एम. वेंकैया नायडू ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के तौर पर आज शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में आयोजित एक सादे समारोह में नायडू (68) को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में सभी दलों के नेता शामिल हुए। अपनी ट्रेडमार्क सफेद लुंगी और सफेद कमीज पहने नायडू ने ईश्वर के नाम पर हिंदी में शपथ ग्रहण की। नायडू देश के 15वें उपराष्ट्रपति हैं और इस संवैधानिक पद पर सेवाएं देने वाले 13वें व्यक्ति हैं। उनसे पहले उपराष्ट्रपति रहे हामिद अंसारी और देश के पहले उपराष्ट्रपति एस. राधाकृष्णन ने लगातार दो कार्यकाल तक पदभार संभाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, भाजपा के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी, कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने इस समारोह में भाग लिया। सपा नेता मुलायम सिंह यादव, राकांपा के नेता तारिक अनवर, माकपा नेता डी. राजा, तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंदोपाध्याय एवं डेरेक ओ ब्रायन और अन्नाद्रमुक के ओ पनीरसेल्वम को भी समारोह में देखा गया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस समारोह में शामिल हुए। समारोह में राष्ट्रपति कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी, उपराष्ट्रपति नायडू और आडवाणी को एक साथ बैठे देखा गया। नायडू की पत्नी एम ऊषा भी इस अवसर पर मौजूद थीं। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में एक किसान परिवार में जन्मे नायडू ने भाजपा अध्यक्ष, विभिन्न मंत्रालयों के मंत्री और राज्यसभा सदस्य के तौर पर अपनी सेवाएं दीं हैं।
राजनीति में उनका शानदार कैरियर चार दशक से भी अधिक लंबा है। उनका कैरियर 1970 के दशक में उस समय आरंभ हुआ था जब जनसंघ दल बड़ा खिलाड़ी नहीं था और दक्षिण में उसका कोई खास प्रभाव नहीं था। उस समय युवा पार्टी कार्यकर्ता अटल बिहारी वाजपेयी और आडवाणी जैसे दिग्गज नेताओं के पोस्टर चिपकाया करते थे। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनसंघ पार्टी से ही भाजपा बनी। तब से नायडू ने राजनीतिक कैरियर में लंबा सफर तय किया है।
नायडू ने आज सुबह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद नायडू ने पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।