By अभिनय आकाश | Jun 22, 2022
शिवसेना के अपने विधायकों के बीच व्याप्त असंतोष को नापने में शिवसेना की विफलता ने पार्टी पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की पकड़ पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। शिवसेना के विधायकों द्वारा दिखाए गए असंतोष ने राज्य के खुफिया विभाग (एसआईडी) की क्षमता पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया है, जिसे महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखने के लिए रखा गया है। लेकिन वो भी महाराष्ट्र सरकार के आसन्न संकट को दूर करने में विफल रहा है।
महाराष्ट्र पुलिस के सूत्रों ने दावा किया कि एसआईडी ने सरकार को सूचित किया था कि शिवसेना के एकनाथ शिंदे सहित उसके आठ से 10 विधायक विपक्षी नेताओं के संपर्क में हैं। सूत्रों के मुताबिक खुफिया अधिकारियों ने करीब दो महीने पहले सरकार को गोपनीय जानकारी दी थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। एसआईडी राज्य में संभावित गतिविधियों की निगरानी करती है और साथ ही राजनीतिक घटनाक्रम पर अग्रिम सूचना भी प्रदान करती है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी अक्सर सरकार को मौखिक रूप से दी जाती है। ऐसे में एसआईडी की मदद से कुछ एहतियाती कदम उठाए जाने चाहिए थे। हालांकि, सवाल यह है कि क्या सरकार को इनपुट मुहैया कराया गया था। सूत्रों ने कहा कि कई बार राज्य पुलिस को राजनेताओं के विशेष सुरक्षा गार्ड के रूप में नियुक्त पुलिस अधिकारियों से खुफिया जानकारी भी मिलती है।