By नीरज कुमार दुबे | Sep 07, 2020
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में 7.2 लाख परीक्षण कराये जाने के साथ ही देश में अब तक कोविड-19 की करीब पांच करोड़ जांच करायी गयी हैं। एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस जांच में तेजी लाये जाने के बाद केवल पिछले दो सप्ताह में 1,33,33,904 परीक्षण किये गये। उसने कहा, ''भारत उन कुछ देशों में है जहां रोजाना बहुत अधिक जांच हुई। रोजाना परीक्षण क्षमता 11.70 लाख के पार चली गयी है। भारत में अबतक कुल परीक्षण करीब पांच करोड़ (4,95,51,507) हुए हैं। पिछले 24 घंटे में 7,20,362 जांच की गयीं।’’ उसने कहा कि केंद्र की नीतियां वैश्विक संदर्भ में लगातार उभर रही हैं और लोगों के व्यापक परीक्षण के लिए कई कदम उठाये गये हैं। मंत्रालय ने कहा, ‘‘हाल ही में सरकार ने अद्यतन एवं संशोधित परामर्श जारी किया है जिसमें ‘मांग पर जांच’ की व्यवस्था की गयी है। राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को जांच के उच्च स्तर के लिए तौर-तरीके आसान करने के लिए व्यापक लचीलापन प्रदान किया गया है।’’ मंत्रालय ने कहा कि औसत रोजाना परीक्षण अगस्त के तीसरे सप्ताह के करीब सात लाख से बढ़कर सितंबर के पहले सप्ताह में दस लाख हो गये। देश में कोरोना वायरस के मामले 42,04,613 हो गये जबकि अब तक 71,642 लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवा बैठे। पिछले 24 घंटे में 1016 मरीजों की जान चली गयी।
उत्तर प्रदेश में 56 और मरीजों की मौत
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमित 56 और मरीजों की मौत हो गई तथा 5649 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद में सोमवार को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 56 और मरीजों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 3976 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा 15 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा वाराणसी में पांच, कानपुर नगर में चार, प्रयागराज और झांसी में तीन-तीन, बरेली, सहारनपुर, महाराजगंज, मथुरा और मऊ में दो-दो तथा गोरखपुर, मेरठ, जौनपुर, अयोध्या, आजमगढ़़, मुजफ्फरनगर, उन्नाव, बहराइच, प्रतापगढ़, संत कबीर नगर, बदायूं, ललितपुर, फर्रुखाबाद, औरैया, अंबेडकर नगर तथा हमीरपुर में कोविड-19 संक्रमित एक एक व्यक्ति की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 5649 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। राजधानी लखनऊ में एक बार फिर सबसे ज्यादा 950 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कानपुर नगर में 342, प्रयागराज में 288, गोरखपुर में 251, गौतम बुद्ध नगर में 171, गाजियाबाद में 169 और वाराणसी में 144 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक 205731 मरीज कोविड-19 संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और 62144 मरीजों का राज्य के विभिन्न कोविड अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
त्रिपुरा में 399 नए मामले सामने आए
त्रिपुरा में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 399 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 15,529 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पांच और रोगियों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 149 हो गई है। इनमें से 80 रोगियों की मौत अकेले पश्चिमी त्रिपुरा जिले में हुई है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में फिलहाल 6,310 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जबकि 9,048 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। 22 रोगी दूसरे राज्यों में चले गए हैं। त्रिपुरा में अब तक कोविड-19 के 2,97,103 नमूनों की जांच की चुकी है।
परीक्षण के तौर पर कक्षाएं लगाई जाएंगी
