By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 08, 2023
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) करीब पांच महीने के निलंबन के बाद इथियोपिया में खाद्य सहायता की योजना को धीरे-धीरे बहाल कर रहा है। विश्व खाद्य निकाय ने दान में मिले अनाज की बड़े पैमाने पर चोरी का खुलासा होने के बाद अप्रत्याशित कदम उठाते हुए लाखों लोगों के लिए चलाई जा रही खाद्य सहायता योजना को स्थगित कर दिया था। डल्ब्यूएफपी ने कहा कि वह कुछ इलाकों में छोटे स्तर पर अनाज वितरण कार्यक्रम का परीक्षण कर रहा है लेकिन साथ ही स्वीकार किया कि सरकार की अब भी इस प्रक्रिया में अहम भूमिका है। सहायता समूह और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित खाद्य योजना को स्थगित करने के कदम की आलोचना करने वालों ने डब्ल्यूएफपी के कदम को अनैतिक करार दिया था और आरोप लगाया था कि सैकड़ों लोगों की मौत भूख से हुई है।
हालांकि, अमेरिका का कहना है कि वह पूर्वी अफ्रीकी देश को दी जाने वाली अपनी खाद्य सहायता योजना का स्थगन जारी रखेगा और स्थानीय अधिकारियों द्वारा नियंत्रित प्रणाली में सुधार के लिए इथियोपिया सरकार से वार्ता कर रहा है। खाद्य सहायता योजना स्थगित करने से इथियोपिया की दो करोड़ आबादी प्रभावित हुई है जो देश की कुल आबादी का छठवां हिस्सा है। इसके अलावा आठ लाख शरणार्थियों पर भी इसका असर पड़ा है। डब्ल्यूएफपी ने सोमवार शाम को एसोसिएटेड प्रेस को दिए लिखित जवाब में कहा कि एजेंसी ने इथियोपिया के उत्तरी टिग्रे इलाके के चार जिलों में 31 जुलाई से एक लाख लोगों को गेंहू का वितरण प्रायोगिक तौर पर शुरू किया है। इथियोपिया की सेना के साथ दो साल के संघर्ष के बाद टिग्रे उबर रहा है। इस क्षेत्र में संघर्ष गत नवंबर में समाप्त हुआ।
डब्ल्यूएफपी ने अनाज की चोरी को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं जिनमें डिजिटल माध्यम से लाभार्थियों का पंजीकरण, अनाज की बोरियों का बेहतर लेखाजोखा, फीडबैक हॉटलाइन की शुरुआत और सहायता साझेदारों का बेहतर प्रशिक्षणशामिल है। एजेंसी ने कहा कि वह जल्द ही इथियोपिया के अन्य हिस्सों में नयी वितरण प्रणाली की शुरुआत करेंगे। डब्ल्यूएफ ने इस साल मार्च में खाद्य वितरण को टिग्रे में रोक दिया था। उसने यह कदम टिग्रे शहर में सहायता के लिए भेजे गए अनाज के खुले बाजार में बिक्री की घटना सामने आने के बाद उठाया।