By अभिनय आकाश | Apr 23, 2025
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की भारत में मौजूदगी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सऊदी अरब की विदेश यात्रा पर थे। तभी 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया सबसे बड़ा आतंकवादी हमला, कश्मीर के पहलगाम में 26 से अधिक नागरिक मारे गए। दरअसल, अगस्त 2019 के बाद से राज्य में पर्यटकों की रिकॉर्ड वृद्धि को घाटी में सामान्य स्थिति के लिए एक संकेत के रूप में देखा गया था। यह देखते हुए कि कैसे पर्यटन ने स्थानीय रोजगार और व्यवसायों को बढ़ावा दिया, इसे अधिक समृद्ध भविष्य के संकेत के रूप में भी देखा गया। फिर भी, पहलगाम हमले ने अतीत की स्याह यादों को पुनर्जीवित कर दिया।
गौर करने वाली बात ये है कि विदेशी नेताओं और अधिकारियों के देश में रहने के दौरान नागरिकों पर आतंकवादी हमला सोची समझी रणनीति के तहत किया गया है जिससे इसे इंटरनेशनल लेवल पर लाइमलाइट मिल सके। भारत के दौरे पर आए अमेरिकी उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक्स पर अपनी संवेदनाएं जताई और कहा कि उषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए विनाशकारी आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हैं। इस भयानक हमले में हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के संबंध में जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने जानकारी दी है और जैसे-जैसे और तथ्य सामने आ रहे हैं, उन्हें अवगत करा रहे हैं। हमें पता चला है कि दक्षिण कश्मीर के एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर हुए एक क्रूर आतंकवादी हमले में कई लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप ‘अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करने के लिए जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी से बात करेंगे। आपको बता दें कि 20 मार्च, 2000 की रात को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले के चिट्टीसिंहपोरा गांव में 36 सिख ग्रामीणों का नरसंहार अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की 21-25 मार्च की यात्रा से ठीक पहले हुआ था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने क्लिंटन के समक्ष पाकिस्तान की संलिप्तता का मुद्दा उठाया था। उस समय क्लिंटन जयपुर और आगरा के दौरे पर थे, जबकि विदेश मंत्री मैडलिन अलब्राइट और उप विदेश मंत्री स्ट्रोब टैलबोट भारतीय अधिकारियों से बातचीत करने के लिए दिल्ली में ही थे।
दो साल बाद, जब दक्षिण एशियाई मामलों के लिए अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री क्रिस्टीना बी रोका भारत की यात्रा पर थीं, तब 14 मई, 2002 को जम्मू-कश्मीर के कालूचक के पास एक आतंकवादी हमला हुआ। तीन आतंकवादियों ने मनाली से जम्मू जा रही हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बस पर हमला किया और सात लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद वे सेना के पारिवारिक क्वार्टर में घुस गए और अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 10 बच्चों, आठ महिलाओं और पांच सैन्यकर्मियों सहित 23 लोग मारे गए। मारे गए बच्चों की उम्र चार से 10 साल के बीच थी। हमले में 34 लोग घायल हुए।