हरियाणा सरकार ने करनाल और सोनीपत जिले में दो सरकारी स्कूलों में परीक्षण के आधार पर 10वीं से 12वीं तक की कक्षाएं लगवाने का फैसला किया है। इन दोनों स्कूलों में पढ़ रहे अधिकतर बच्चों के अभिभावकों ने कक्षाएं लगाने पर सहमति जतायी है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि ये दो स्कूल सोनीपुर के बाजीपुर सबोली गांव में स्थित सरकारी उच्चतर स्कूल और करनाल के निगढू में स्थित सरकारी उच्चतर माध्यमिक स्कूल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों के अधिकतर बच्चों के परिजन ने सरकार के इस फैसले को लिखित स्वीकृति दे दी है और इसे शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा। गौरतलब है कि देशभर में कोविड-19 के चलते स्कूल बंद हैं।
गुजरात में 1,330 नये मामले सामने आये
गुजरात में सोमवार को कोरोना वायरस के 1,330 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,05,671 पहुंच गई। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि कोविड-19 से 15 और लोगों की मौत होने से इस बीमारी से राज्य में मृतकों की संख्या 3,123 हो गई। विभाग ने एक विज्ञप्ति में बताया कि इसी दौरान 1,276 और लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई जिससे ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 86,034 पहुंच गई। इसके अनुसार राज्य में अभी 16,514 मरीजों का इलाज चल रहा है। अहमदाबाद जिले में सोमवार को इस महामारी के सोमवार को 172 नये मामले सामने के बाद मामलों की कुल संख्या बढ़कर 32,696 पहुंच गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस संक्रमण से तीन और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1,753 हो गई।
आंध्र प्रदेश में मामले पांच लाख के पार
आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले सोमवार को पांच लाख के पार चले गए। सोमवार सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटे में 8368 मामले आए हैं और 70 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद कुल मामले 5,06,493 हो गए हैं जबकि मृतक संख्या 4,487 पहुंच गई है। इस अवधि में 10,055 मरीज ठीक हुए हैं जिसके बाद संक्रमण से उबरने वाले मरीजों की संख्या 4,04,074 हो गई है। राज्य में 97,932 लोग संक्रमण का इलाज करा रहे हैं। प्रकाशम जिले में सबसे ज्यादा 14,024 सक्रिय मामले हैं जबकि पूर्वी गोदावरी जिला दूसरे स्थान पर है जहां 13,941 लोग संक्रमण का उपचार करा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में एक हजार से अधिक नये मामले
जम्मू-कश्मीर में लगातार पांचवें दिन सोमवार को एक हजार से अधिक कोविड-19 के नये मरीज सामने आए जिन्हें मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 44,570 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि गत 24 घंटे में 17 और लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हुई है जिन्हें मिलाकर अब तक जम्मू-कश्मीर में 807 लोगों की जान इस महामारी में जा चुकी है। अधिकारी ने बताया, ''केंद्र शासित प्रदेश में गत 24 घंटे में 1,013 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। यह लगातार पांचवां दिन है जब 24 घंटे में एक हजार से अधिक मामले सामने आए हैं।’’ उन्होंने बताया कि नये मामलों में 600 संक्रमित जम्मू क्षेत्र के हैं जबकि कश्मीर घाटी में 413 नये कोविड-19 मरीज सामने आए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू जिले में सबसे अधिक 442 नये कोविड-19 मरीज सामने आए हैं जबकि श्रीनगर में 136 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश में 11,009 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि 32,760 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि गत 24 घंटे में जिन 17 लोगों की मौत हुई है, उनमें सात जम्मू क्षेत्र के थे जबकि 10 कश्मीर घाटी के रहने वाले थे।
केरल में फिर शर्मसार करने वाली घटना
