By प्रेस विज्ञप्ति | May 02, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने ईद-उल-फितर के पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए उनके सुख एवं समृद्धि की कामना की है। विधान सभा अध्यक्ष ने अपने सन्देश में ईद के पवित्र अवसर पर दिली मुबारकबाद देते हुए कहा कि यह त्यौहार बहुआयामी संस्कृति का प्रतीक है। ईद-उल-फितर का त्यौहार दया, परोपकार, उदारता, भाई-चारा और मानवीय भावनाओं से युक्त होता है। इस अवसर पर हमें समाज में आपसी सौहार्द कायम रखने का संकल्प लेना चाहिए।
भगवान परशुराम जयन्ती, अक्षय तृतीया एवं ईद-उल-फितर की बधाईयां
प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह जी ने भगवान परशुराम जयन्ती, अक्षय तृतीया एवं ईद-उल-फितर के पूर्व संध्या पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए उनके सुख एवं समृद्धि की कामना की है। विधान परिषद सभापति ने अपने सन्देश में कहा है कि अक्षय तृतीया केे सर्वाधिक सिद्धयोग तिथि पर भगवान परशुराम जी की जयन्ती मनायी जाती है। भगवान परशुराम जी के बताये नियमों व सिद्धांतों को हमें अपने जीवन में आत्मसात कर आम जनमानस के कल्याण का संकल्प लेना चाहिए। सिंह ने ईद के पवित्र अवसर पर दिली मुबारकबाद देते हुए कहा कि यह त्यौहार बहुआयामी संस्कृति का प्रतीक है। ईद-उल-फितर का त्यौहार दया, परोपकार, उदारता, भाई-चारा और मानवीय भावनाओं से युक्त होता है, इस अवसर पर हमें समाज में आपसी सौहार्द कायम रखने का संकल्प लेना चाहिए।
18 से 20 जून तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड का आयोजन
भारत सरकार के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड को 18 जून से 20 जून 2022 तक राज्य के सभी जनपदों, ब्लॉकों एवं विद्यालयों में आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस वर्श योग ओलम्पियाड की विषयवस्तु/थीम ’’स्वास्थ्य एवं सद्भाव के लिए योग’’ निर्धारित की गयी है। प्रदेश स्तर पर योग संबंधी गतिविधियॉ आयोजित कराये जाने के सम्बन्ध में शिक्षा निदेशक (मा०) डॉ. सरिता तिवारी ने प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश जारी कर दिये हैं। जारी निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय योग ओलम्पियाड के अन्तर्गत विद्यालय/ब्लाक, जनपद व राज्य स्तर पर योग सम्बन्धी गतिविधियां आयोजित करायी जायेगी। जिसमें क्रिया, आसन, प्राणायाम, ध्यान, मुद्रा और बन्ध को शामिल किया गया है । ज्ञातव्य है कि योग बच्चों के शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक एवं स्वस्थ्य जीवन शैली को प्रोत्साहित करता है। विद्यार्थियों में मानवीय मूल्यों को विकसित करने तथा प्रकृति और ब्रह्मांड के साथ सामंजस्य स्थापित करने में योग सहायक है।
डॉ. सरिता तिवारी ने बताया कि योग ओलम्पियाड में समस्त राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा-9 एवं कक्षा 10 में अध्ययनरत 14 वर्ष से 16 वर्ष की छात्र एवं छात्राएं प्रतिभाग कर सकते है। योग ओलम्पियाड में विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय/ब्लॉक, जनपद, राज्य स्तर पर एवं राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी या अंग्रेजी माध्यम का प्रयोग किया जायेगा। विद्यालय/ब्लॉक स्तर पर यह योग ओलम्पियाड का प्रथम स्तर हैं, जहाँ समस्त विद्यालय प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ स्थान पर चयनित 04 छात्र एवं 04 छात्राओं के नाम आगामी स्तर हेतु प्रेषित किये जायेंगे। इसी प्रकार जिला स्तर पर यह योग ओलम्पियाड का द्वितीय स्तर होगा, जहाँ ब्लॉक स्तर पर चयनित ही प्रतिभाग कर सकते हैं। इसमें भी प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ स्थान पर चयनित 04 छात्र एवं 04 छात्राओं का नाम आगामी स्तर के लिए चयन हेतु प्रेषित किये जायेंगे। विद्यालय/ब्लाक स्तर पर 05 मई, 2022 तक तथा जनपद स्तर पर 08 मई, 2022 तक योग ओलम्पियाड के अर्न्तगत योग कार्यक्रम आयोजित किया जाना है। योग कार्यक्रम में प्रतिभागी छात्र/छात्राओं के चयन के मानक निर्धारित किये गए है। जिसमें प्रतिभागियों का मूल्यांकन मानदंडों के आधार पर एक ज्यूरी द्वारा किया जायेगा। संस्थानों के शिक्षक, अभ्यासकर्ता एवं योग संस्थानों के विशेषज्ञ को ज्यूरी के सदस्य के रूप में नामित किया जायेगा। छात्र एवं छात्राओं का मूल्यांकन अलग-अलग किया जायेगा। उन्होंने बताया कि योग ओलम्पियाड के अर्न्तगत ब्लॉक/विद्यालय एवं जनपद स्तर पर आयोजित योग कार्यक्रम में चयनित प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को योग्यता प्रमाण-पत्र एवं अन्य प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया जायेगा।
