By प्रेस विज्ञप्ति | Jun 21, 2021
फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना हेतु फसल अवशेष प्रबंधन के यंत्र
उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश जारी। रूपये 5.00 लाख तक के कृषि यंत्र के क्रय हेतु 80 प्रतिशत धनराशि अर्थात रूपये 4.00 लाख का अग्रिम भुगतान अनुमन्य। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को आसान एवं सस्ती दरों पर फसल अवशेष प्रबंधन हेतु उपयोगी कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारियों एवं कृषि निदेशक को निर्देश जारी कर दिये हैं। इस सम्बन्ध में प्रदेश की सहकारी समितियों एवं ग्राम पंचायतों को फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना के लिए अनुदान पर यंत्र उपलब्ध कराये जाने हेतु दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। अपर मुख्य सचिव कृषि, डाॅ0 देवेश चतुर्वेदी ने यह जानकारी देते हुये बताया कि फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना हेतु प्रमोशन आॅफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फाॅर इन-सीटू मैनेजमेन्ट आॅफ क्राॅप रेज्ड्यू योजना में निर्धारित यंत्रो पर रूपये 5.00 लाख तक के कृषि यंत्र की खरीद पर 80 प्रतिशत का अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी प्रकार सब मिशन आॅन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना में निर्धारित यंत्रों पर रूपये 5.00 लाख से 15.00 लाख के कृषि यंत्र की खरीद पर भी 80 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। डाॅ0 चतुर्वेदी ने बताया कि इन-सीटू योजना के अन्तर्गत रूपये 5.00 लाख तक के कृषि यंत्र के क्रय हेतु कुल मूल्य के 80 प्रतिशत अर्थात रूपये 4.00 लाख का भुगतान कृषि विभाग द्वारा अग्रिम तौर पर आॅनलाईन सम्बन्धित समितियों एवं ग्राम पंचायतों के खाते में उपलब्ध कराया जायेगा। रूपये 5.00 लाख से रूपये 15 लाख तक के कृषि यंत्रों की खरीद हेतु कोई अग्रिम धनराशि नहीं दी जायेगी। सम्बन्धित संस्था को स्वयं निजी बजट से यंत्रों का क्रय करना होगा। अपर मुख्य सचिव कृषि ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन हेतु पैडी स्ट्राचापर, श्रेडर, मल्चर, श्रब मास्टर, रोटरी स्लेशर, हाइड्रोलिक रिवर्सेबल एम0बी0 प्लाऊ, सुपर सीडर, बेलर, सुपर स्ट्रा मैनेजमेन्ट सिस्टम, जरो टिल सीड कम फर्टीड्रिल, हैप्पी सीडर, स्ट्रा रेक, क्राॅप रीपर व रीपर कम्बाइंडर इत्यादि को चिन्हित किया गया है।
काला नमक चावल बिक्री के लिए अब फ्लिपकार्ट पर होगा उपलब्ध
डॉ नवनीत सहगल ने फ्लिपकार्ट पर बिक्री हेतु काला नमक चावल की पहली खेप को हरीझण्डी किया दिखाकर रवाना। फ्लिपकार्ट के माध्यम से सिद्धार्थनगर का कालानमक चावल देश-दुनिया में पहुंचेगा। आॅनलाइन मार्केटिंग से सिद्धार्थनगर के किसानों को चावल की मिलेगी अच्छी कीमत। ‘‘बुद्ध का प्रसाद’’ सिद्धार्थनगर का ओडीओपी उत्पाद काला नमक चावल बिक्री के लिए अब फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध होगा। अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा नवनीत सहगल ने आज फ्लिपकार्ट पर बिक्री हेतु सिद्धार्थनगर के विश्व प्रसिद्ध कालानमक चावल के 250 किलोग्राम की पहली खेप को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। फ्लिपकार्ट पर एफपीओ कपिलवस्तु किसान निर्माता कम्पनी लिमिटेड को सिंगापुर से 250 किग्रा कालानमक चावल के निर्यात का आर्डर मिला था। इस अवसर पर डा सहगल ने किसानों को वर्चुअल सम्बोधित करते हुए कहा कि ओडीओपी और फ्लिपकार्ट की साझेदारी नए पड़ाव पर आ गई है। उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर का कालानमक चावल का संबंध महात्मा बुद्ध जी है। ऐेसी कहावत है कि महात्मा बुद्ध जी जब सिद्धार्थनगर से जाने लगे तब उन्होंने स्थानीय लोगों को एक चावल दिया और कहा कि लोगों इस चावल की सुगंध हमेशा उनकी याद दिलाती रहेगी। उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट के माध्यम सिद्धार्थनगर के कालानमक चावल को देश-दुनिया में पहुंचा सकते हैं। इससे सिद्धार्थनगर के किसानों को चावल की अच्छी कीमत मिलेगी और गुणवत्ता में भी सुधार आयेगा। डा0 सहगल ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के तहत सिद्धार्थनगर में सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) निर्माणाधीन है। सीएफसी स्थापित होने के फलस्वरूप कालानमक चावल भण्डारण हेतु वातानुकूलित गोदाम, ग्रेडिंग के अधार पर विपणन हेतु पैकेजिंग सहित आवश्यक सुविधाएं मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त एक अन्य सीएफसी का निर्माण भी प्रस्तावित है। साथ ही अन्र्तराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (आईआरआरआई) वाराणसी द्वारा सिद्धार्थ नगर में कालानमक शोध संस्थान की स्थापना भी कराई जायेगी।