सफल रहा मुंबई दौरा, राजनीतिक विवादों से दूर योगी की नजर चिड़िया की आंख पर बनी रही

By नीरज कुमार दुबे | Dec 02, 2020

उत्तर प्रदेश को उद्यम प्रदेश बनाने के लिए दिन-रात प्रयास कर रहे राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का महाराष्ट्र दौरा कई मायनों में सफल रहा। यह राज्य सरकार की नीतियों का ही कमाल है कि जहां निवेशक आने से कतराते थे वह बदली हुई व्यवस्था में बड़ी संख्या में राज्य में निवेश कर रहे हैं। कोरोना काल में ही प्रदेश की इंवेस्टर्स फ्रेंडली नीतियों के चलते देश-विदेश की 52 कंपनियों ने 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश करने में रुचि दिखाई। उत्तर प्रदेश में इस समय विकास के जिन नये प्रोजेक्टों पर काम शुरू किया गया है उस पर निवेशकों के साथ चर्चा के लिए मुख्यमंत्री का महाराष्ट्र दौरा आयोजित किया गया।

इसे भी पढ़ें: लव जिहाद के खिलाफ यूपी सरकार का कानून तो अच्छा है पर कुछ सवाल भी खड़े हुए हैं

इस दौरे का मुख्य आकर्षण उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी है। हालांकि फिल्म सिटी को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नाराज हो गये हैं। जब फिल्म सिटी बनाने की बात सामने आई तो उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ को चुनौती दी थी, अब जब मुख्यमंत्री योगी मुंबई पहुँच गये तो उद्धव ठाकरे नाराज हो गये। इंडियन मर्चेंट ऑफ चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स में बात करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र मैग्नेटिक राज्य है और उद्योगपतियों में आज भी महाराष्ट्र का आकर्षण कायम है। ठाकरे ने कहा कि कम्पटीशन होना अच्छी बात है, लेकिन चिल्लाकर, धमकाकर कोई लेकर जाना चाहेगा तो मैं वो होने नहीं दूंगा। इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सीएम योगी का नाम लिए बिना कहा था, 'दम है तो यहां के उद्योग को बाहर लेकर जाएं।' वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत को भी योगी आदित्यनाथ का मुंबई दौरा नहीं भाया है। उन्होंने कहा कि मुंबई की फिल्म सिटी को कोई यहां से ले जाने की बात अगर करता है तो पहले योगी जी ये बताएं कि नोएडा फिल्म सिटी की अभी क्या हालत है?


मनसे की गलत हरकत


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुंबई में जिस पांच सितारा होटल में ठहरे हैं, उसके बाहर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने मराठी में पोस्टर लगाए। इस पोस्टर में नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर निशाना साधा गया। मनसे ने इस पोस्टर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बिना उन्हें ठग कहा। मनसे ने अपने पोस्टर में यूपी में दरिद्रता और महाराष्ट्र के वैभव की बात कही है। यहां मनसे को बताना चाहिए कि यह वैभव तब कहां चला गया था जब प्रवासी मजदूरों को बेहाल छोड़ दिया गया था और वह अपने अपने राज्य वापस जाने के लिए पैदल ही चल पड़े थे।


सफल दौरा


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की महाराष्ट्र यात्रा निवेशकों को लुभाने में सफल रही। मुख्यमंत्री ने फिल्म सिटी से संबंधित मुद्दों पर कलाकारों से बातचीत कर उनकी राय जानी। इसके अलावा लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराया गया। उद्योगपतियों और बैंकरों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब निवेशकों को भाने लगा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में विकास की रफ्तार जारी है। जेवर में एशिया का सबसे बड़ा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट, डिफेंस कॉरिडोर, पूर्वांचल, बुंदेलखंड एवं गंगा एक्सप्रेस-वे, महानगरों में मेट्रो का विस्तार नए उत्तर प्रदेश को गढ़ने का सपना साकार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों के साथ बैठक के दौरान राज्य में निवेश, प्रस्तावित फिल्म सिटी और फाइनेंस सिटी पर विस्तृत चर्चा की। उद्योगपतियों ने उत्तर प्रदेश में आईटी, फूड पार्क, ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए रुचि जाहिर की है।


फिल्म कलाकारों से चर्चा


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी निर्माण के लिए जगह भी आवंटित कर चुके हैं। रिपोर्टों के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने फिल्मी हस्तियों से ये जानने की कोशिश की कि फिल्म सिटी बनाने के लिए किन-किन बातों का विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। मुंबई में फिल्म अभिनेता एवं निर्माता अक्षय कुमार से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फिल्म निर्माण की असीम संभावनाएं हैं और इसके दृष्टिगत राज्य सरकार फिल्म नीति-2018 के माध्यम से फिल्म निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है। राज्य में फिल्म शूटिंग होने से स्थानीय लोगों को रोजगार व प्रदेश के कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होता है। उन्‍होंने कहा कि प्रदेश में फिल्म शूटिंग करने वाले निर्माताओं को हर संभव सहयोग व सुविधा प्रदान की जा रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी कला का सदुपयोग करते हुए ‘टायलेट एक प्रेम कथा’ फिल्म के माध्यम से समाज को प्रेरक संदेश दिया। ऐसी फिल्में समाज में जागरूकता बढ़ाने में मददगार सिद्ध होती हैं।

