By अनुराग गुप्ता | Sep 02, 2022
पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए सवाल पूछा कि क्या भाजपा के लोग दूध के धुले हुए हैं ? दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर कड़ा परोक्ष प्रहार करते हुए कहा था कि भ्रष्ट लोगो के खिलाफ कार्रवाई से राष्ट्रीय राजनीति में नया ध्रुवीकरण पैदा हो रहा है और कुछ राजनीतिक समूह भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे लोगों को बचाने के लिए खुलेआम एक गुट में संगठित होने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा के लोग दूध के धुले हैं क्या ?
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि भाजपा के लगभग 1000 से अधिक विधायक और 300 से अधिक सांसद हैं, किसी के भी घर छापा पड़ा ? भाजपा के लोग दूध के धुले हैं क्या ? अगर उनके घर छापा नहीं पड़ रहा है तो बचा कौन रहा, जो लोग कह रहे हैं वहीं न बचा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के बयान को लेकर न सिर्फ तेजस्वी यादव ने हमलावर रुख अपनाया बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कहां कोई भ्रष्टचारियों को बचा रहा है। क्या कभी कोई भ्रष्टाचारियों को बचाएगा ? यहां हमने इतने दिनों में कभी भ्रष्टाचारियों को बर्दाश्त नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से काम कर रहा हूं। केंद्र में कोई क्या कहता है, मैं उस पर ध्यान नहीं देता। कोई भी भ्रष्टाचारियों को बचा नहीं रहा है। उन्हें सोचना चाहिए कि दूसरे राज्यों में क्या हो रहा है...
युवाओं के हितों के खिलाफ है भ्रष्टाचार
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी दो दिवसीय केरल यात्रा के पहले दिन विपक्ष पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा था कि भ्रष्ट लोगो के खिलाफ कार्रवाई से राष्ट्रीय राजनीति में नया ध्रुवीकरण पैदा हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार को विकास और युवाओं की राह में सबसे बड़ी बाधा करार दिया था और कहा था कि यह युवाओं के हितों के खिलाफ है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से 15 अगस्त को दिए अपने भाषण का भी उल्लेख किया था।