By अनुराग गुप्ता | Nov 10, 2021
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छठ पूजा और यमुना नदी में प्रदूषण को लेकर सियासत गर्मा गई है। इसी बीच केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने केजरीवाल सरकार को श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी के लिए दोषी ठहराया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी सभी जिम्मेदारियों को पूरा किया है। दरअसल, छठ पूजा के पहले दिन सोमवार को यमुना में विषैले सफेद फोम के बीच खड़े होकर पूजा करते श्रद्धालुओं की तस्वीरें और वीडियो सामने आई। जिसके बाद सियासत गर्मा गई और एक-दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला शुरू हो गया।
केंद्र सरकार ने समय पर रिलीज किया फंड
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने एक ट्वीट में लिखा कि दिल्ली में यमुना के प्रदूषित होने से छठ मना रहे श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी के लिए केजरीवाल सरकार दोषी है। केंद्र सरकार ने अपनी सभी जिम्मेदारियों को पूरा किया। उन्होंने कहा कि समय पर फंड रिलीज़ किए लेकिन दिल्ली की सरकार जनता से किए अपने वादे से मुकरने के बहाने ढूंढती रही। एनजीटी के आदेश की अवहेलना की। नतीजा सबके सामने है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी आरोपों की राजनीति के स्थान पर यमुना सफाई परियोजना पर ध्यान लगाएं जिससे आने वाले वर्षों में छठव्रतियों को कष्ट न झेलना पड़े।
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री शेखावत ने जुलाई में एक पत्र लिखकर केजरीवाल सरकार पर नाराजगी जताई थी। इस पत्र में उन्होंने लिखा था कि यमुना नदी जब दिल्ली से गुजरती है तो इसके पानी में प्रदूषण का जहर सबसे ज्यादा घुल जाता है। दिल्ली में यमुना 22 किमी का सफर तय करती है और इस दरम्यान इस महानगर के 18 बड़े नालों से यहां के सीवर का गंदा पानी और औद्योगिक कचरा इस नदीं में आकर गिरता है।
उन्होंने आगे लिखा था कि दिल्ली में यमुना की बुरी स्थिति के मद्देनजर केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार को वित्तीय मदद उपलब्ध कराई है। नमामि गंगे परियोजना के तहत केंद्र सरकार ने 13 परियोजनाओं के लिए 2419 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता दिल्ली सरकार को प्रदान की।
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने पुराने पत्र के माध्यम से केजरीवाल सरकार से नया सवाल पूछा है। उन्होंने कहा कि सफाई के लिए जारी किया गया सारा पैसा कहां गया ? क्या अरविंद केजरीवाल ने सारा पैसा सिर्फ खुद को बढ़ावा देने के लिए और विज्ञापन लगाने में खर्च कर दिया है ? उन्होंने कहा कि सफाई की तो बात ही छोड़िए, यमुना पहले से ज्यादा गंदी है।