By अभिनय आकाश | Feb 22, 2023
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में कांग्रेस के आरोपों, पीएम मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के समय और चीन के साथ तनाव सहित कई अन्य मुद्दों पर भी बात की। इस दौरान उन्होंने अपने पिता के साथ हुई नाइंसाफी पर भी दो टूक बात की। अब एस जयशंकर के बयान पर टीएमसी सांसद की तरफ से तीखा हमला किया गया है। तृणमूल के राज्यसभा सांसद और पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार ने सवाल किया कि क्या विदेश मंत्री एस जयशंकर भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं या क्या वो विदेश मंत्री के रूप में अपने अभूतपूर्व प्रचार के लिए भाजपा को गले लगा रहे हैं।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अजीब बात है कि जयशंकर ने गांधी परिवार के खिलाफ तीखे हमले किए। जवाहर सरकार ने जयशंकर से सवाल करते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में जयशंकर ने अच्छी जगहों पर तैनाती का फायदा उठाया लेकिन अब उनके मन में गांधी परिवार के प्रति इतना आक्रोश क्यों है? बता दें कि जयशंकर ने कांग्रेस की आलोचना की, उन्होंने कहा कि उनके पिता डॉ के सुब्रह्मण्यम को 1980 में सत्ता में लौटने के बाद इंदिरा गांधी द्वारा सचिव, रक्षा उत्पादन के पद से हटा दिया गया था। जयशंकर ने बताया कि उनके पिता पहले ऐसे सचिव थे, जिन पर इस तरह की कार्रवाई हुई। राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान भी उन्हें बाहर ही रखा गया था।
जवाहर सरकार ने गुजरात दंगों पर जयशंकर के पिता के दिए बयान का जिक्र करते हुए कहा कि सुब्रमण्यम ने 2002 दंगों पर कहा था कि धर्म की हत्या कर दी गई थी। जो निर्दोष नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहे वे अधर्म के दोषी हैं। राम ... गुजरात के 'असुर' शासकों के खिलाफ अपने धनुष का इस्तेमाल करते। जवाहर सरकार ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनके बेटे पर शर्म आती है - - असुर की सेवा!
बता दें कि गुजरात दंगे पर बीबीसी विवाद के केंद्र में रहा। यूके स्थित ब्रॉडकास्टर नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए दंगों पर दो-भाग की डॉक्यूमेंट्री जारी करने के तुरंत बाद आयकर विभाग के रडार पर आ गया था। जयशंकर ने अपने साक्षात्कार में कहा कि बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का समय आकस्मिक नहीं बल्कि राजनीतिक है। तृणमूल सांसद ने कहा, "सवाल यह है कि क्या तथ्य सही या गलत दिखाए गए हैं? यदि मोदी प्रशासन आसक्त होती तो क्या हजारों लोगों की जान बच जाती।