By अभिनय आकाश | Sep 10, 2023
भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के दिग्गज नेता शामिल हुए। इस दौरान सारी दुनिया की नजर भारत पर टिकी रही। वहीं जी20 सम्मेलन को लेकर विदेशी मीडिया का क्या रुख रहा इस बात पर भी सभी की निगाहें टिकी थी। पश्चिमी एक्सपर्ट्स को उम्मीद थी कि भारत में भी यूक्रेन युद्ध को लेकर कड़ा रुख देखने को मिल सकता है। लेकिन नई दिल्ली में ऐसा कुछ नहीं हुआ।
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दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेता गरीब देशों पर बोझ कम करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए शनिवार को एक जगह जमा हुए और G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत की। भारत को उम्मीद है कि वैश्विक आर्थिक एजेंडे को आगे बढ़ाया जाएगा, भले ही इस सम्मेलन में यूक्रेन -रूस वॉर और रूसी - चीनी नेताओं की अनुपस्थिति का मुद्दा हावी हो गया।
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यह 40 साल में भारत द्वारा आयोजित किया गया सबसे बड़ा कूटनीतिक समारोह है. मोदी सरकार लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। इससे पहले, 1983 में नई दिल्ली में गुटनिरपेक्ष आंदोलन और कॉमनवेल्थ का आयोजन हुआ था।
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जैसे ही पीएम मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन की शुरुआत की घोषणा की, वो एक टेबल पर लिखे नेमप्लेट के पीछे बैठे थे। जिस पर भारत लिखा था। जबकि जी20 के लोगो में हिंदी में भारत और अंग्रेजी में इंडिया दोनों नाम थे।
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यह पहली बार है कि भारत इतने बड़े पैमाने पर डिप्लोमेटिक समिट आयोजित करेगा। तैयारियों के देखते हुए ऐसा लगता है कि नई दिल्ली ने इस आयोजन को बहुत महत्व दिया है। जिससे उसके ग्रेट पॉवर का स्टेटस इस आयोजन से और बढ़े।