त्योहारों में निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप हो सभी क्षेत्रों को निर्बाध विद्युत
आपूर्ति ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि आगामी त्योहार अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती व ईद पर बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से बनी रहे और सभी क्षेत्रों को निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप बिजली मिले इसकी व्यवस्था करेंगे। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर अनावश्यक बिजली कटौती न हो और ट्रिपिंग, लोकल फाल्ट व खराब ट्रांसफार्मर के कारण आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए प्रिवेंटिव मेंटिनेंस पर युद्धस्तर पर कार्य किया जाय और इसकी सघन मॉनीटरिंग की जाय, जिससे कि प्रदेश में विद्युत की सुचारू व्यवस्था बनी रहे। ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने आज शक्ति भवन में पावर कारपोरेशन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर सुचारू विद्युत व्यवस्था के लिए आवश्यक निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एवं मुख्यमंत्री जी की भी मंशा है कि जनता को अनावश्यक विद्युत आपूर्ति सम्बंधी समस्याओं का सामना न करना पड़े, इसके लिए पूरे प्रदेश की विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से कार्य करे, इसपर लगातार योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाय।
उन्होंने कहा है कि बिजली बचाने के लिए लाइन हानियों को अधिक से अधिक कम करने के प्रयास किये जाएं साथ ही राजस्व हानियों को भी लक्ष्य के अनुरूप कम करने के लिए सार्थक प्रयास किये जाएं और इसके लिए उपभोक्ताओं से लगातार संवाद स्थापित कर उन्हें बिजली बिल समय से जमा करने के लिए प्रेरित भी किया जाय। ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया है कि वितरण एवं ट्रांसमिशन से जुड़े सभी अधिकारी/ कर्मचारी वर्तमान समय की चुनौतियों को देखते हुए जनता की सेवा के लिए छुट्टियों के दौरान व समस्या होने पर रात्रि में भी कार्य करें और 24×7 अपने मोबाइल फोन चालू रखें, जिससे कि आपका उपभोक्ताओं एवं जन-प्रतिनिधियों से सम्पर्क बना रहे। उन्होंने कहा कि ट्रिपिंग, लोकल फाल्ट तथा खराब ट्रांसफार्मर व जर्जर/लटकते हुए तारों एवं पोलों को समय से ठीक किया जाय और इनके प्रिवेंटिव मेंटिनेंस हेतु युद्धस्तर पर कार्य किया जाय। सभी ट्रांसफार्मर, फीडरों एवं उपकेन्द्रों का लोड एवं आपूर्ति की भी प्रतिदिन जांच की जाय तथा लोड बढ़ने पर समय से इनकी क्षमतावृद्धि की जाय, जिससे कि इन्हें फूंकने से बचाया जा सके और निर्बाध विद्युत आपूर्ति की सुचारू व्यवस्था में भी रूकावट पैदा न हो। इन समस्त कार्यों के लिए इनसे सम्बंधित उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित हो, इसकी भी चिन्ता की जाय। बैठक में प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं चेयरमैन यूपीपीसीएल एम देवराज, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार, प्रबंध निदेशक ट्रांसमिशन एवं वितरण पी गुरू प्रसाद के साथ सभी निदेशक एवं अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
मंत्री गुलाब देवी ने दीं शुभकामनाएं
प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सु गुलाब देवी ने अक्षय तृतीया तथा परशुराम जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बधाई संदेश में कहा है कि अक्षय तृतीया को अत्यन्त पुण्यदायी तिथि माना गया है। अक्षय तृतीया युगादि तिथि है श्रद्धालुओं द्वारा इस तिथि को भगवान विष्णु के लक्ष्मीनारायण रूप का विशेष रूप से पूजन किया जाता है। अक्षय तृतीया की तिथि सभी शुभ एवं मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम मानी जाती है। इसी तिथि को भगवान परशुराम की जयन्ती भी मनायी जाती है। समाज में धर्म एवं न्याय की स्थापना में महर्षि परशुराम का अतुलनीय योगदान है। उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए अक्षय तृतीया तथा परशुराम जयन्ती के अनुष्ठान सम्पन्न करने की अपील की है।