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि ओडीओपी विपणन सहायता योजना के अन्तर्गतर इस वर्ष लखनऊ में आयोजित हुनर हाट, वाराणसी में आयोजित जी0आई0 प्रोडक्ट प्रदर्शनी तथा नोएडा में आयोजित नोएडा शिल्प हाट में कालानमक से जुड़े उद्यमियों की प्रतिभागिता सुनिश्चित कराई गई है। इसके साथ ही कृषि और प्रसंस्करण खाद्य उत्पादन निर्यात विकास प्राधिकारी (एपीडा) वाराणसी के सहयोग से एफ0पी0ओ0 एवं निर्यातकों के लिए गोष्ठी आदि का आयोजन कराकर कालानमक चावल के निर्यात को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी वित्त पोषण योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक 40 उद्यमियों को लाभान्वित करते हुए 86.81 लाख रुपये की मार्जिन मनी वितरित की गई है। ओडीओपी प्रशिक्षण एवं टूलकिट योजना के तहत 150 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है। किसानों को कालानमक के प्रति जागरूक करने के लिए जनपद के कालानमक उत्पादक क्षेत्रों में फील्ड डे के माध्यम जैविक विधि से कालानमक उत्पादन की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इसी प्रकार जनपद के 12 विकास खण्डों में काला नमक चावल किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) का गठन किया गया है। चीफ कार्पोरेट आफिसर, फ्लिपकार्ट गु्रप, श्री रजनीश कुमार ने कहा कि स्वदेशी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस होने के नाते फ्लिपकार्ट ने हमेशा से ही किसानों के लिए आर्थिक अवसर पैदा करने के लिए निवेश किया है। इसी दिशा में फ्लिपकार्ट द्वारा किसानों की पहुंच बाजारों तक सुगम बनाने के मकसद से टेक्नोलॉजी के प्रयोग पर लगातार जोर देती आयी है। हम उत्तर प्रदेश का अनूठा ‘काला नमक चावल’ अपने मार्केटप्लेस पर उपलब्ध कराते हुए गर्व का अनुभव कर रहे हैं, जो कि सरकार के साथ हमारी ओडीओपी पहल के तहत् भागीदारी का हिस्सा है। हमने अपने उपभोक्ताओं और खुदरा विक्रेताओं के लिए उन्नत गुणवत्ता वाले उत्पादों को उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित किया है और इस प्रक्रिया में हम स्थानीय किसानों को भी बाजारों तक व्यापक पहुंच का लाभ दिलाकर तथा उपभोक्ताओं के लिए एफपीओ को भी साकार कर रहे हैं। इस लॉन्च के साथ ही, हम उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर सही मायने में लोकतांत्रिक और समावेशी कॉमर्स प्लेटफार्म स्थापित करने की दिशा में मजबूत कदम उठा रहे हैं। कार्यक्रम में सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा, मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग सहित बड़ी संख्या में किसान सम्मिलित थे।
राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश द्वारा ‘आजादी के अमृत महोत्सव’
राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश द्वारा ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत आयोजित ‘स्वतंत्रता की कहानी के रंग ललित कला के संग’ ऑनलाइन चित्रकला एवं मूर्तिकला शिविर का वर्चुअल उद्घाटन डॉ0 नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृति, पर्यटन, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल (एम0ओ0एस0) उ0प्र0 द्वारा आज 21 जून, 2021 को किया गया। उद्घाटन अवसर पर शिविर में प्रतिभागी 60 चित्रकारों एवं 40 मूर्तिकारों कुल 100 कलाकारों को ऑनलाइन सम्बोधित करते हुए मंत्री जी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे कलाकारों को आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे ‘‘अमृत महोत्सव” के अंतर्गत संस्कृति विभाग, उ0प्र0 के अधीनस्थ संस्थाओं द्वारा कलाकारों को आर्थिक रूप से लाभान्वित करने की दृष्टि से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। राज्य ललित कला अकादमी, उ0प्र0 द्वारा आयोजित चित्रकला एवं मूर्तिकला शिविर उसी कड़ी का एक सराहनीय कार्य है। मा मंत्री जी ने कलाकारों से कहा कि वे स्वतंत्रता के अमर सेनानियों के बलिदान से सम्बन्धित प्रसंगों का चित्रण करें, जिससे युवा पीढ़ी प्रेरणा लेकर देश के प्रति समर्पित हो सके। शिविर में सभी प्रतिभागी कलाकारों को शुभकामनायें प्रदान करते हुए मंत्री जी ने आशा व्यक्त की कि उक्त शिविर उत्कृष्ट कलाकृतियों के माध्यम से सफलता का एक नया आयाम स्थापित करेगा तथा निकट भविष्य में इस शिविर में सृजित होने वाली कलाकृतियाँ एक आर्कषक प्रदर्शनी के माध्यम से जनसामान्य एवं कला जगत के अवलोकनार्थ प्रदर्शित होंगी। शिविर के वर्चुअल उद्घाटन में अकादमी के अध्यक्ष सीताराम कश्यप एवं उपाध्यक्ष गिरीश चन्द्र जी द्वारा कलाकारों से जुड़कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया और यह बताया कि शिविर हेतु प्रथम आगत-प्रथम स्वागत के आधार पर लगभग 234 कलाकारों के ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें प्रथम आगत-प्रथम स्वागत के आधार पर निर्धारित नियमों के अंतर्गत प्रथम चरण में 100 कलाकारों का चयन शिविर हेतु किया गया। शेष कलाकारों को अकादमी द्वारा आयोजित आगामी कला शिविरों एवं अन्य कार्यक्रमों में अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही शिविर में भागीदार सभी कलाकारों को बधाई दी। अकादमी के सचिव, डॉ0 यशवन्त सिंह राठौर ने कलाकारों से कहा कि वे स्वतंत्रता से सम्बन्धित प्रसंगों का दृश्यात्मक चित्रण करें जिससे सामान्यजन एवं युवा पीढ़ी प्रेरणा ले सके। साथ ही स्थानीय एवं गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों का चित्रण विशेष रूप से करने का प्रयास किया जाए ताकि उन महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से सभी रूबरू हो सकें। अकादमी सचिव ने शिविर के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि शिविर में चयनित सभी 100 कलाकार उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों यथा लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर, आगरा, बरेली, चित्रकूट, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर, मेरठ, अमेठी, मऊ, बहराइच, जालौन, मुरादाबाद, अलीगढ़, मथुरा, फतेहपुर, सुल्तानपुर, बिजनौर, अम्बेडकरनगर, शिकोहाबाद, गाजीपुर, बाँदा, उन्नाव, अयोध्या, गोण्डा, रायबरेली, गाजियाबाद, भदोही, नोएडा, आजमगढ़, हरदोई, कौशाम्बी, सीतापुर लगभग 36 जनपदों से कलाकारों की प्रतिभागिता है। शिविर का आयोजन 21 से 27 जून, 2021 तक ऑनलाइन माध्यम से किया गया है। शिविर समाप्ति 27 जून, 2021 के पश्चात् लगभग 01 सप्ताह में सभी कलाकारों को अपनी सृजित कृतियाँ अकादमी को मूलरूप में प्रेषित/उपलब्ध करानी होंगी।
