By अनुराग गुप्ता | Jun 06, 2022
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र में रविवार को डामटा के समीप श्रद्धालुओं से भरी एक बस खाई में जाकर गिर गई। जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और अन्य 4 गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में 30 श्रद्धालु सवार थे।
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उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 94 पर डामटा से दो किमी आगे रिखावू खड्ड में देर शाम हुई दुर्घटना के समय श्रद्धालु यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के रहने वाले थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गईं जहां युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया।
हादसे की जानकारी मिलने के तुरंत बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आंधी रात को उत्तराखंड के कंट्रोल रूम पहुंचे और फिर तड़के पुष्कर सिंह धामी के साथ दुर्घटनास्थल पहुंचे। वहीं उत्तराखंड के राज्यपाल ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई लोगों ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया।
20 मई से यात्रा पर थे पन्ना के श्रद्धालु
मध्य प्रदेश के पन्ना से 69 श्रद्धालुओं का दल 20 मई को यात्रा पर निकला था। ऐसे में चित्रकूट, पशुपतिनाथ और काठमांडू होते हुए सभी श्रद्धालु 2 जून को हरिद्वार पहुंचे थे और फिर रविवार को आगे की यात्रा के लिए प्रस्थान किया। हालांकि बस खाई में जाकर गिर गई। जिसमें 26 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना की मस्जिट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। आपको बता दें कि केंद्र सरकार और उत्तराखंड परिवहन विभाग ने मुआवजे का भी ऐलान किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और जख्मियों को 50 हजार रुपए की मदद देने का ऐलान किया। इसके साथ ही उत्तराखंड परिवहन विभाग ने मृतकों के परिजनों को एक लाख रुपए और जख्मियों को 40 हजार रुपए की मदद राशि देने की घोषणा की।
वायुसेना से मांगी मदद
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से वायुसेना का विमान उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है, ताकि मृतकों के शव जल्दी उनके घर पहुंचाए जा सकें। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि हमारी कोशिश यह है कि हम श्रद्धालुओं के शव ससम्मान उनके घर पहुंचा दें। सड़क मार्ग से शव पहुंचाने में बहुत समय लगेगा। मेरी रक्षा मंत्री राजनाथ सिह से बात हुई है कि अगर वह हमें वायुसेना का विमान उपलब्ध करा दें तो हम मृतकों के शव जल्दी उनके घर पहुंचा पाएंगे। जिसकी स्वीकृति राजनाथ सिंह ने दे दी है। ऐसे में मृतकों का पार्थिव शरीर देहरादून से वायुसेना के विमान की मदद से खजुराहो लाया जाएगा।
बस दुर्घटना के तुरंत बाद शिवराज सिंह चौहान ने पुष्कर सिंह धामी से संपर्क किया और लगातार उनके साथ संपर्क में रहे और आधी रात को ही उत्तराखंड के कंट्रोल रूम में पहुंच गए।
बस दुर्घटना के तुरंत बाद शिवराज सिंह चौहान ने पुष्कर सिंह धामी से संपर्क किया और लगातार उनके साथ संपर्क में रहे। बस दुर्घटना को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हुए। बताया जा रहा है कि जिस जगह दुर्घटना हुआ, वहां पर डामरीकरण का काम चल रहा है। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि दुर्घटनाग्रस्त बस का बिना रुके तीसरा ट्रिप था और इसी बीच बस 400 मीटर गहरी खाई में जाकर गिर गई। नियम के मुताबिक, बस का एक ट्रिप पूरा होने के बाद चालक और बस को आराम दिया जाता है।