By अनन्या मिश्रा | Feb 24, 2023
हमारी जिंदगी में ग्रहों का बहुत अहम रोल होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, जब कोई ग्रह खराब होता है तो उसके दुष्प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर भी दिखने लगते हैं। बता दें कि मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति कहा गया है। क्योंकि जब ग्रहों के सेनापति यानि की मंगल किसी व्यक्ति पर मेहरबान होता है तो व्यक्ति के जीन में सब मंगल ही मंगल होता है। वहीं इसके अशुभ होने पर आपकी जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। आइए जानतें हैं मंगल की विशेषताएं...
मंगल ग्रह की विशेषताएं
मंगल ग्रह, ग्रहों में सेनापति माना गया है
शक्ति,ऊर्जा,आत्मविश्वास और पराक्रम का स्वामी होता है।
इसका मुख्य तत्त्व अग्नि तत्व है और इस ग्रह का मुख्य रंग लाल है।
ताम्बा मंगल की धातु है और जौ इस ग्रह का अनाज
मेष और वृश्चिक मंगल ग्रह की राशियां हैं।
मंगल ग्रह खराब होने के संकेत
ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक किसी भी ग्रह के खराब होने पर उसके संकेत मिलने लगते हैं। ठीक ऐसे ही मंगल ग्रह के खराब होने पर भी व्यक्ति को संकेत मिलते हैं। समय रहते उन संकेतों को समझने की जरूरत होती है। मंगल कमजोर होने पर यह आपको घमंडी बना देता है। इससे आपके बने बनाए काम खराब होने लगते हैं। इसके अलावा आपको कई प्रकार के रोग भी जकड़ लेते हैं।
मिलने वाले संकेत
यह आपको घमंडी बना देता है।
ऐसे जातकों की किसी से पटती नहीं है।
कोर्ट-कचेहरी संबंधी मामलों में भी फंस जाते हैं।
बड़े भाई से भी कई बार विवाद होता रहता है।
तान उत्पत्ति में भी कई बार समस्याएं आती हैं।
मंगल ग्रह को सही करने के उपाय
मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए संकटमोचन हनुमान की पूजा करनी चाहिए।
मंगल कमजोर होने पर कम से कम 21 मंगलवार का व्रत रखना चाहिए।
मंगलवार को स्नान के बाद लाल कपड़ा पहनकर ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: मंत्र का 5-7 माला जाप करना चाहिए।
मंगलवार के व्रत में गुड़, गुड़ से बना हलवा या लड्डू खाने चाहिए। इसके अलावा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए।
व्रत करने से मंगल ग्रह के मजबूत होने के अलावा संतान प्राप्ति और कर्ज से मुक्ति मिलती है।
मंगल को मजबूत करने के लिए किसी ब्राह्मण को लाल फूल और भोजन दान देना चाहिए।
लाल चीज मंगल का प्रतीक माना जाता है। इसलिए आप लाल बैल, कनेर का फूल, मूंगा, गेहूं, मसूर दाल, गुड़, लाल कपड़ा, तांबा, सोना, लाल चंदन आदि दान करें।
हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए।
क्रोध, छल-कपट और मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
भाइयों और मित्रों से अच्छे संबंध रखने चाहिए।
इन आसान उपायों को अपनाकर आप भी अपने मंगल ग्रह को ठीक कर सकते हैं। मंगल ग्रह साहस, शक्ति, परिश्रम आदि का कारक ग्रह माना होता है। मंगल ग्रह के मजबूत होने से आपके पराक्रम में वृद्धि होती है। बता दें कि मजबूत मंगल आपके जीवन में सब मंगल ही मंगल करता है।