वरिष्ठ स्टाफ अधिकारी अमित प्रणव शासन में संयुक्त सचिव पद पर तैनात
सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग द्वारा जनहित मंे श्री अमित प्रणव, वरिष्ठ स्टाफ अधिकारी, प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उ0प्र0 लखनऊ को तत्कालिक प्रभाव से स्थानान्तरित करते हुए संयुक्त सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, उ0प्र0 शासन के पद पर तैनात किया गया है। अपर मुख्य सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन टी0 वेंकटेश की ओर से 18 जून, 2021 को स्थानान्तरण सम्बंधी आदेश जारी कर दिया गया है।
डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने आवास पर किया योगाभ्यास
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने आज प्रातः अपने सरकारी आवास 5 ए माॅल एवेन्यू में 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कोरोना प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उद्गार व्यक्त करते हुए डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि योग भारत की प्राचीन विधा है। यह हमारे ऋषियों एवं मुनियों द्वारा सौंपी गयी बहुमूल्य धरोहर है। योग करने से व्यक्ति निरोग रहता है। इसलिए प्रत्येक मानव को अपनी दिनचर्या में से कुछ समय निकालकर योगाभ्यास जरूर करना चाहिए। इससे व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा, संयम, आत्मबल, अनुशासन एवं प्रकृति से जुड़ने का अवसर प्राप्त होता है। वास्तव में योग जीवन का विज्ञान है। जलशक्ति मंत्री ने यह भी कहा कि प्राकृतिक असंतुलन से पूरी दुनिया में तमाम दैवी आपदाएं उत्पन्न हो रही हैं। योगाभ्यास ही एक ऐसा वरदान है जो मानव को स्वस्थ जीवन प्रदान कर समाजसेवा के लिए अधिकतम क्षमता को सृजित करने में सहायक होता है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने वर्ष 2015 में योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया।
विधायी एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास कार्यक्रम में किया प्रतिभाग
उत्तर प्रदेश के विधायी एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने आज प्रातः जियामऊ स्थित कल्याण मण्डप एवं पंजाब मार्ग मालवीय नगर में ममता चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास किया। इस अवसर पर श्री पाठक ने कहा कि योग संतुलन और मन की शांति की कुंजी है, योग हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को प्रतिदिन योग करना चाहिए, इससे मनुष्य में सकारात्मक सोच उत्पन्न होती है और वह अपने को प्रकृति के करीब पाता है। इसके साथ ही शरीर रोगरहित होने के साथ ही संयम, अनुशासन, मन की शांति एवं अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं। स्वस्थ व्यक्ति ही अपनी अधिकतम क्षमता का उपयोग राष्ट्र निर्माण के कार्यों में कर सकता है। पाठक ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी ने योग को पूरी दुनिया में स्थापित करने का कार्य किया है, इसलिए हर वर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस का आयोजन किया जाता है। कोरोना महामारी के चलते सामूहिक योग का आयोजन न करके प्रत्येक व्यक्ति अपने घर पर ही योग करे और कोरोना प्रोटोकाल का भी पालन करें।
रोपित 30 करोड़ पौधे अपने जीवन काल में वातावरण से 17.67 लाख मैट्रिक टन कार्बन अवशोषित करेंगे
वृक्षारोपण जन आन्दोलन 2021 में वन विभाग द्वारा स्वयं एवं अन्य राजकीय विभागों व व्यापक जन सहभागिता द्वारा रोपित 30 करोड़ पौधे स्थापित होने के उपरान्त अपने जीवन काल में वातावरण से 17.67 लाख मैट्रिक टन कार्बन अवषोशित करेंगे। यह जानकारी मुख्य वन संरक्षण (प्रचार-प्रसार) श्री मुकेश कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि एक वृक्ष प्रति वर्ष औसतन 13 पाउण्ड अर्थात् 5.89 किलोग्राम कार्बन अवशोषित करता है। रोपित होने वाले 30 करोड़ वृक्ष प्रतिवर्ष 17.67 लाख मैट्रिक टन कार्बन अवशोषित करेगा। उन्होंने बताया कि मानवीय गतिविधियों के कारण उत्सर्जित कार्बन पर्यावरण प्रदूषण का प्रमुख कारक है। वृक्ष, प्रकाश संश्लेषण द्वारा भोजन बनाने की प्रक्रिया में वातावरण से कार्बन डाई आॅक्साईड अवशोषित कर वातावरण में कार्बन की मात्रा कम कर पर्यावरण प्रदूषण को न्यून करने में योगदान देते हैं।
प्रदेश में अब तक 55.97 लाख मीट्रिक टन हुई गेहूँ खरीद
