By अभिनय आकाश | May 26, 2022
राजधानी दिल्ली में अफसरशाही देश के लिए मेडल लाने वाले खिलाड़ियों का किस तरह उपेक्षा कर रही है इसका जीता-जागता उदाहरण दिल्ली में देखने को मिला है। दिल्ली के एक एथलीट ने एक आईएएस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये खुलासा किया है कि किस तरह से एथलीट्स को शाम को जल्दी स्टेडियम खाली करने को कहा जाता है। ताकी कुछ उच्च अधिकारी स्टेडियम में वॉक कर सके और अपने कुत्ते को घुमा सके। हालांकिआईएएस खिरवार ने इस तरह के आरोप को गलत बताया है। वहीं शाम सात बजे के बाद खिलाड़ियों की नो एंट्री वाले मामले में दिल्ली सरकार एक्शन में आती दिखी है। केजरीवाल सरकार ने सभी स्टेडियम को रात के 10 बजे तक खिलाड़ियों के लिए खुलने का निर्देश दिया है।
क्या है पूरा मामला?
एक कोच ने अंग्रेजी अखाबर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ महीनों से दिल्ली सरकार द्वारा संचालित त्यागराज स्टेडियम में एथलीट और कोच शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें सामान्य से पहले शाम 7 बजे तक प्रशिक्षण पूरा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनके अनुसार इसका कारण यह है: दिल्ली के प्रधान सचिव (राजस्व) संजीव खिरवार अपने कुत्ते को करीब आधे घंटे बाद यहां वॉक के लिए लाते हैं। हम पहले रात 8-8.30 बजे तक लाइट के साथ ट्रेनिंग करते थे। लेकिन अब हमें शाम 7 बजे तक मैदान से बाहर निकलने को कहा जाता है ताकि अधिकारी अपने कुत्ते को घुमा सकें। हमारा प्रशिक्षण और अभ्यास दिनचर्या बाधित हो गया है।
आईएएस ने आरोपों को गलत बताया
पूरे मामले पर 1994 बैच के आईएएस अधिकारी खिरवार ने आरोप को "बिल्कुल गलत" बताया। उन्होंने स्वीकार किया कि वह "कभी-कभी" अपने पालतू कुत्ते को स्टेडियम में टहलाने के लिए ले जाते हैं। लेकिन इस बात से इनकार करते हैं कि इससे एथलीटों की अभ्यास दिनचर्या बाधित होती है।
दिल्ली सरकार का बड़ा निर्णय
त्यागराज स्टेडियम मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह मेरी नज़र में आया था कि खिलाड़ियों को गर्मी की वजह से दिक़्कत हो रही है और स्टेडियम 6-7 बजे बंद हो जाता है। हम निर्देश जारी कर रहे हैं की सारी खेल सुविधाएं रात 10 बजे तक रहें और खिलाड़ी उसका इस्तेमाल कर सकें।