By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 15, 2022
यरुशलम। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन फलस्तीनी नेताओं के साथ बातचीत के लिए शुक्रवार को इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक जाएंगे, तो उनके पास शांति बनाए रखने के उद्देश्य से अमेरिकी धन मुहैया कराने के अलावा कोई खास पेशकश नहीं होगी। बाइडन द्वारा वित्तीय सहायता के तौर पर 31.6 करोड़ डॉलर की घोषणा करने की उम्मीद है जिनमें से लगभग एक तिहाई को अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, फलस्तीनियों के लिए संचार संपर्क प्रणाली को आधुनिक बनाने के लिए इजराइल की प्रतिबद्धता को लेकर भी वह बात कर सकते हैं।
बाइडन स्वतंत्र फलस्तीनी राष्ट्र के लिए अपना समर्थन जता सकते हैं, लेकिन इसके लिए आगे का कोई स्पष्ट रास्ता नहीं है। गंभीर शांति वार्ता का अंतिम दौर एक दशक से भी अधिक समय पहले अटक गया था, जिससे लाखों फलस्तीनी वेस्ट बैंक में इजराइली सैन्य शासन के अधीन रह रहे हैं। इजराइल की निवर्तमान सरकार ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक और गाजा में आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन कार्यवाहक प्रधानमंत्री यायर लापिड के पास शांति वार्ता करने का जनादेश नहीं है और एक नवंबर का चुनाव दक्षिणपंथी सरकार को सत्ता में ला सकता है, जो फलस्तीनी राष्ट्र के विरोध में है। फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास फलस्तीनी लोगों की आकांक्षाओं की तुलना में यथास्थिति बनाए रखने के ज्यादा समर्थक हैं।
अब्बास का फलस्तीनी प्राधिकरण कब्जे वाले वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों का प्रबंधन करता है और सुरक्षा पर इजराइल के साथ सहयोग करता है। इजराइल पूर्वी यरुशलम और वेस्ट बैंक में बस्तियों का लगातार विस्तार कर रहा है, जहां अब लगभग 7,00,000 यहूदी बसने वाले हैं। बाइडन ने इस सप्ताह स्वीकार किया कि वह ‘‘दो-राष्ट्र समाधान’’ का समर्थन करते हैं लेकिन यह ‘‘निकट भविष्य में’’ नहीं होगा।