प्रदेश सरकार द्वारा रबी खरीद वर्ष 2020-21 के तहत प्रदेश में स्थापित 5678 गेहूँ क्रय केन्द्रों के माध्यम से, 1975 रूपये प्रति कुन्तल की निर्धारित दर खरीद करते हुए, अब तक 5597899.66 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद की गयी है। इसके एवज में 1284381 किसानों को लाभान्वित करते हुए, उनके खातों में 9914.11 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया है। खाद्य एवं रसद विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज 4246.70 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद हुई है। प्रदेश में इस वर्ष पहली बार क्रय केन्द्रों पर गेहूँ की खरीद इलेक्ट्राॅनिक प्वांइट आॅफ परचेज (म.चवच) के माध्यम से की जा रही है तथा गेहूँ के मूल्य का भुगतान पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में कराया जा रहा है।
पुनर्वास विश्वविद्यालय: सातवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविर का आयोजन
डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में आज 21 जून, 2021 को अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उ0प्र0 शासन के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय में आॅनलाइन योग शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय केे कुलपति, प्रो0 राणा कृष्ण पाल सिंह जी के आर्शीवचन से शुरू किया गया। उन्होंने सातवें अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग के महत्व पर प्रकाश डाला एवं हम सभी से आह्वान किया कि योग को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करें तथा पूरे परिवार के साथ प्रतिदिन 40 से 50 मिनट यथासंभव योगाभ्यास किया करें। जिससे हम अपने और अपने परिवार को स्वस्थ रख सकें क्योकि परिवार ही समाज की इकाई है। इस कार्यक्रम में प्रो0 आर0के0 श्रीवास्तव, प्रो0 ए0के0 दुबे, डाॅ0 आद्या शक्ति राय, डाॅ0 अंजली सिंह, डाॅ0 विपिन कुमार पाण्डेय, डाॅ0 विनोदिनी कटियार, श्री निशंात भोला, डाॅ0 अनामिका चैधरी, डाॅ0 शशी सौरभ एवं विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवकों ने योगा अभ्यास किया। कार्यक्रम में योग प्रशिक्षिका के रूप में उपस्थित श्रीमती अनुपमा मिश्रा, पतंजली योग पीठ ने प्रोटोकाल मानक के अनुसार विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास कराकर इस शिविर में जुडे़ सभी अतिथियों एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवकों को प्रशिक्षित किया। इन्होंने योगाभ्यास के विभिन्न क्रियाओं के फायदों से भी अवगत कराया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के समन्वयक, डाॅ0 राशि कृष्ण सिन्हा द्वारा बड़ी ही सरलता के साथ कार्यक्रम का संचालन किया गया तथा डाॅ0 पुष्पेन्द्र सिंह द्वारा कार्यक्रम से जुडे़ सभी अधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं एवं उपस्थित सभी के प्रति राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से आभार प्रकट किया गया।
बदायँू के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पड़ौलिया का निर्माण कार्य जारी
प्रदेश के जनपद बदायूँ में पड़ौलिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन निर्माण का कार्य जारी है। मा0 मुख्य मंत्री की घोषणा से आच्छादित इस परियोजना के लिए अब तक दो किश्तों में क्रमशः रू0 47 लाख तथा रू0 50 लाख अवमुक्त किए जा चुके है। अब शासन ने तीसरी किश्त के रूप में रू0 86.99 लाख अवमुक्त किए जाने की मंजूरी दे दी है।
ज्ञात हो इस परियोजना के लिए शासन ने पूर्व में कुल निर्माण लागत रू0 138.31 लाख को मंजूरी दी थी। पुनः शासन ने इस निर्माण की पुनरीक्षित लागत रू0 183.99 लाख को मंजूरी दी। शासन द्वारा इस परियोजना के निर्माण कार्य हेतु अब पुनरीक्षित लागत की अवशेष धनराशि को तीसरी किश्त के रूप में मंजूरी दी गई है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लखनऊ के सिविल अस्पताल में कराया गया योगाभ्यास
सप्तम अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2021 के अवसर पर डा0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय लखनऊ में कोविड-19 की गाइड लाइन्स को दृष्टिगत रखते हुए चिकित्सालय के आयूष विभाग के प्रभारी (योग विशेषज्ञ) डा0 राजेश्वर राव गौतम ने पाँच चरणों में योगाभ्यास कराया। चिकित्सालय निदेशक डा0 सुभाष चन्द्र सुन्द्रियाल ने योगाभ्यास का शुभारम्भ किया और अधिकारियों एवं कर्मचारियों से योग के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा ‘‘स्वस्थ जीवन के लिए योग आवश्यक है।‘‘अस्पताल परिसर में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल को ध्यान में रखते हुुए सामूहिक एवं आॅनलाइन योगाभ्यास कराया गया जिसमें लगभग 950 लोगों ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर डा0 गौतम एवं चिकित्सालय के निदेशक डा0 सुभाष चन्द्र सुन्द्रियाल ने योग के महत्व के बारे में जन समूह को जानकारी भी दी। सिविल चिकित्सालय के आयूष विभाग के प्रभारी डा0 गौतम (योग विशेषज्ञ) ने योगाभ्यास में सम्मिलित सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, पोस्ट कोविड मरीजों एवं जन सामान्य को धन्यवाद प्रस्तुत किया। योगाभ्यास में अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
वैश्विक स्वास्थ्य अभियान में भारत का योग निभा रहा है प्रमुख भूमिका
