Unlock 4 के 6ठे दिन केंद्र सरकार ने राज्यों से जाँच संख्या और बढ़ाने को कहा

By नीरज कुमार दुबे | Sep 06, 2020

केंद्र ने पांच राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश से संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से नीचे लाने के लिए निषिद्ध उपाय मजबूत करने तथा जांच बढ़ाने को कहा है। इन राज्यों के 35 जिलों में कोविड-19 के मामलों की संख्या और मृत्यु दर अधिक है। इन 35 जिलों में दिल्ली के सभी 11 जिले, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना, महाराष्ट्र में पुणे, नागपुर, ठाणे, मुंबई, मुंबई उपनगर, कोल्हापुर, सांगली, नासिक, अहमदनगर, रायगढ़, जलगांव, सोलापुर, सतारा, पालघर, औरंगाबाद, धुले और नांदेड, गुजरात में सूरत, पुडुचेरी में पांडिचेरी और झारखंड में पूर्वी सिंहभूम शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक में इन राज्यों से वायरस के प्रसार की कड़ी को तोड़ने के लिए सख्त नियंत्रण सुनिश्चित करने, पहले से बीमारियों की चपेट में रहे व्यक्तियों और बुजुर्ग आबादी पर ध्यान केंद्रित करते हुए संक्रमित मामलों का पता लगाने की प्रक्रिया मजबूत करने, जांच में तेजी लाने और आरटी-पीसीआर जांच क्षमता का अधिकतम उपयोग करने को कहा गया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कोविड-19 प्रबंधन को लेकर इन पांच राज्यों और एक केन्द्रशासित प्रदेश के स्वास्थ्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक की जिनके क्षेत्राधिकार के तहत उक्त 35 जिले आते हैं। जिलाधिकारियों और अन्य अधिकारियों को महामारी के प्रबंधन के प्रयासों को जारी रखने के लिए जिला विशिष्ट योजनाएं तैयार करने और अद्यतन करने की सलाह दी गई। राज्यों को यह भी सलाह दी गई कि वे प्रभावी संक्रमण नियंत्रण उपायों के लिए घर में पृथक-वास के मामलों की प्रभावी निगरानी करें और बीमारी बढ़ने पर मरीजों को शीघ्र अस्पताल में भर्ती कराएं, ऐसे रोगियों को चिकित्सकीय सहायता के लिए जल्दी अस्पताल में भर्ती कराएं जिन्हें इसकी जरूरत है, विशेष तौर पर ऐसे मरीजों को जो पहले से अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं या बुजुर्ग हैं। साथ ही उनसे कहा गया कि वे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संक्रमित होने से बचाने के लिए अस्पतालों में संक्रमण नियंत्रण उपाय करें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार कोविड-19 महामारी की निगरानी कर रहा है और राज्य तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ प्रभावी संवाद कर रहा है जिससे उन जिलों के प्रशासन का प्रभावी प्रबंधन के लिए उचित मार्गदर्शन किया जा सके जहां कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है और उपचाराधीन मामले एवं मृत्यु दर अधिक है। इसके अलावा इस डिजिटल बैठक में राज्य के स्वास्थ्य सचिव, जिलाधिकारियों के अलावा प्रभावित जिलों के नगर आयुक्तों और अन्य अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। राज्य के स्वास्थ्य सचिवों ने इन जिलों में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति का एक विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया। मंत्रालय ने कहा कि इसमें रोकथाम के उपाय, संक्रमित लोगों के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाया जाना, निगरानी गतिविधियां आदि शामिल था। इसने कहा कि उन्होंने अगले एक महीने के लिए विस्तृत रूपरेखा और कार्ययोजना पर भी चर्चा की। सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़े के अनुसार एक दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 90,632 नए मामले सामने आने से भारत में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 41,13,811 हो गई जबकि पिछले 24 घंटे में 1,065 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 70,626 हो गई।

इसे भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल ने शुरू किया दिल्ली सरकार का डेंगू निरोधक अभियान, बढ़ रहे हैं मामले

उत्तराखंड में रिकॉर्ड 668 नए मामले आए


उत्तराखंड में रविवार को कोविड-19 के 668 नए मामले आने के साथ ही महामारी से पीड़ितों का आंकड़ा 24,629 हो गया। वहीं 11 और मरीजों की संक्रमण से मृत्यु हो गयी। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित सर्वाधिक 235 नए मामले देहरादून जिले से हैं, वहीं हरिद्वार में 103, उधमसिंह नगर में 69 और उत्तरकाशी में 54 मरीज सामने आए। रविवार को संक्रमण से प्रदेश में 11 और मरीजों की मौत हो गई। इनमें से पांच ने दून मेडिकल कॉलेज में दम तोडा जबकि चार अन्य मरीजों ने एम्स ऋषिकेश में अंतिम सांस ली। दो अन्य की मृत्यु हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई। अब तक प्रदेश में महामारी से मरने वालों की संख्या 341 हो चुकी है। प्रदेश में अब तक कुल 16,573 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या 7,640 है। प्रदेश में कोविड 19 के 75 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।