केरल में पृथक-वास में रह रही एक महिला ने स्वास्थ्य कर्मी पर बलात्कार का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कनिष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक है। उसे सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के सामने आने से एक दिन पहले ही, 19 वर्षीय युवती से एबेंलुस चालक द्वारा कथित रूप से बलात्कार का मामला सामने आया था। पीड़िता को शनिवार मध्य रात्रि को पत्तनमथिट्टा जिले के पंडालम में कोविड देखभाल केंद्र ले जाया जा रहा था। पंगोडे थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मलाप्पुरम में होम नर्स के तौर पर काम करने वाली 44 वर्षीय महिला हाल में कुलाथुपुझा स्थित अपने घर लौटी थी। स्वास्थ्य निरीक्षक ने उससे पृथक-वास में रहने को कहा था। पुलिस ने बताया कि उसका एंटीजन परीक्षण भी हुआ था जो निगेटिव आया था। व्यक्ति ने उससे जांच प्रमाण पत्र अपने फ्लैट से लेने के लिए कहा। महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वह तीन सितंबर को आरोपी के घर गई और उसे रस्सी से बांधकर बलात्कार किया गया और अगले दिन बाद जाने दिया गया। इस बीच महिला आयोग ने स्वास्थ्य निरीक्षक के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है और राज्य के स्वास्थ्य सचिव से उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा है। घटना की निंदा करते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला ने कहा कि बलात्कार की दो घटनाओं से राज्यों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली में संक्रमण के 2,077 नए मामले
राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 2,077 नए मामले सामने आए। इसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.93 लाख के ऊपर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दिल्ली सरकार की ओर से जारी ताजा बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में कोविड-19 के 32 और मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,599 पर पहुंच गई। बुलेटिन के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में विभिन्न प्रक्रिया से कुल 22,954 नमूनों की जांच की गई। दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 1,114 हो गई है। वर्तमान में कोविड-19 के 20,543 मरीजों का इलाज चल रहा है और 1,68,384 मरीज ठीक हो चुके हैं। बुलेटिन के अनुसार संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1,93,526 हो गई है।
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में मामले बढ़े
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कोरोना वायरस संक्रमण के 40 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,332 हो गई। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले चौबीस घंटे में कोविड-19 के कम से कम 47 मरीज ठीक हो गए। उन्होंने कहा कि संघ शासित प्रदेश में अब तक कुल 2,951 मरीज ठीक हो चुके हैं। अधिकारी ने कहा कि अभी कोविड-19 के 331 मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक 50 मरीजों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि रविवार तक कुल 39,205 नमूनों की जांच हो चुकी है।
सुरक्षा की गारंटी नहीं
वैज्ञानिकों का कहना है कि एंटीबॉडी की उपस्थिति सार्स-सीओवी-2 वायरस से विगत में संक्रमण का संकेत देती है लेकिन यह हर बार बीमारी से सुरक्षा प्रदान करने में सफल नहीं रहती। उनका यह भी कहना है कि इस बात पर भी बहुत कुछ निर्भर करता है कि एंटीबॉडी किस प्रकार के और कितने हैं तथा वे कितने समय तक बने रहेंगे। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों के 42 लाख से भी अधिक हो जाने से चिंताएं बढ़ गयी हैं और वैज्ञानिक एंटीबॉडी के अहम मुद्दे के साथ जूझ रहे हैं और यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वे रोग की कड़ी में कैसे प्रभाव डालते हैं। वैज्ञानिक अब भी कई अध्ययनों और परिकल्पनाओं पर काम कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई आम सहमति नहीं बन सकी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि केवल एक चीज कही जा सकती है कि एंटीबॉडी एक संकेत है कि व्यक्ति पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका है। प्रतिरक्षा विशेषज्ञ सत्यजीत रथ ने कहा कि वह "देखो और प्रतीक्षा करो’’ की नीति पर चलना पसंद करेंगे कि देखेंगे कि साक्ष्य क्या बताते हैं। नयी दिल्ली स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी (एनआईआई) के वैज्ञानिक ने कहा कि एंटीबॉडी की मौजूदगी अपने आप स्र लोगों में रोग की कड़ी के बारे में कुछ नहीं बताती है। पुणे के भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) से संबद्ध विनीता बाल ने पीटीआई भाषा से