हजरों वर्षों से प्रचलित भारत का योग आज विश्व में अपनी खास पहचान बना लिया है। स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मष्तिश्क, बौद्धिक क्षमता विकसित करने, शारिरिक बलिष्टता, मन-मनष्त्कि का ध्यान केन्द्रित करने सहित तमाम रोगों में लाभकारी योगासन आजन विश्व के हर देश में अपनाया जा रहा है। हमारे देश के ऋषियों, मुनियों ने योग के बल पर मन-मष्तिश्क को संयमित रखते हुए समाज को नई दिशा दी, जिसमें सामाजिक एकता बनी रही और भारत विश्व गुरू के रूप में जाना जाता था। योग साधना से ही देश के ऋषि, तपस्वी निरोगी जीवन व्यतीत करते हुए पूरा जीवन जीते थे। योगासन आज देश-विदेश में बहुत लोकप्रिय हो गया है। भारत की प्राचीन परम्परा योग को कायम रखने के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में योग को वैश्विक स्तर पर अपनाने का आह्वान किया जिसे संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2014 में अपनाते हुए अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस आयोजन की घोषणा की और प्रतिवर्ष 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा हैं आज विश्व के 190 देश अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहें हैं। आज विश्व में जन आन्दोलन का रूप ले चुका है। योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाकर भारत के प्रधानमंत्री जी ने विश्व बिरादरी को हमारी प्राचीन परम्परा का बहुमूल्य उपहार दिया है। विश्व के तमाम देश चाहे वह विकसित हो या विकासशील, योग को अपनाकर अपने नागरिको को स्वथ्य बना रहे है। भारत में योग शिक्षण संस्थाओं में एक विषय के रूप में अपनाया गया है,वही विश्व के देश भी शैक्षिक स्तर पर योग को अपना रहे है।
आज पूरा विश्व कोविड-19 के संक्रमण का शिकार हुआ है और व्यक्ति के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता के विकास पर बल दिया जा रहा हैं वैज्ञानिकों द्वारा यह माना गया है कि जिस व्यक्ति में प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है, उसे कोरोना का संक्रमण कम होगा । कोरोना की रोकथाम के लिए विश्व में आज जो भी वैक्सीन बनी है, वह भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए है। भारत का योग एक अतिरिक्त प्रभावशाली उपचार पद्धति के रूप में कोरोना वासरस की रोकथाम के लिए विकसित हुआ है। योगासन अब एक खेलकूद के रूप में स्थापित हो चुका है। इसकी लोकप्रियता से रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे है। आज देशभर में 1.25 लाख से अधिक स्वास्थ्य एव उपचार केन्द्रों के जरिए योग स्वास्थ्य एवं चिकित्सा का प्रमुख अंग बन गया है। योग में प्रशिसित शिक्षक योग केन्द्रों के माध्यम से हर वर्ग के लोगों को प्रशिक्षण देते हुए लोगों के स्वस्थ बना रहे है। देश में योग प्रशिक्षण को विभिन्न देशों तक पहुॅचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से ‘‘ एम योग‘‘ मोबाइल एप विकसित किया गया है, जिसका विश्व के लोग लाभान्वित हो रहे है।
प्रदेश सरकार ने अपनी अधिसूचना में इस शुल्क की रकम 100 रुपये निर्धारित किया है
प्रदेश के कतिपय समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर के अनुसार अचल सम्पत्यिों की खरीद-फरोख्त से संबंधित विलेखों के पंजीकरण से पूर्व स्टाम्प शुल्क की प्रभार्यता एवं देयता निर्धारण के लिए कलेक्टर के समक्ष आवेदन करके उचित स्टाम्प शुल्क की पूर्व जानकारी किये जाने की अनिवार्यता के बारे में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। कतिपय लोगों ने इसका यह अर्थ लिया है कि सम्भवतः अब सभी विलेखों को अनिवाय्र रूप से कलेक्टर के समक्ष अधिनिर्णीत कराकर ही पंजीकरण कराये जाने का प्राविधान सरकार ने कर दिया है। वस्तुतः ऐसा नहीं है। विलेखों के पंजीकरण के संबंध में जो व्यवस्था पूर्व से प्रचलित थी उसमें किसी प्रकार का संशोधन नहीं किया गया है। यह जानकारी देते हुए महानिरीक्षक स्टाम्प एवं निबंधन डा0 रोशन जैकब ने बताया कि भारतीय स्टाम्प अधिनियम की धारा-31 में यह प्राविधान पूर्व से ही विद्यमान है कि यदि किसी पक्षकार/व्यक्ति को अपनी सम्पत्ति के बाजार मूल्य एवं उस पर स्टाम्प शुल्क की देयता के बारे में संदेह हो तो वह कलेक्टर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर जानकारी कर सकता है, किन्तु ऐसे आवेदन पत्र के लिए पूर्व में शुल्क का निर्धारण नहीं था। उन्होंने बताया कि शुल्क के विषय में लिखा है कि ‘‘वह फीस, ऐसी रकम जो राज्य सरकार द्वारा सरकारी गजट में अधिसूचना द्वारा नियत की जाये, अदा करें।’’ अब इसी बिन्दु पर राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना दिनांक 15 जून, 2021 के माध्यम से 100 रुपये शुल्क निर्धारित कर दिया गया है। डा0 रोशन जैकब ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारतीय स्टाम्प अधिनियम, 1899 की धारा-31 के प्राविधान ऐच्छिक है। ऐसे किसी प्रकरण में जहां पक्षकारों को यह लगता हो कि उनके द्वारा विलेख में व्यक्त बाजार मूल्य और उस पर अदा किये जाने वाले स्टाम्प शुल्क पर कोई आशंका हो, तभी इस प्रकार का आवेदन कोई व्यक्ति या पक्षकार कर सकता है।
शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के पुनर्वासन हेतु दुकान निर्माण/संचालन योजनान्तर्गत ऋण पक्ष में 79 लाख 53 हजार रूपये स्वीकृत