नागरिक सुविधाओं एवं साफ-सफाई की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय
प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी की मंशानुरूप नगरीय निकायों के नागरिकों को सुखद, स्वच्छ एवं प्रदूषणमुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए प्रदेश के सभी नगर निकायों में नगरीय सुविधाओं को बढ़ाने एवं शहरों को सुंदर बनाने के लिए 15 जून, 2022 तक 60 दिवसीय विशेष अभियान को प्रभावी ढंग से चलाया जाय। साथ ही इन निकायों में स्वच्छता, सुन्दरता एवं हरियाली का स्तर बढ़ाकर नगरीय परिवेश को मानव जीवन एवं स्वास्थ्य के अनुकूल बनाया जाय, इसके भी प्रयास किये जाएं। प्रदेश के नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री ए0के0 शर्मा ने आज अपने कार्यालय कक्ष में नवनियुक्त प्रमुख सचिव नगर विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन अमृत अभिजात को मुलाकात के दौरान यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग से नगर निकायों में सफाई अभियान की निरन्तरता जारी है। नगरों में इसका असर स्पष्ट रूप से दिखने भी लगा है। उन्होंने कहा कि नगरीय जीवन को और गुणात्मक तथा सुंदर बनाने, कार्याें को गुणवत्तापूर्ण एवं समय से पूर्ण करने के लिए स्थानीय निकाय निदेशालय के निदेशक, समस्त जिलाधिकारी एवं नगर आयुक्त, नगर पालिका परिषद के समस्त अधिशासी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि स्थानीय निकायों की सड़कों पर लेन पेंटिंग तथा जेब्रा क्रॉसिंग का कार्य के साथ ही साइनेज चिन्ह और स्टैंडर्ड बोर्ड भी लगाए जाय। सुगम यातायात के लिए ट्रैफिक बोर्ड लगाए जाएं, चौराहों को चौड़ा किया जाए, फुटपाथ ठीक कराए जाएं और अव्यवस्थित चौराहों को पीपीपी मॉडल पर विकसित कराया जाए। इसपर ध्यान दिया जाय। शहर के मुख्य बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, बस एवं रेलवे स्टेशनों, सांस्कृतिक व पर्यटक स्थलों पर प्रतिदिन सायंकाल 4ः00 से 8ः00 बजे के बीच द्वितीय पाली में भी सफाई कराई जाए एवं कूड़े का उठान हो। नालों/नालियों की सफाई का विशेष ध्यान दिया जाय, जिससे वर्षाकाल में जलभराव की स्थिति न हो। सार्वजनिक एवं सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई के साथ ही बंद व खराब सार्वजनिक/सामुदायिक शौचालयों को ठीक कराया जाए तथा उनके संचालन के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। नगर विकास मंत्री ने निर्देशित किया है कि शहरों की साफ-सफाई व्यवस्था की प्रभावी मॉनीटरिंग की जाय। उन्होंने नियमित रूप से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा उठान करने, सीवर आदि की सफाई तथा नागरिकों को साफ पेयजल की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारकर एवं इसकी प्रभावी मॉनीटरिंग कर नागरिकों को लाभान्वित करें।
जनपद में अमृत सरोवर युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर शीघ्र बनाए जाय
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहल एवं दिशा निर्देशानुसार जनपद में ‘अमृत सरोवर’ युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर शीघ्र बनाए जाने हेतु विभागीय अधिकारीयों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की हीलाहवाली नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो महिलाएं स्वयं सहायता समूह में हैं और मनरेगा में भी पंजीकृत हैं, उनकी सूची तैयार किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से वाराणसी को पूरे प्रदेश में विकास माडल के रूप में स्थापित किए जाने पर जोर देते हुए, इस दिशा में कार्य किए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि यही विकास का मॉडल देश/प्रदेश के लिए प्रेरणा स्रोत बने।उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सोमवार कोवाराणसी के सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन गांव में रोजगार सेवक नहीं है, उनकी रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाय। आवास योजना की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिनके आवास क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, उन्हें भी मुख्यमंत्री आवास योजना में अच्छादित किया जाता है। 