By अभिनय आकाश | Jun 04, 2024
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) पार्टी - जिसे टीएमसी के नाम से भी जाना जाता है - ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनावों में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की, जैसा कि भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) पोर्टल, results.eci.gov के आंकड़ों से पता चला है। शाम 5:35 बजे तक, टीएमसी राज्य के 42 संसदीय क्षेत्रों में से 29 पर आगे थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 12 और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) सिर्फ एक में आगे थी। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद संसद के निचले सदन में पश्चिम बंगाल का तीसरा सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री ने बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं किया। प्रधानमंत्री अपनी साख खो चुके हैं, उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि उन्होंने कहा था कि इस बार 400 पार। मैने आपसे कहा था कि 200 पार भी होगा या नहीं पता नहीं। अब उन्हें टीडीपी और नीतीश कुमार के पैर पकड़ने होंगे। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के लोगों की राय से मैं खुश हूं, जिस संदेशखाली को लेकर दुष्प्रचार फैलाया गया, हमारी मां-बहनों का असम्मान किया गया लेकिन उसके बावजूद भी हम संदेशखाली सीट जीतें।
जीत की ओर अभिषेक बनर्जी अग्रसर
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव एवं दो बार के सांसद अभिषेक बनर्जी पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर लोकसभा सीट पर 6.5 लाख मतों के भारी अंतर से बढ़त बनाकर लगातार तीसरी बार जीत की ओर अग्रसर हैं। निर्वाचन आयोग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, बनर्जी ने 929,584 वोट हासिल किये हैं, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के अभिजीत दास को महज 2,74,476 मत मिले हैं। यह भारी बढ़त बनर्जी की न केवल जीत सुनिश्चित करती है, बल्कि यह हाल के दशकों में लोकसभा चुनावों में जीत के सबसे बड़े अंतरों में से एक होगा। वर्ष 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में बनर्जी ने तीन लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की थी तथा उन्हें 56 प्रतिशत से अधिक वोट मिला था।