By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 11, 2020
जयपुर। राजस्थान की कांग्रेस सरकार को अस्थिर किए जाने के प्रयास के आरोपों पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस तरह के आरोप लगाकर राजस्थान की राजनीति की शुचिता को भंग किया। पूनियां ने इसे कांग्रेस का आंतरिक झगड़ा बताते हुए कहा कि भाजपा तो इसमें दर्शक भर है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गहलोत कांग्रेस की अंतरकलह व अपनी सरकार की विफलता को छुपाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा व उसके प्रादेशिक नेताओं पर आरोप लगाते रहते हैं।
मुख्यमंत्री गहलोत ने इससे पहले कहा कि भाजपा नेता राज्य में उनकी निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। इसका जिक्र करते हुए पूनियां ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने सारी हदें पार कर दीं। उन्होंने राजस्थान की राजनीति की शुचिता को भंग किया।’’ सरकार को अस्थिर किए जाने के प्रयासों के आरोप के बारे में पूनियां के अनुसार,‘‘यह कांग्रेस की अंतरकलह है, आतंरिक झगड़ा है। हम तो कांग्रेस के इस खेल में दर्शक भर हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह उनका अपना झगड़ा है, अपना अंतर्विरोध है... पिछले पौने दो साल में सरकार की विफलता को, कोरोना प्रबंधन में विफलता को ढकने के लिए यह सारा खेल रचा गया है राज्यसभा चुनाव से लेकर अब तक।’’
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष के विधायकों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों के फोन टैप करवा रही है। उन्होंने कहा,‘‘ मेरा आरोप है कि विपक्ष के विधायकों व सत्तारूढ़ मंत्रियों के फोन टेप हो रहे हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।’’ उन्होंने कहा,‘‘ इस सरकार की बुनियादही बिना नींव के रखी गयी थी इसलिए हर तीन माह में सरकार के पाए हिलते हैं। गहलोत के आज के संवाददाता सम्मेलन में साबित कर दिया कि यह अस्थिर सरकार है।