By अभिनय आकाश | May 12, 2022
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास है। शिवसेना के संजय राउत ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि यह सब राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए हो रहा है, ये मुद्दे देश को तोड़ देंगे। राम मंदिर के बाद शांति की जरूरत है। उनकी टिप्पणी जून में महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे की अयोध्या यात्रा से पहले आई है। भाजपा के कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर कि ज्ञानवापी के अंदर क्या है सब जानते हैं। वीडियोग्राफी में क्या सामने आएगा ये सभी जानते हैं। जो सच छुपाना चाहते हैं वो वीडियोग्राफी नहीं होने देना चाहते। ज्ञानवापी हो या कृष्ण जन्मभूमि हो या भोजशाला हो या कुतुब मीनार हो या ताजमहल...सबका सच एक ही है... कब तक छुपाओगे।
गौरतलब है कि अप्रैल में एक अदालत द्वारा एक सर्वेक्षण के आदेश के बाद मस्जिद प्रशासन ने पिछले हफ्ते मस्जिद परिसर के अंदर वीडियोग्राफी पर आपत्ति जताई थी। कोर्ट में पांच महिलाओं राखी सिंह, लक्ष्मी देवी, सीता साहू और अन्य द्वारा याचिका दायर करके कोर्ट से ऋंगार गौरी मंदिर में रोज पूजा करने की अनुमति दिए जाने की अपील की थी। वाराणसी के कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद और काशी विश्वनाथ परिसर में श्रृंगार गौरी मंदिर और दूसरे देवी-देवताओं के मंदिरों की स्थिति को लेकर सर्वे करने का निर्देश दिया था।