कहा कि समाप्त करने वाले एंटीबॉडी (एनएबी) होती हैं तथा सामान्य एंटीबॉडी भी होती हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ तैयार एनएबीएस कोशिका सेल में वायरस के प्रवेश को रोक सकती हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य एंटीबॉडी वायरल वायरस की उपस्थिति का एक संकेत हैं लेकिन वे वायरस के प्रसार को रोकने में उपयोगी नहीं हैं। प्रतिरक्षा वैज्ञानिक ने कहा कि एंटीबॉडी की सामान्य उपस्थिति विगत में सार्स-सोवी-2 से संक्रमण पिछले का स्पष्ट संकेत है लेकिन एनएबी की गैर-मौजूदगी में यह रोग से सुरक्षा की गारंटी नहीं है।
मेट्रो सेवाएं बहाल, स्टेशन सूने सूने नजर आये
कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के चलते 169 दिनों तक बंद रहने के बाद सोमवार को भले ही दिल्ली मेट्रो सेवाएं चालू हो गयीं लेकिन आम दिनों की भीड़भाड़ के विपरीत राजीव चौक समेत विभिन्न प्लेटफार्म और स्टेशन सूने-सूने रहे तथा खान-पान की दुकानें भी बंद रहीं। स्टेशन के कर्मी बार-बार मेट्रो स्टेशन परिसरों को संक्रमण मुक्त करते एवं एक दूसरे के बीच दूरी सुनिश्चित करते नजर आये। वैस भी पहले दिन बहुत कम संख्या में यात्री पहुंचे। राष्ट्रीय राजधानी में सबसे अधिक व्यस्त स्टेशनों में एक राजीव चौक खाली नजर आया। करीब नौ बजे राजीव चौक के व्यस्त प्रवेश द्वार पर महज कुछ अधिकारी मास्क और फेस शील्ड लगाये नजर आये। उनके हाथों में सेनेटाईजर थे ताकि यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित हो। प्रवेश द्वार से आगे बढ़ने के बाद यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही थी। साक्षात्कार देने के लिए छत्तरपुर से बाराखंभा पहुंचे इमरान खान ने कहा, ''यह सफर आसान रहा और मेरे डिब्बे में बमुश्किल पांच से भी कम यात्री थे। ऐसे में डिब्बों के अंदर भी एक दूसरे से दूरी बनाने के लिए पर्याप्त जगह थी। मुझे खुशी है कि आखिरकार मेट्रो सेवाएं शुरू हो गयीं अन्यथा मैं समय पर साक्षात्कार के लिए नहीं प़हुंच पाता।’’ दूसरे यात्री शास्त्री पार्क के विशाल नाईक (21) को इस बात की राहत है कि वह अब समय से कनॉट प्लेस अपने कार्यालय पहुंच पाएगा। उसने कहा, ''अब तक हर रोज मुझे कार्यालय पहुंचने में दो-तीन घंटे लग जाते हैं। मेरा आधा समय सफर में निकल जाता है। मुझे घर से कम से कम एक घंटा पहले निकलना पड़ता है और बस स्टैंड पर घंटे-घंटे भर इंतजार करना पड़ता है और यदि यात्री 20 से अधिक होते हैं तो मुझे अगली बस की बाट जोहनी पड़ती है जो इस महामारी के दौरान उतना ही जोखिमभरा है।’’ येलो लाइन और ब्लू लाईन के बीच अदला-बदली सुविधा वाले राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर सुबह नौ से ग्यारह बजे के बीच बहुत कम भीड़ नजर आयी। ट्रेन के कई डिब्बे तो खाली ही रहे या बमुश्किल से एक सवारी थी। कुछ डिब्बों में दस से कम यात्री थे। कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर केवल दो द्वार खुले थे। स्टेशन पर पहुंच रहे यात्रियों एवं उनके सामान को संक्रमण मुक्त किया जा रहा था। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ‘क्या करें’ और ‘क्या नहीं करें’ की घोषणाएं कर रहा था।
उत्तराखंड में 807 नये मामले सामने आये
उत्तराखंड में सोमवार को कोविड-19 के 807 नए मामले सामने आये जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 25436 हो गयी। वहीं सात और मरीजों की संक्रमण से मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 348 हो गयी है। यह जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित सर्वाधिक 241 नये मामले देहरादून जिले में सामने आये जबकि नैनीताल में 142, उधमसिंह नगर में 118 और पौड़ी गढ़वाल में 84 मामले सामने आए। सोमवार को प्रदेश में सात और मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई। सातों मरीजों की मृत्यु हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 348 हो गई है। बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में अब तक कुल 17046 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या 7965 है। कोविड-19 के 77 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।
-नीरज कुमार दुबे