Asian Games 2023 में विनेश फोगाट को मिली एंट्री तो हुआ बवाल, ट्रायल नहीं होने पर पहलवानों ने उठाए सवाल

By रितिका कमठान | Jul 19, 2023

विनेश फोगाट को एशियाई खेलों में चयन ट्रायल से छूट दी गई है, जिसके बाद अब साथी पहलवानों ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाने शुरू कर दिए है। मौजूदा अंडर 20 विश्व चैंपियन अंतिम पंघाल ने विनेश को मिली इस खास छूट पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा कि कई भारतीय पहलवान ऐसे हैं जो 53 किलो वर्ग में विनेश को हरा सकते है। 

 

गौरतलब है कि भारतीय ओलंपिक संघ की तदर्थ समिति ने मंगलवार को एशियाई खेलों में विनेश (53 किलो) और बजरंग पूनिया (65 किलो) को सीधे प्रवेश देने का फैसला किया है। दोनों खिलाड़ियों को सीधी एंट्री मिलने के बाद पहलवानों का गुस्सा सामने आया है। इस सिलसिले में अन्य पहलवानों को ट्रायल देना होगा जो कि 22 और 23 जुलाई को होगा। 

 

बता दें कि हिसार की रहने वाली 19 वर्ष की पंघाल भी 53 किलो में उतरती हैं। उन्होंने पूछा कि इतने समय से अभ्यास नहीं करने के बावजूद विनेश का चयन कैसे हुआ। सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता पंघाल ने एक वीडियो में कहा ,‘‘ विनेश फोगाट को एशियाई खेलों में सीधे प्रवेश मिलेगा जबकि उसने पिछले एक साल से अभ्यास भी नहीं किया। पिछले एक साल में उसकी कोई उपलब्धि नहीं है।’ 

 

उसने कहा ,‘‘ पिछले साल जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में मैंने स्वर्ण पदक जीता था और यह करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी। एशियाई चैम्पियनशिप 2023 में मैने रजत पदक जीता जबकि विनेश ने कुछ नहीं किया। वह चोटिल भी थी।’’ पंघाल ने कहा ,‘‘ साक्षी मलिक ने ओलंपिक पदक जीता है लेकिन उसे भी नहीं भेजा जा रहा। विनेश में ऐसा क्या खास है जो उसे सीधे भेजा जा रहा है। ट्रायल कराइये। सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि ऐसी कई लड़कियां हैं जो विनेश को हरा सकती हैं।’’ 

 

विनेश को पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने के कारण एशियाई खेलों में सीधे भेजा जा रहा है। वह इस समय हंगरी के बुडापेस्ट में अभ्यास कर रही है। पंघाल ने कहा कि बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भी उसके साथ नाइंसाफी हुई थी। उसने कहा ,‘‘ राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल में उसके खिलाफ मुकाबले में अधिकारियों ने धोखेबाजी की। मैंने कहा कि कोई नहीं। मैं एशियाई खेलों के जरिये पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने की कोशिश करूंगी लेकिन अब वे विनेश को भेज रहे हैं।’’ उसने कहा ,‘‘ वे यह भी कह रहे हैं कि एशियाई खेलों में जाने वाले ही विश्व चैम्पियनशिप में जायेंगे। विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले ओलंपिक जायेंगे। हम इतने साल से मेहनत कर रहे हैं तो हमारा क्या।’’ उसने कहा ,‘‘ क्या हमें कुश्ती छोड़ देनी चाहिये। हमें बताइये कि उसे किस आधार पर भेजा जा रहा है।

 

विशाल कालीरमन ने भी खोला मोर्चा

बजरंग पूनिया का ट्रायल ना कराने पर 65 किलोग्राम वर्ग में खेलने वाले विशाल कालीरमन ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया को ट्रायल के बिना ही एशियाई खेलों में एंट्री दी गई है। बीते एक साल से बजरंग पूनिया धरना दे रहे हैं जबकि मेरे जैसे अन्य पहलवान प्रैक्टिस कर रहे है। हमारी अपील है कि सभी का ट्रायल करवाया जाए नहीं तो इस नाइंसाफी के लिए खिलाड़ी कोर्ट की शरण में जाएंगे। खिलाड़ी 15 वर्षों से अभ्यास करने मे जुटे है।

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