते हैं कि भारत इस रोड शो के जरिए कौन सा बड़ा खेल कर रहा है। दरअसल, कुछ समय पहले स्पेन भारत और इजरायल के बीच दीवार बनकर खड़ा हो गया था। इजरायल को अपनी आत्मरक्षा और जवाबी हमले के लिए हथियारों की जरूरत थी। इजरायल ने हथियार भारत से मांगे। दोस्त इजरायल की मदद के लिए भारत ने 27 टन बारूद के साथ एक जहाज इजरायल के लिए रवाना कर दिया। जहाज इजरायल पहुंचने वाला था। लेकिन स्पेन ने भारत के इस जहाज को इजरायल नहीं जाने दिया। इस जाहज को बीच में ही रोक दिया गया। इसका सबसे बड़ा कारण इजरायल और स्पेन के बीच की दुश्मनी है। इजरायल तक बारूद पहुंचाने के लिए स्पेन वाला लंबा रास्ता ही भारत को मुफीद लगा था। स्पेन फिलिस्तीन का समर्थन करने वाला यूरोप का एकमात्र देश है। ऐसे में भारत और इजरायल दोनों ये चाहते हैं कि स्पेन से बात करके ऐसा रास्ता निकाला जाए जिससे भारत से सामान इजरायल पहुंच सके।