प्रदेश सरकार द्वारा शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के पुनर्वासन हेतु दुकान निर्माण/संचालन हेतु धनराशि स्वीकृत की गई है। इस संबंध में आवश्यक शासनादेश दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। शासनादेश के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के पुनर्वासन हेतु दुकान निर्माण/संचालन योजनान्तर्गत ऋण पक्ष में प्रावधानित 79.53 लाख रुपये (रूपये उन्यासी लाख तिरपन हजार मात्र) की धनराशि व्यय किये जाने हेतु शर्तों/प्रतिबन्धों के अधीन प्रदान की गई हैं। स्वीकृत धनराशि के आहरण/व्यय एवं अन्य कार्यवाहियों में दिये गये दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। योजना हेतु निर्गत दिशा-निर्देशों/गाइडलाइन्स का पूर्ण अनुपालन किया जाय।
मंत्रिगणों ने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किया योग
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री श्री अनिल राजभर, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री कपिल देव अग्रवाल तथा महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाति सिंह ने आज 21 जून 2021, अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया और लोगो को प्रतिदिन योग करने को कहा। व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री जी ने जनपद मुज्जफरनगर में योग किया। उन्होंने कहा कि योग करने से कोविड जैसे संक्रमण से बचा जा सकता है। महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने जनपद लखनऊ के वृंदावन सेक्टर 6 विशिष्ट पार्क में योग किया। उन्होंने लोगो से कहा कि प्रतिदिन योग करे और निरोग रहे।
मंत्री नन्दी ने आज प्रयागराज में योग कार्यक्रम में भाग लिया
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ एवं हज, राजनैतिक पेंशन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री व प्रयागराज शहर दक्षिणी विधायक श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ जी ने आज सुबह-सुबह अपने विधान सभा क्षेत्र के अंतर्गत बहादुरगंज स्थित नन्दी पार्क में आम जनमानस के साथ योग किया। योग करने के बाद श्री नन्दी ने कहा कि 21 जून की इस तारीख ने पिछले कुछ ही बरस में भारत के साथ ही विश्व के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है। आज से छह वर्ष पहले योग को महत्वपूर्ण मानते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में आज के दिन को इतिहास में दर्ज किया गया और तब से ही हर साल इस दिवस को योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। मंत्री नन्दी ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में योग के महत्व को बताना है, जिसे अपनाकर वे अपने जीवन में स्वस्थ रह सकते हैं।अनुलोम-विलोम प्राणायाम के अभ्यास से हम अतिरिक्त शुद्ध वायु भीतर लेते हैं और कार्बन डाईऑक्साइड यानी दूषित वायु बाहर निकाल देते हैं। इससे रक्त की शुद्धि होती है, शुद्ध रक्त हृदय के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक पहुँच जाता है और उन्हें पोषण प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि योग जीवन का वह दर्शन है जो मनुष्य को उसकी आत्मा से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि योग शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जितना फायदेमंद है उतना ही मानसिक रूप से मजबूती देता है इसलिए हर दिन योग करें और निरोगी रहें।
जनपद न्यायालय इलाहाबाद में बेसमेन्ट पार्किंग के निर्माण हेतु 119.28 लाख रूपये स्वीकृत
उत्तर प्रदेश सरकार ने जनपद न्यायालय इलाहाबाद में बेसमेन्ट पर्किंग के निर्माण हेतु 119.28 लाख रूपये (एक करोड़ उन्नीस लाख अट्ठाइस हजार मात्र) अवशेष धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस संबन्ध में न्याय विभाग द्वारा आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए है। स्वीकृत धनराशि का उपयोग 31 मार्च, 2020 तक अवश्य कर लिया जाए।
फसलों की उत्पादकता तथा उत्पादन के आंकड़ों का डाटा बैंक
उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्तमान वर्ष में फसलों की उत्पादकता तथा उत्पादन के आंकड़ों का डाटा बैंक योजना के अन्तर्गत 98.62 लाख रूपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। विशेष सचिव कृषि, विद्याशंकर सिंह ने यह जानकारी देते हुये बताया कि इस सम्बन्ध में शासन द्वारा कृषि निदेशक को आवश्यक निर्देश जारी कर दिये हैं। सिंह ने बताया कि फसलों की उत्पादकता तथा उत्पादन के आंकड़ों का डाटा बैंक योजना के अन्तर्गत रूपये 394.50 लाख रूपये का प्राविधान किया गया है। कुल प्राविधानित धनराशि के सापेक्ष प्रथम किश्त के रूप में रूपये 98.62 लाख जारी किये जा रहे हैं। जारी निर्देशो के अनुसार स्वीकार की जा रही धनराशि का व्यय केवल उन्हीं मदों में किया जायेगा, जिस मद के लिए वह स्वीकार की गयी है। विशेष सचिव कृषि ने बताया कि यह भी निर्देश दिये गये हैं कि स्वीकृत की जा रही धनराशि का व्यय योजनान्तर्गत निर्गत दिशा-निर्देशों एवं संगत नियमों के अनुसार ही किया जायेगा। धनराशि के आहरण एवं व्यय के सम्बन्ध में मितव्ययिता सम्बन्धी समय-समय पर निर्गत आदेशों एवं वित्तीय नियमों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा।
सभी लोग वैक्सीनेशन अवश्य करायें: आयुष मंत्री श्री धर्मसिंह सैनी
