पश्चिम बंगाल नबन्ना अभियान: ममता सरकार के खिलाफ बीजेपी का आक्रोश, HC ने गृह सचिव से मांगी रिपोर्ट | जानें बड़ी बातें

By अभिनय आकाश | Sep 13, 2022

पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ बीजेपी ने सचिवालय चलो मार्च निकाला, जिसे बंगाली में नबन्ना चलो मार्च नाम दिया। बड़ी बात ये कि ममता बनर्जी के बंगाल में दीदी के खिलाफ बीजेपी ने भारी भीड़ जुटाई। मतलब ये कि भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने शक्ति प्रदर्शन किया। ममता सरकार के लिए एक नए खतरे का अलार्म सरीखा है। आज पूरे दिन बंगाल में बवाल मचा रहा। झुलूस लेकर निकले बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी, पत्थरबाजी और हिंसक झड़प के साथ ही मामला बढ़ता ही गया। हिंसक झड़प में 26 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। पुलिस ने 90 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। वहीं रैली को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में अर्जी दायर की गई है। 

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भ्रष्टाचार पर बीजेपी का आर-पार 

एलओपी और बीजेपी के सुवेंदु अधिकारी 'नबन्ना चलो' मार्च के बाद पुलिस द्वारा रिहा किए जाने के बाद कहा कि कई (भाजपा) कार्यकर्ताओं के हाथ-पैर टूट गए, 200 से अधिक कार्यकर्ता घायल हो गए। हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। बीजेपी प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाएगी और पार्टी के अगले कार्यक्रम का खुलासा करेगी। बता दें कि पुलिस ने भाजपा के नबन्ना चलो मार्च से पहले कोलकाता के हेस्टिंग्स से विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी, राहुल सिन्हा और सांसद लॉकेट चटर्जी सहित भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया था। नेताओं को लालबाजार में कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया। 

ममता बनर्जी के सीट छोड़ने तक जारी रहेगा आंदोलन

पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से हमारे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागकर हमारा लोकतांत्रिक आंदोलन हिंसक हो गया, उसकी मैं निंदा करता हूं। मेरे सिर और हाथ में चोट आई है। ममता बनर्जी के सीट छोड़ने तक हम आंदोलन जारी रखेंगे।  

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हाईकोर्ट ने गृह सचिव से मांगी रिपोर्ट 

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आज के भाजपा नबन्ना अभियान पर पश्चिम बंगाल के गृह सचिव से रिपोर्ट मांगी है। 19 सितंबर को पेश की जाएगी रिपोर्ट एचसी आगे पुलिस को किसी भी व्यक्ति को अवैध रूप से हिरासत में नहीं लेने और यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश देता है कि सार्वजनिक संपत्ति को कोई नुकसान न हो। 

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बड़ी बातें 

1. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया, जिन्होंने कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में कई जगहों पर लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की।

2. संतरागाछी में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव की भी खबरें सामने आईं। इसी तरह की झड़पें हावड़ा, कोलकाता के लालबाजार और एमजी रोड इलाकों में हुईं, जहां हिंसक प्रदर्शनकारी पुलिस के साथ हाथापाई कर रहे थे।

3. आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी दर्ज की गईं।  लालबाजार में जहां कोलकाता पुलिस का मुख्यालय स्थित है, एक पुलिस वाहन में आग लगा दी गई। मध्य कोलकाता के व्यस्त बुराबाजार इलाके में पुलिस की एक अन्य कार में आग लगा दी गई।

4. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को नबन्ना की ओर जाने से रोका गया तो हावड़ा में तब धरना दिया।

5. टीएमसी ने एक ट्वीट में कहा, 'बीजेपी के कार्यकर्ता या गुंडे.' पार्टी ने ट्विटर पर कहा, 'सरकारी संपत्ति को नष्ट करना और नुकसान पहुंचाना, पुलिसकर्मियों पर हमला करना, अराजकता पैदा करना और राज्य में शांति भंग करना। बीजेपी की आज की गतिविधियों ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया।

 

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