By अनन्या मिश्रा | Sep 30, 2024
जम्मू-कश्मीर में तीसरे चरण के मतदान को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। बता दें कि राज्य में 01 अक्तूबर को आखिरी चरण का मतदान होना है। साल 2014 के बाद सूबे में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इन 10 सालों में घाटी के हालातों में काफी बदलाव आया है। जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है, सूबे से आर्टिकल 370 हटा दिया गया है। कई पुरानी सीटों का अस्तित्व खत्म हो चुका है, तो कई नई सीटें बन गई हैं। ऐसे में जम्मू-कश्मीर की बसोहली का मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।
बसोहली विधानसभा सीट का इतिहास
बता दें कि जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में मतदान होना है। जिनमें से पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को चुका है। वहीं अब 01 अक्तूबर को तीसरे चरण का मतदान होना है। बसोहली सीट पर भी 01 अक्तूबर को तीसरे चरण का मतदान होना है। इस सीट पर साल 2014 में लाल सिंह ने जीत हासिल की थी। हालांकि इस बार कांग्रेस पार्टी ने चौधरी लाल सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। तो वहीं PDP ने योगिंदर सिंह पर और भारतीय जनता पार्टी ने दर्शन सिंह पर दांव लगाया है।
साल 2014 में भाजपा को मिली थी जीत
साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने बसोहली विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। तब इस सीट पर 73.84 फीसदी मतदान हुआ था। भाजपा के उम्मीदवार लाल सिंह ने जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय पार्टी के दविंदर सिंह को 17,804 वोटों से करारी शिकस्त दी थी। वहीं इस बार घाटी में भाजपा के खिलाफ लहर चल रही है और क्षेत्रीय पार्टियों को ज्यादा समर्थन मिल रहा है। हालांकि उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी अपना पिछला प्रदर्शन दोहराते हुए फिर से जीत हासिल कर सकती है।