By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 25, 2021
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि राज्य के बंटवारे की उनकी कोई योजना नहीं है क्योंकि वह बंटवारे में नहीं एकजुटता में भरोसा रखते हैं। ज्ञात हो कि बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती जब उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं तब वर्ष 2011 में राज्य के चार हिस्सों में बंटवारे संबंधी प्रस्ताव विधानसभा से पारित हुआ था। इस प्रस्ताव के मुताबिक उत्तर प्रदेश को बुंदेलखंड, पूर्वांचल, अवध प्रदेश और पश्चिम प्रदेश में विभाजित करने की बात कही गई थी। आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश की जनता को अपने इतिहास पर गर्व है और देश में इस राज्य का अपना महत्व है। हम एकजुटता में विश्वास करते हैं ना कि बंटवारे में।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के पूर्वी हिस्से और बुंदेलखंड के विकास पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। अपने आवास पर पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा, ‘‘इन दोनों क्षेत्रों के आर्थिक विकास के उद्देश्य से सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदलेखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रही है।
ये दोनों एक्सप्रेस-वे इन क्षेत्रों के विकास का आधार बनेंगे।’’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश में निवेशकों के अनुकूल महौल बनाया है और अब इसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के समावेशी विकास के लिए राज्य सरकार ने एक जिला-एक उत्पाद योजना आरंभ की है जो गरीबों और पिछड़ों के जीवन में व्यापक बदलाव ला रहा है।