USA 9/11 अटैक: किसी की गोली लगने से मौत, कोई जेल में सड़ रहा, अमेरिका ने दोषियों को ढूंढ़-ढूंढ़ कर कुछ इस अंदाज में दी सजा

FacebookTwitterWhatsapp

By अभिनय आकाश | Aug 04, 2022

USA 9/11 अटैक: किसी की गोली लगने से मौत, कोई जेल में सड़ रहा, अमेरिका ने दोषियों को ढूंढ़-ढूंढ़ कर कुछ इस अंदाज में दी सजा

21 साल पहले आतंकी संगठन अलकायदा ने अमेरिका पर खौफनाक हमला किया था। जिससे कम से कम तीन हजार लोगों की मौत हो गई। जिसे देख पूरी दुनिया हैरान रह गई। 9/11 के हमलों के बाद के दो दशकों में, वाशिंगटन ने हमलों के अपराधियों की तलाश की और उन्हें दंडित किया। हालांकि इसमें समय लगा, लेकिन अमेरिका अपने लक्ष्य पर अडिग रहा। कुछ मुख्य दोषियों को जेल भेजा जा चुका है। कोई ओसामा बिन लादेन या अयमान अल-जवाहिरी की तरह मारा गया।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका ने पुतिन की गर्लफ्रेंड अलीना कबाएवा का वीजा किया फ्रीज, संपत्तियों पर भी लगाए प्रतिबंध

2001 में जब अल कायदा ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला किया, तो उसका शीर्ष नेता ओसामा बिन लादेन था। अल कायदा ने मूल रूप से अमेरिका के वजूद को ही झकझोड़ कर रख दिया था। 9/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ता बिन लादेन को 2 मई, 2011 को अमेरिकी नौसेना के जवानों ने मार गिराया था। बिन लादेन पाकिस्तान के एबटाबाद में छिपा था। लेकिन वो अमेरिकी खुफिया विभाग की नजरों से नहीं बच पाया। अमेरिकी सेना ने उस अड्डे में प्रवेश किया और अल कायदा के शीर्ष नेता को मार गिराया। यह ऑपरेशन 'नेप्च्यून स्पीयर' को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के समय में अंजाम दिया गया। 

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: नैंसी पेलोसी के भाषण और भाव-भंगिमाओं ने चीनी गुस्से की आग में घी डाल दिया है

9/11 के हमलों के पीछे एक और मास्टरमाइंड अयमान अल-जवाहिरी था। मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे संगठनों के माध्यम से, बिन लादेन ने मिस्र के सर्जन के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित किया। वह लादेन का निजी चिकित्सक भी था। बिन लादेन की मौत के बाद जवाहिरी अल कायदा का मुखिया बना। अमेरिकी खुफिया विभाग की निगाहें भी जवाहिरी को ही ढूंढ रही थीं। खुफिया विभाग को पता चला कि वह अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के उपनगरीय इलाके में है। जवाहिरी काफी समय घर की बालकनी पर बिताया करता था। उस मौके का फायदा उठाते हुए अमेरिका ने इसी साल 31 जुलाई की सुबह एक ऑपरेशन शुरू किया। ड्रोन हमले में जवाहिरी मारा गया।

इसे भी पढ़ें: लड़ाकू जेट, टैंक, फायर ड्रिल और चेतावनी के बावजूद अमेरिकी स्पीकर नैन्सी पेलोसी का ताइवान दौरा संपन्न, ताइपे से भरी उड़ान

ट्विन टावर्स हमले के अपराधियों में से एक अल कायदा नेता खालिद शेख मोहम्मद उर्फ ​​केएसएम है। यह कुवैत का नागरिक था जिसने हवाई मार्ग से इस तरह के भयानक हमले के बारे में सोचा था। केएसएम अमेरिका की टॉप 10 मोस्ट वांटेड लिस्ट में था। उन्हें 2003 में पाकिस्तान के रावलपिंडी से सीआईए ने गिरफ्तार किया था। 57 वर्षीय आतंकवादी 2006 से ग्वांतानामो बे जेल में बंद है। अमेरिका में उस भयानक आतंक के पीछे अम्मार अल बलूची नाम का अल कायदा का एक नेता था। 44 वर्षीय कुवैती नागरिक ने हमलावरों की धन सहित विभिन्न तरीकों से मदद की। बलूची कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में कुशल है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने 29 अप्रैल 2003 को बलूची को गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें अमेरिका के हवाले कर दिया गया। बलूची इस समय ग्वांतानामो बे जेल में है। 

अल कायदा के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक मुस्तफा अल हब्साबी, संगठन के वित्तीय मामलों की देखरेख करता था। 53 वर्षीय हबसाबी मूल रूप से सऊदी अरब के रहने वाला हैं। हब्साबी ने 9/11 के हमलों को विभिन्न तरीकों से वित्तपोषित करने में भी मदद की। हब्साबी को 2003 में पाकिस्तान से पकड़ा गया था। अब सीआईए की हिरासत में उन्हें 2008 में मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। 9/11 के हमलों के साजिशकर्ताओं में से एक मोहम्मद अल काथानी है। अमेरिका का आरोप है कि कथानी को उन विमानों में से एक में होना चाहिए था जो ट्विन टावर्स में दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। लेकिन हमले से कुछ महीने पहले कथानी के अमेरिका जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 2002 में, कथानी को पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से गिरफ्तार किया गया था। कथानी 20 साल जेल में रहने के बाद अब मुक्त हैं। 

प्रमुख खबरें

दुनिया के सामने बेनकाब हो गया पाकिस्तान, Operation Sindoor पर बोले Amit Shah, BSF ने गोली का जवाब गोले से दिया

Book Review: संस्कार भारती के बहाने हिन्दू कला दृष्टि पर विमर्श

BSF के अलंकरण समारोह में बोले अमित शाह, 100 KM घुसकर पाकिस्तानी सेना को सबक सिखाया

Donald Trump ने क्या वाकई करवाया था India-Pak Ceasefire ? Ex-US NSA John Bolton ने सच्चाई दुनिया को बताई