उत्तर प्रदेश के आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न योगासनों के द्वारा लोगों को योग करने की प्रेरणा दी। साथ ही उन्होने यह भी कहा हम सभी योग को अनिवार्य रूप से अपनी जीवन शैली में सम्मिलित करना चाहिए। योग से ही निरोग रहा जा सकता है। योग वह माध्यम है जिसके द्वारा हम शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी पूर्णतः स्वस्थ रह सकते हैं। उन्होनें सभी प्रदेशवासियों से कोविड प्रोटोकाल का पालन करने और वैक्सीनेशन अवश्य करवाने की भी अपील की है। आयुष मंत्री ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है और अब समस्त विश्व योग की महत्ता को स्वीकार कर चुका है। आज कोरोना जैसे संकट के समय आवश्यक है कि योग के द्वारा ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करते हुए तन-मन को स्वस्थ रखा जा सकता है और जीवन की सभी परिस्थितियों का सामना सकारात्मक रूप से किया जा सकता है।
मंत्री नन्दी ने दी प्रयागराज को ढाई करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण,वक्फ एवं हज, नागरिक उड्डयन, राजनैतिक पेंशन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र के नैनी, महेवा आदि इलाकों में रहने वाले लोगों को ढाई करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने और प्रयागराज की महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने 15वें वित्त, पूर्वांचल विकास निधि, विधायक निधि से हुए विकास कार्यों का लोकार्पण किया, जिससे बारिश के इस मौसम में लोगों को काफी राहत मिली। मंत्री नन्दी ने कहा कि कुछ वर्ष पहले तक नैनी, महेवा, इंदलपुर व अन्य इलाकों के लोग, कच्ची रोड होने एवं जल निकासी की व्यवस्था न होने से परेशान थे। ट्यूबवेल के अभाव में पेयजल के लिए भटकते थे। बारिश के मौसम में कीचड़ और जलभराव की समस्या झेलते थे, अब इस बारिश के मौसम में आराम से आवागमन कर रहे हैं। मंत्री नन्दी ने आज इंदलपुर में गली एवं इंटरलॉकिंग कार्य, महेवा पुरा पट्टी नई बस्ती में नाले पर आरसीसी ढक्कन एवं मंदिर के निकट की चहारदीवारी एवं इंटरलॉकिंग कार्य, महेवा पश्चिम पट्टी में भैरव मंदिर के निकट दुर्गा पंडाल ट्यूबवेल का लोकार्पण, एग्रीकल्चर गेट नंबर 2 महेवा पूरब पट्टी में ट्यूबवेल का लोकार्पण, नैनी फूल मंडी के निकट नाली एवं इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य, नैनी में एमआरएफ सेंटर के निर्माण का कार्य, संगम विहार माधोपुर खरकौनी में गली नाली पुनः निर्माण कार्य, नैनी यमुनोत्री नगर माधोपुर खरकौनी में नाले तक गली नली पुलिया निर्माण कार्य, नैनी खरकौनी पटेल नगर में वॉल टू वॉल सड़क सुधार कार्य, उत्तरी लोकपुर नैनी मैं गली नाली निर्माण कार्य, वार्ड 59 पूरा फतेह मोहम्मद नैनी में बेथनी स्कूल के बगल गाली को ऊंचा कर जल निकासी का कार्य, नैनी संगम रोड पर वॉल सड़क सुधार कार्य का लोकार्पण किया।
इस दौरान मंत्री नन्दी ने आसपास के कई इलाकों में भ्रमण कर लोगों की समस्याएं सुनी। कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या सामने आई, जिस पर मंत्री नंदी ने तत्काल नगर निगम के जोनल अधिकारी को सफाई व्यवस्था बेहतर करने और नालों की सफाई कराने के निर्देश दिए। मेयर अभिलाषा गुप्ता नन्दी भी इस दौरान मौजूद रहीं। इस दौरान दिलीप केसरवानी, जीएम जलकल हरिश्चंद्र दिवेदी जी, अनिल केसरवानी झल्लर, मनोज गुप्ता, रंजीत सिंह, रामजी मिश्रा, ओम प्रकाश मिश्रा, प्रेम नारायण भारती लोकेश तिवारी, मुकेश भारती, विनोद दुबे, चंद्रभान कुशवाहा, लल्लू लाल प्रजापति, आशीष, रेहान, शिवम आदि मौजूद रहे।
करोना काल में योग की महत्ता और ज्यादा बढ़ी
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य आज अपने लखनऊ आवास पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रातः शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग, प्राणायाम व शारीरिक व्यायाम किया। मौर्य ने देश व प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग भारतीय सनातन संस्कृति एवं प्राचीन सभ्यता से जुड़ा हुआ है। इसकी जड़ें पौराणिक युग से निकली हैं। भारतीय सनातन संस्कृति एवं अध्यात्म में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अनेक मायने है। हम सभी को योग के भौतिक स्वरूप का ही अनुकरण नहीं करना है बल्कि इसके आध्यात्मिक स्वरूप को भी अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि आज हमारे इस दर्शन को पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रहा है। ऐसे में योग दर्शन के आध्यात्मिक स्वरूप से भारतीय संस्कृति के सनातन परंपरा का विस्तार विश्व के कोने कोने तक होगा और जिस विश्व गुरु का सपना हर भारतवासी ने देखा, उसमें यह योग मील का पत्थर साबित होगा। योग की महत्ता और उसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि करोना संकटकाल में योग की महत्ता पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है। योग से आत्मविश्वास व मनोबल बढ़ता है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी लोग मदद करता है। हम सबको हमेशा योग के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। योग से संयम व शक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि दुनिया में योग दिवस के प्रति उत्साह बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए सभी लोग योग करके अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं ।उन्होंने कहा कि अपने और अपने लोगों तथा देश के लिए एकजुट होकर योग की दिशा में आगे बढ़ें। अपनी दिनचर्या को भी सही करें। उन्होंने कहा कि योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। यह मन, मष्तिस्क सबको दुरुस्त रखता है। हर परिस्थिति में अडिग रहने की शक्ति देता है। योग से शारीरिक बीमारियां तो दूर होती ही हैं, मानसिक तनाव भी कम होता है। योग शरीर के साथ मानसिक उत्थान का सबसे बड़ा मार्ग निर्धारक है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लगाया जनता दर्शन
