By अभिनय आकाश | Oct 03, 2023
अमेरिका की सीमा पर कुछ अजीब मामला सामने आ रहा है। एक जैसी कद-काठी वाले पुरुष संयुक्त राज्य मेक्सिको में प्रवेश कर रहे हैं और इन पुरुषों के बाल एक जैसे हैं, उनके टैटू एक जैसे हैं और तो और उनका कपड़ा भी एक जैसा है। सभी की उम्र भी एक जैसी है। सभी चीनी हैं। क्या ये भी सब जासूस हैं? दूसरे शब्दों में कहें तो अमेरिका में चीनी जासूसों की बाढ़ आ गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर 2022 और फरवरी 2023 के बीच अमेरिकी सीमा अधिकारी ने दक्षिणी सीमा के माध्यम से चीनी राष्ट्रीय सीमा पार करने के कम से कम 4366 मामले दर्ज किए। ये क्रॉसिंग अवैध थे। 4366, वैसे हैं जो पकड़े गए और उनका क्या जो पकड़ में नहीं आए? वे अब कहां हैं। वे संयुक्त राज्य अमेरिका में कहीं भी हो सकते हैं। वे अमेरिकी एजेंसियों में घुसपैठ कर सकते हैं। वे अमेरिकियों के घरों में भी मौजूद हो सकते हैं और स्थानीय चिकेन और हॉट डॉग स्टोर्स पर नौकरी करते हुए भी पाए जा सकते हैं। जैसे ही वे नौकरी को आकार देते हैं, उन्हें चीन में भर्ती किया जाता है।
चीन के एजेंटों की सेना क्या काम कर रही?
सितंबर में अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों में आरोप लगाया गया था कि चीनी नागरिकों के हमारे सैन्य ठिकानों से गुजरने के 100 से अधिक मामले सामने आए हैं। कुछ चीनी नागरिकों ने पर्यटक के रूप में पोस्ट किया और न्यू मैक्सिको में एक मिसाइल प्रक्षेपण स्थल पर घुस गए। कुछ लोग स्कूबा गोताखोर के रूप में आए और खतरनाक तरीके से फ्लोरिडा में एक रॉकेट लॉन्च पक्ष के करीब पहुंच गए। कुछ अन्य अमेरिकी सैन्य अड्डे में पाए गए। जब ये चीनी नागरिक दावा करते हैं कि बर्गर किंग ढूंढने की कोशिश में वे रास्ता भटक गए हैं। तो क्या चीन अमेरिका की जासूसी कर रहा है? आपको बता दें कि अगस्त 2023 में अमेरिका के दो नेवी सेलर्स को चीन पर जासूसी करते हुए गिरफ्तार किया गया था। वे अब सवाल कर रहे हैं कि क्या चीन गैर पारंपरिक खुफिया जानकारी एकत्र करने के अलावा और अधिक के लिए एजेंटों को अमेरिका भेज रहा है।
खुफिया ढंग से जासूसी को कैसे दिया गया अंजाम
टूरिस्ट का भेष बनाकर जासूसी करने वाले चीनी जासूसों ने कई तरीके से अपने मिशन को अंजाम दिया है। मिलिट्री बेस के भीतर मौजूद मैकडॉनल्ड्स या बर्गर किंग के आउटलेट्स मौजूद होते हैं। चीनी नागरिक गूगल मैप का इस्तेमाल कर इन आउटलेट्स में पहुंच जाते थे। सभी को पता लगता था कि चीनी जासूस अपनी भूख मिटाने के लिए आए हैं। मगर वो बड़े आराम से अपने मिशन को अंजाम देकर चुपचाप निकल जाते थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि एक बार चीनी नागरिकों ने अलास्का में मौजूद मिलिट्री बेस में भी घुसने की कोशिश की। जब सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो चीनी जासूसों ने कहा कि उनके पास बेस में मौजूद होटल का रिजर्वेशन है। इस तरह होटल में कमरे की बुकिंग का बहाना बनाकर बेस में घुसकर अपने मंसबों को अंजाम दिया गया। ज्यादातर जासूसी की घटनाएं ग्रामीण इलाकों में अंजाम दी गई हैं, जहां आबादी कम है।
ग्रेन्स ऑफ सैंड फॉर्मूला
चीन ने अपने जासूसों को नेकस्ट लेवल का काम सौंपा है। क्या चीन सच में कुछ बड़ा प्लान कर रहा है या फिर बीजिंग के ऑपरेट करने का ये आजमाया हुआ तरीका है। अब आपको एक कहानी सुनाते हैं। स्पाई गेम का बहुत ही फेमस ग्रेन्स ऑफ सैंड फॉर्मूला। मजाकिया लहजे में कहा जाता है कि अगर रूसी किसी विशेष विदेशी समुद्र तट से रेत लाना चाहते हैं तो वे सैनिकों के साथ एक पनडुब्बी भेजेंगे जो रेत से भरी बीच की बाल्टी भर वापस रूस चली जाएगी। लेकिन चीन को रेत से भरी बाल्टी चाहिए होगी तो, बीजिंग 500 लोगों को उसी बीच पर पिकनिक के लिए भेजेगा और उन सभी को रेत उठाकर बीजिंग वापस लाने के लिए कहेगा। ये सभी देशों के अपने-अपने तरीके हैं। जब चीनी प्रतिष्ठान की मानसिकता को समझने की बात आती है, खासकर उसके सैन्य अभियानों और जासूसी गतिविधियों के संदर्भ में तो आर्ट ऑफ वॉर को सबसे अधिक उद्धृत किया जाता है।
चीनी खुफिया एजेंसियों द्वारा अपनाए गए दृष्टिकोण के बारे में समझ विकसित करने के लिए हमें कई पहलुओं पर नजर डालने की जरूरत है। आर्ट ऑफ वॉर के अनुसार, पांच प्रकार के जासूसों को तैनात किया जाता है-
लोकल स्पाई
इनसाइड एजेंट
डबल एजेंट
एक्सपेंडबल एजेंट
लाइव एजेंट
इन सभी पांचों किस्मों में जासूसी का केवल और केवल सबसे बड़ा उद्देश्य दुश्मन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी एकट्ठा करना है। चेयरमैन माओ से लेकर शी जिनपिंग तक के दौर को देखें तो चीनी भाषा में क़िंगबाओ शब्द के दो अर्थ इंटेलिजेंस और इंफॉर्मेशन हैं। जब कोई इसे स्टडी करता है तो यह अवधारणा और भी दिलचस्प हो जाती है।