By अभिनय आकाश | Sep 16, 2022
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि आज का युग युद्ध का नहीं है। हमने फोन पर आपके कई बार इस बारे में बात भी की है कि लोकतंत्र कूटनीति और संवाद दुनिया को एक स्पर्श करती हैं। इस साल फरवरी में रूस-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद से दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। हालांकि भारत ने अभी तक यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की आलोचना नहीं की है, लेकिन वह बातचीत के माध्यम से संकट के समाधान की वकालत करता रहा है। वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर बातचीत करने वाले दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता में पीएम मोदी ने कहा कि हम पिछले कई दशकों से हर पल एक दूसरे के साथ रहे हैं। लगातार दोनों देश इस क्षेत्र की भलाई के लिए काम कर रहे हैं। आज एससीओ समिट में भी आपने भारत के लिए जो भावनाएं व्यक्त की हैं उसके लिए मैं आपका आभारी हूं। मैं आपका और यूक्रेन का आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि संकट के काल में शुरू में जब हमारे हज़ारों छात्र यूक्रेन में फंसे थे। आपकी और यूक्रेन की मदद से हमारे छात्रों को हम निकाल पाए। आज भी दुनिया के सामने जो सबसे बड़ी समस्याएं हैं, खासकर विकासशील देशों के लिए फूड सिक्योरिटी, फ्यूल सिक्योरिटी, उर्वरकों की जो समस्याएं हैं, उसपर हमें रास्ते निकालने होंगे। आपको भी उसपर पहल करनी होगी।
पुतिन ने भारत को आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर बधाई दी। उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन को लेकर भारत की चिंताओं से हम वाकिफ हैं। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपनी बात रखी। पीएम ने कहा कि भारत-रूस के संबंध और बेहतर हो रहे हैं। खाद्य सुरक्षा समस्या पर भी पीएम ने पुतिन से बात की। पीएम ने इस मंच से लोकतंत्र और डिप्लोमेसी पर भी बात हुई। दुनिया भी हमारी अटूट यात्रा से वाकिफ है। 22 साल से हमारी दोस्ती जारी है।