उप्र में पहले चरण के चुनाव में 73 सीटों पर मतदान

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 11, 2017

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में पहले चरण के लिये पश्चिमांचल के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर आज 12 बजे तक औसतन करीब 27 प्रतिशत वोट पड़े। निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार पहले चरण के लिये हो रहे मतदान में पूर्वाह्न 12 बजे तक लगभग औसतन 27 प्रतिशत वोट पड़ चुके हैं। मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा है और कहीं से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। पहले चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों की 73 सीटों पर मतदान हो रहा है।

 

सुबह ठंड होने की वजह से मतदान की गति बिल्कुल शुरू में कुछ धीमी रही, लेकिन जल्द ही इसने रफ्तार पकड़ ली। गुलाबी ठंड में मतदान केन्द्रों के बाहर लम्बी कतारें देखी जा रही हैं। मतदान शाम पांच बजे तक चलेगा। आयोग के अनुसार जो भी मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र में उपस्थित हो जाएंगे, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा। इस चरण के चुनाव में एक करोड़ 17 लाख महिलाओं समेत कुल दो करोड़ 60 लाख 17 हजार 81 मतदाता कुल 839 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर सकेंगे। मतदान के लिये 14 हजार 514 केन्द्र तथा 26 हजार 823 मतदान स्थल बनाये गये हैं। इस चरण में 5140 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील माना गया है। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिये 826 कम्पनी केन्द्रीय बल तथा पुलिस के 8011 उपनिरीक्षक, 4823 मुख्य आरक्षी तथा 60 हजार 289 आरक्षियों की तैनाती की गयी है। इसके अलावा 2268 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 285 जोनल मजिस्ट्रेट तथा 429 स्टैटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किये गये हैं।

 

पहले चरण में मतदाताओं की संख्या के लिहाज से गाजियाबाद का साहिबाबाद सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र है, वहीं एटा का जलेसर सबसे छोटा क्षेत्र है। आगरा दक्षिण सीट से सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं हस्तिनापुर से सबसे कम छह प्रत्याशी मैदान में हैं।

 

प्रमुख खबरें

एमएनएफ ने Lengpui airport को भारतीय वायुसेना को सौंपने की योजना का किया विरोध

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 के लिए नितीश कुमार रेड्डी को मिल सकता है मौका, चयनकर्ता कर रहे हैं बड़ा प्लान

Kazan ने खींचा दुनिया का ध्यान, गंगा के तट पर बसा ये शहर भारत के लिए क्यों है खास?

न्यायालय ने Byjus के खिलाफ दिवाला कार्यवाही रोकने वाले एनसीएलएटी के आदेश को किया खारिज