इसे भी पढ़ें: सच्चा प्यार करने वाले कभी अपना असली धर्म और नाम नहीं छिपाते

मुख्यमंत्री से भेंट के दौरान अक्षय कुमार ने फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की तथा राज्य में फिल्म सिटी की स्थापना के निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व में उनके द्वारा अभिनीत फिल्मों की शूटिंग उत्तर प्रदेश में की जा चुकी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सिंगर कैलाश खेर समेत अन्य कलाकारों से भी मुलाकात की। कैलाश खेर ने अपने ट्वीट में इस मुलाकात पर संतोष और भविष्य के लिए नई उम्मीद जगाई है।


महाराष्ट्र में सियासत गर्म


इस बीच महाराष्ट्र में फिल्म सिटी के मुद्दे पर सियासत गरमाने लगी है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने मंगलवार को ट्वीट करके गंभीर आरोप लगाए। अशोक चव्हाण ने कहा कि जब बीजेपी महाराष्ट्र में सत्ता में थी तब कई उद्योग और कार्यालय गुजरात स्थानांतरित कर दिए गए थे। महाराष्ट्र में सरकार बदल गई, लेकिन बीजेपी उत्तर प्रदेश सरकार के नाम पर अब बॉलिवुड का एक टुकड़ा ले जाने की पटकथा तैयार कर रही है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि बीजेपी के शासनकाल में जो कुछ हुआ, हम फिर वह नहीं होने देंगे। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आशंका जाहिर की है कि महाराष्ट्र के उद्योगपतियों और बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं को धमकाया जा सकता है। इसलिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और महाविकास अघाड़ी सरकार राज्य के उद्योगपतियों और फिल्मकारों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे। मुख्यमंत्री योगी के मुंबई दौरे पर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा है कि केंद्र की ओर से मुंबई का महत्व कम करने की कोशिशें हो रही हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर सीएम योगी यूपी में बॉलीवुड जैसी फिल्म सिटी बनाना चाहते हैं तो उनकी शुभकामनाएं उनके साथ हैं। सुप्रिया सुले ने कहा कि बॉलीवुड और मुंबई का जो प्यार और विश्वास का नाता है उसको कोई भी ठेस नहीं पहुंचा सकता है। वहीं महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि मुंबई बॉलीवुड नगरी है और इसे कोई उठा कर नहीं ले जा सकता है। अगर कहीं पर अच्छी सुविधा दी जाती है तो लोग वहां भी शूटिंग कर सकते हैं।


योगी का ध्यान सिर्फ चिड़िया की आंख पर


बहरहाल, मुख्यमंत्री तमाम राजनीतिक विवादों से इतर अपनी मुंबई यात्रा के उद्देश्यों को सफल बनाने में लगे रहे। उत्तर प्रदेश के लिए प्रसन्नता की बात रही कि लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घंटा बजाकर इसकी सूचीबद्धता की। लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड 200 करोड़ रुपये का है। लखनऊ नगर निगम बॉन्ड जारी करने वाला उत्तर भारत का पहला नगर निगम बन गया है। बॉन्ड की लिस्टिंग के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में लखनऊ नगर निगम 200 करोड़ रुपये के नगरपालिका बॉन्ड की सूचीबद्धता के साथ 'आत्मनिर्भर' लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ेगा। माना जा रहा है कि जिस तरह लखनऊ नगर निगम के बॉन्ड को रेटिंग मिली है, उसको देखते हुए गाजियाबाद, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर और आगरा नगर निगमों के भी बॉन्ड जारी किए जाएंगे। आगामी तीन महीने में गाजियाबाद नगर निगम का बॉन्ड जारी कर दिया जाएगा।


-नीरज कुमार दुबे

प्रमुख खबरें

Hair Growth Toner: प्याज के छिलकों से घर पर बनाएं हेयर ग्रोथ टोनर, सफेद बाल भी हो जाएंगे काले

Vivo x200 Series इस दिन हो रहा है लॉन्च, 32GB रैम के अलावा जानें पूरी डिटेल्स

Kuber Temples: भारत के इन फेमस कुबेर मंदिरों में एक बार जरूर कर आएं दर्शन, धन संबंधी कभी नहीं होगी दिक्कत

Latur Rural विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने किया दशकों तक राज, बीजेपी को इस चुनाव में अपनी जीत का भरोसा