21 जून तक लक्ष्य पूर्ति का निर्देश दिया। गांवो के खलिहान की खाली पड़ी भूमि को योगा के लिए प्रयोग किया जाए। जिला एवं विकास खंड स्तरीय अधिकारी जब दौरे पर जाते हैं ,तो इसके लिए अपने कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर बनाएं और उसमें दौरे की जानकारी अवश्य अंकित करें। उन्होंने प्रत्येक ग्राम सभा को ष्आदर्श ग्रामष् बनाए जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि इस वर्ष प्रत्येक विकासखंड में 1-2 आदर्श ग्राम बनाए जाएं एवं अगले वर्ष उत्तरोत्तर इसकी संख्या बढ़ाई जाए। आवश्यकता पड़े तो आईआईटी, बीएचयू की भी सहायता ली जाए। शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से गुणवत्ता के साथ समय से सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने जन समस्याओं के प्रभावी समाधान पर विशेष जोर देते हुए कहा कि जन समस्याओं का समाधान ब्लॉक, तहसील एवं जिला स्तर पर ही प्राथमिकता पर सुनिश्चित कराया जाए। जन समस्याएं जब स्थानीय स्तर पर ही प्राथमिकता पर प्रभावी तरीके से निस्तारित होंगी, तो लखनऊ तक नहीं पहुंचेंगी। सभी ग्राम सभाओं की व्यापक कार्ययोजना बनाने और आवश्यकतानुसार शासन को उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने अमृत सरोवर, सामुदायिक शौचालय एवं सामुदायिक भवन बनाए जाने पर विशेष जोर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना की किस्त का स्टेट्स, रोजगार सेवकों की संख्या, मुख्यमंत्री आवास योजना व प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना की प्रगति आदि की समीक्षा कर संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत पूनम मौर्या, महापौर मृदुला जायसवाल, महेश वास्तव, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल सहित सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने किया अयोध्या शोध संस्थान के पंचांग का लोकार्पण
प्रदेश के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अयोध्या शोध संस्थान के पंचांग का लोकार्पण करते हुए कहा है कि ‘अयोध्या पंचांग’ वैश्विक रामलीला, भारतीय नवसंवत्सर एवं अंग्रेजी तिथियों के आधार पर अनेक महत्वपूर्ण जानकारियों से युक्त है। ऐसे प्रयास रामलीला की सांस्कृतिक विरासत का न सिर्फ एक स्थान पर परिचय देते हैं बल्कि उसे दीर्घजीवी भी बनाते हैं। सिंह ने सोमवार को गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में श्अयोध्या पंचांगश् का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि मुझे इसका लोकार्पण करते हुए हर्ष हो रहा है। समारोह में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव तथा अयोध्या शोध संस्थान के अध्यक्ष मुकेश मेश्राम ने कहा कि यह पंचांग प्रदेश, देश एवं विश्व की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि संस्थान पिछले कई वर्षों से पंचांग के माध्यम से इस दायित्व का निर्वाह कर रहा है। संस्थान के निदेशक डॉ.लवकुश द्विवेदी ने कहा कि संस्थान का यह वार्षिक पंचांग राम संस्कृति को वैश्विक पटल पर समादृत करने में सहायक होगा। समारोह में संस्कृति निदेशालय के सहायक निदेशक अमित अग्निहोत्री सहित संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के कई प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। अयोध्या पंचांग विक्रम संवंत 2079, शक संवंत 1944 तथा सन् 2022-23 पर आधारित है तथा रामलीला के आकर्षक चित्रों से युक्त है। पंचांग में नेपाल, इंडोनेशिया, कंबोडिया, रूस, थाईलैंड, बाली, लंका, सूरीनाम, त्रिनिदाद एवं टोबेगो जैसे देशों की प्रसिद्ध रामलीला के साथ ही देश के जम्मू, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश, नई दिल्ली के रामलीला के आकर्षक चित्र शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही पंचांग में प्रदेश के वाराणसी, रामनगर, अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज, उरई, अकबरपुर, बलिया, जसवंत नगर, फिरोजाबाद की रामलीला के विविध प्रसंगों को दर्शाया गया है। पंचांग में रामलीला में प्रयुक्त होने वाले मुखौटों के चित्र भी दिए गए हैं। पंचांग में व्रत, उत्सव, पर्व, मुहूर्त, सूर्याेदय. सूर्यास्त सहित विविध जानकारियों से परिपूर्ण है।