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज अपने कैम्प कार्यालय 07-कालीदास मार्ग पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये लोगों की समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुना और समस्याओंध्शिकायतों के त्वरित निस्तारण हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। उन्होने लोगों से सीधे संवाद करते हुये उनकी समस्याएं सुनी तथा सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि लोगों की समस्याओं के निराकरण में किसी भी प्रकार की कोताही क्षम्य नहीं होगी। जनता दर्शन में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये लोगों ने मा0 उपमुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्याएं बताईं तथा पत्र भी दिये। सभी प्रार्थना पत्रों पर सम्बन्धित अधिकारियों को समयबद्ध ढ़ंग से कार्यवाही करने के निर्देश मौर्य ने दिये। कतिपय मामलों में उपमुख्यमंत्री ने रायबरेली, प्रतापगढ़, देवरिया व उन्नाव के पुलिस अधीक्षकों तथा कुशीनगर व हरदोई के जिलाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता करके समस्या निवारण के प्रभावी निर्देश दिये। जनता दर्शन में गोण्डा, रायबरेली, कौशाम्बी, बाराबंकी, ग्रेटर नोएडा, मऊ, लखनऊ, अमेठी, आजमगढ़, मथुरा, गाजीपुर, शामली, फतेहपुर, मुज्जफरनगर, उन्नाव, मैनपुरी, बस्ती, बलिया, प्रयागराज, सम्भल आदि लगभग तीन दर्जन जिलों से आये लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं, जिनके प्रभावी व समयबद्ध निस्तारण के निर्देश उपमुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। यह भी निर्देश दिये गये कि जिन लोगों ने प्रार्थना पत्र दिये हैं उनपर क्या कार्यवाही हुयी, फरियादियों को उससे अवगत कराया जाय। निस्तारण इस प्रकार से किया जाय कि समस्याग्रस्त व्यक्ति निस्तारण से पूरी तरह संतुष्ट रहे और उसे बार-बार कहीं चक्कर न लगाने पड़ें। जनता दर्शन में कई दिव्यांग व्यक्ति भी आये, जिनके पास उपमुख्यमंत्री ने स्वयं जाकर उनकी समस्या सुनीं तथा उन्हे विश्वास दिलाया कि उनकी हर सम्भव मदद् की जायेगी, किसी को निराश नहीं होने दिया जायेगा।
मनरेगा योजना को क्रियान्वयन कराये जाने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं महात्मा गांधी नरेगा योजना के मूल उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जाॅब कार्डधारक ग्रामीण परिवारों को उनकी मांग के अनुसार 100 दिवस का निश्चित रूप से रोजगार उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए हैं, जिससे ग्रामीण जनमानस में योजना के प्रति विश्वास की भावना बढ़े और आजीविका में संवर्धन के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पडे़। इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव, ग्राम्य विकास विभाग द्वारा प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों व जिला कार्यक्रम समन्वयकों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। जिसमें उल्लिखित है कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी स्कीम के तहत पूर्वी क्षेत्र हेतु प्रति ग्राम पंचायत न्यूनतम 200 परिवारों तथा पश्चिमी क्षेत्र हेतु प्रति ग्राम पंचायत न्यूनतम 100 परिवारों का चयन करते हुए 04 श्रमिक समूह बनाये जायेंगे। समूह के मांग के अनुसार इन्हें 100 दिवस का रोजगार प्रदान किया जायेगा। इसके अलावा चयनित समूह मंे सम्मिलित परिवारों के अतिरिक्त कार्य की मांग करने वाले अन्य परिवारों को भी पूर्व की भांति कार्य की मांग के 15 दिनों के अन्दर रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। जारी निर्देशों में कहा गया है कि चयनित परिवारों की सूची मनरेगा सेल को उपलब्ध कराने के साथ ही उसका सार्वजनिक प्रदर्शन विकास खण्ड एवं ग्राम पंचायत स्तर पर किया जायेगा। मनरेगा में 90 दिन से अधिक कार्य करने वाले परिवारों का पंजीकरण उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में किया जायेगा, जिससे उन्हें सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। इसके अलावा मनरेगा के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद के लिए वित्तीय वर्ष में संभावित कार्यों का एक कैलेंडर भी बनाया जायेगा, जिससे श्रमिकों को ससमय कार्य पर नियोजित किया जा सके एवं बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की स्थिति उत्पन्न न हो। उल्लेखनीय है कि मनरेगा योजना प्रत्येक वित्तीय वर्ष में कार्य हेतु इच्छुक श्रमिकों को 100 दिन का गारण्टीयुक्त रोजगार प्रदान करती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे श्रमिक अपने गांव में ही रहकर रोजगार प्राप्त कर सकें।
योग करने से निरोग रहा जा सकता है
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा0 सतीश चन्द्र द्विवेदी ने आज लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर 7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास किया। डा0 द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा कि योगाभ्यास सभी को करना चाहिए। योग करने से निरोग रहा जा सकता है।