UPA काल में हुए रक्षा सौदे में मिली थी 25 करोड़ की रिश्वत, 2008 का एम्ब्रेयर विमान घोटाला फिर क्यों चर्चा में है?

By अभिनय आकाश | Dec 11, 2020

जल, थल, वायु, अग्नि, आकाश और पृथ्वी ऐसा कोई स्थान नहीं जहां घोटाले ना हुए हों। साल 1951 का मूंदड़ा स्कैंडल हो या 1972 का मारुति घोटाला। थल पर आदर्श घोटाला, अग्नि में कोयला, वायु में अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला, खेल में काॅमन वेल्थ, मीडिया में नेशनल हेराल्ड, युद्ध के रण में बोफोर्स। सभी स्थानों पर बस घोटाले ही घोटाले। सभी पंचतत्व में घोटाले का निवास। आजादी के बाद से कॉमनवेल्थ घोटाले तक नेताओं ने इस देश को कैसे लूटा, कितना लूटा ये एक बड़ा सवाल है? आजादी के बाद से घोटाले दर घोटाले देश की राजनीतिक सत्ता के जरिये हुए या फिर सत्ता की भागीदारी से हुए। लूट के इस सिलसिले को देखकर देश में कहा यही जाएगा कि अंग्रेजों ने गुलाम बनाकर देश को जितना नहीं लूटा उससे ज्यादा आजादी की खुश्बू तले सत्ताधारियों ने देश को लूट लिया। अगस्ता वेस्टलैंड मामले में आरोपी राजीव सक्सेना ने ईडी की पूछताछ के दौरान दिए गए अपने बयान में कांग्रेस के कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी, उनके बेटे बकुल नाथ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद और अहमद पटेल का नाम आने का मामला अभी सुर्खियों में ही था कि यूपीए के शासन काल के एक और बड़े घोटाले से संबंधित खबर चर्चा में है। चर्चा में रहने की वजह है 2008 का एम्ब्रेयर विमान घोटाला मामला। 

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सबसे पहले आपको 2008 के इस घोटाले के ताजा हालात से रूबरू करवाते हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विमान निर्माता एम्ब्रेयर के साथ पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान हुए रक्षा सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में आरोप पत्र दायर किया है। जिसके तहत दावा किया गया है कि उन्हें 25 करोड़ रुपए मिले थे। केंद्रीय एजेंसी के अनुसार धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की विशेष अदालत के सामने अभियोजन पक्ष की शिकायत दर्ज की गई। एजेंसी ने ब्राजील स्थित एम्ब्रेयर एसए, इंटरडेव एविएशन सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड, केआरबीएल लिमिटेड, राक्षा डीलर विपिन खन्ना, अनूप कुमार गुप्ता (केआरबीएल लिमिटेड के निदेशक), अनुराग पोटदार (अनूप कुमार गुप्ता के रिश्तेदार) और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। केआरबीएल लिमिटेड ‘इंडिया गेट बासमती राइस’ की निर्माता है। ईडी ने एक बयान में कहा कि उसकी जांच में पाया गया है कि ‘‘एम्ब्रेयर एसए ब्राजील ने भारतीय वायु सेना को विमानों की आपूर्ति के लिए 21 करोड़ डॉलर का सौदा हासिल किया और यह करार अपने हक में कराने के लिए विपिन खन्ना नामक बिचौलिए को 57 लाख 60 हजार डॉलर का कमीशन दिया। एम्ब्रेयर खरीद मामले में एजेंसी ने 26 करोड़ की रिश्वत के कथित लेनदेन के मिलने के बाद अब तक 16.29 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की है। विपिन खन्ना यूपीए सरकार के विदेश मंत्री नटवर सिंह के करीबी हैं। 

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क्या था मामला

साल 2008 में भारत ने डीआरडीओ के एयरबोर्न रडार सिस्टम के लिए ब्राजील की एम्ब्रेयर से तीन विमान खरीदे थे। ब्राजील के निर्माला पर 210 मिलियन डॉलर से अधिक का कमीशन देने का आरोप है। कथित अदायगी पंजाब के संगरूर के प्रमुख चावल निर्यातक केआरबीएल के खातों का इस्तेमाल कर प्राप्त की गई थी। जहां से रक्षा डीलर विपिन खन्ना का बेटा कभी कांग्रेस की टिकट से विधायक चुना गया था। भारत में पहला विमान साल 2011 में आया था, जबकि बाकी दो विमान बाद में मिले थे। विमान में डीआरडीओ का एयरबार्न अर्ली वार्निंग सिस्टम एंड कंट्रोल (एईजब्ल्यूएंडसी) सिस्टम लगाकर उसे भारती वायुसेना द्वारा इस्तेमाल में लाया जाना था। ब्राजील की समाचार पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट में आरोप लगा कि एम्ब्रेयर कंपनी ने सऊदी अरब और भारत में सौदों के लिए बिचौलियों की मदद ली थी। पूरे मामले को लेकर कंपनी के खिलाफ ब्राजील के अभियोजक व अमेरिकी न्याय विभाग जांच कर रही है। -अभिनय आकाश

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