केरल में कोविड-19 के 3082 नए मामले


केरल में रविवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 3082 मामले आए तथा 10 और मरीजों की मौत हो गयी। नए मामलों के साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 87,840 हो गयी है। राज्य में 50 स्वास्थ्यकर्मियों के भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। संक्रमण से 10 और मरीजों की मौत होने के साथ मृतकों की संख्या 347 हो गयी है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि नए मरीजों में 56 लोग विदेश से आए थे, 132 लोग दूसरे राज्यों से आए। विज्ञप्ति के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान 2196 लोगों को छुट्टी दे दी गयी। राज्य में 64,755 लोग ठीक हो चुके हैं। मंत्री ने कहा, ‘‘वर्तमान में राज्य में 22,676 लोगों का उपचार चल रहा है। कुल 2,00,296 लोग निगरानी में हैं। इनमें से 17,507 लोग विभिन्न अस्पतालों की पृथक-वास इकाई में भर्ती हैं।’’ तिरुवनंतपुरम से 528, कोल्लम जिले से 328, एर्नाकुलम से 281, कोझिकोड से 264 मामले आए। पिछले 24 घंटे के दौरान केरल में 41,392 नमूनों की जांच की गयी।


नया कोविड-19 जांच किट बनाया


जम्मू स्थित सीएसआईआर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटिग्रेटिव मेडिसिन (आईआईआईएम) ने बड़ी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित संदिग्धों की त्वरित जांच के लिये एक नया, सरल और कम लागत वाला जांच किट विकसित किया है और अब इसके आकलन और मंजूरी के लिये आईसीएमआर से संपर्क साधा है। आईआईआईएम के निदेशक ने रविवार को यह जानकारी दी। आईआईआईएम निदेशक डॉ. डी श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि नया ‘रिवर्स ट्रांसक्रिप्टेज-लूप मीडियेटेड आइसोथर्मल एम्प्लिफिकेशन’ (आरटी-एलएएमपी) जांच आधारित कोविड-19 जांच किट रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन (आरटी) पद्धति के बाद मानक परिमाणात्मक पीसीआर (क्यूपीसीआर) के विकल्प के तौर पर विकसित किया गया है। पहली दोनों प्रणाली बेहद संवेदनशील हैं लेकिन उनके लिये काफी महंगे उपकरणों की आवश्यकता होती है। नया आरटी-एलएएमपी जांच आधारित किट आईआईआईएम द्वारा रिलायंस इंडस्ट्रीज की साझेदारी में विकसित किया गया है। उन्होंने कहा, “हमने आरटी-एलएएमपी जांच आधारित नैदानिक किट विकसित किया है। हमारी प्रयोगशाला और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेज ने मिलकर यह किट विकसित किया है।” उन्होंने कहा कि नया किट आकलन के लिये आईसीएमआर को सौंपा गया है कि फिलहाल वह इसका आकलन कर रहे हैं। डॉ. रेड्डी ने कहा कि आरटी-एलएएमपी में बेहद परिष्कृत और महंगे उपकरण जैसे पीसीआर मशीन आदि की आवश्यकता नहीं होती जो आरटी-पीसीआर जांच किट के लिये जरूरी हैं। उन्होंने कहा, “इसके लिये पीसीआर मशीन की जरूरत नहीं है। इसलिये यह सस्ता और तेज किट (जांच के लिये) होगा। उन्हें इसे मंजूरी देनी होगी। हम बाजार में जाने के लिये मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।” इस नए जांच किट की कीमत तय की जानी अभी बाकी है लेकिन यह मौजूदा आरटी-पीसीआर मशीनों की लागत से काफी कम होगा।

इसे भी पढ़ें: कोविड-19 से लड़ाई में वैक्सीन विरोधी षड्यंत्र भी बड़ी बाधा बन कर उभर रहा है

गुजरात में कोविड-19 के 1335 नए मामले


गुजरात में रविवार को कोविड-19 के 1335 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,04,341 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि संक्रमण से 14 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 3108 हो गयी है। विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि 1212 और मरीजों को छुट्टी मिलने के साथ अब तक 84,758 लोग ठीक हो चुके हैं। राज्य में ठीक होने की दर अब 81.23 प्रतिशत हो गयी है। पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 72,561 नमूनों की जांच की गयी। उधर, अहमदाबाद में संक्रमण के 173 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 32,524 हो गयी। शहर में तीन और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1750 हो गयी है। विभाग ने बताया कि रविवार को अस्पतालों से 77 मरीजों को छुट्टी मिल गयी। अब तक 26,848 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अहमदाबाद शहर से 152 मामले आए जबकि 21 मामले ग्रामीण क्षेत्रों से आए। संक्रमण से तीनों मरीजों की मौत अहमदाबाद नगर निगम क्षेत्र में हुई।


तमिलनाडु में चार लाख से ज्यादा स्वस्थ हुए


तमिलनाडु में रविवार को कोरोना वायरस महामारी से 5,820 और मरीजों के स्वस्थ होने के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या चार लाख के पार पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने एक बुलेटिन जारी कर बताया कि संक्रमण के 5,783 नये मामले सामने आने के बाद मामलों की संख्या 4.63 लाख तक पहुंच गई जबकि इस बीमारी से 88 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या 7,836 हो गई। बुलेटिन के अनुसार इस महामारी से 5,820 और लोगों के स्वस्थ होने के बाद राज्य में अब तक ठीक हुए लोगों का आंकड़ा 4.04 लाख पहुंच गया। इसके अनुसार राज्य में अभी 51,458 मरीजों का इलाज चल रहा है।


जम्मू-कश्मीर में 1,316 नए मामले


जम्मू-कश्मीर में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,316 नए मामले सामने आए तथा कोविड-19 के 14 और मरीजों की मौत हो गई। इसके बाद संघ शासित प्रदेश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 43,557 हो गई और मृतकों की संख्या 784 पर पहुंच गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “पिछले चौबीस घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,316 नए मामले सामने आए। चौबीस घंटे में संक्रमण के एक हजार से अधिक नए मामले चौथी बार सामने आए हैं। संघ शासित प्रदेश में एक दिन में सामने आने वाले मामलों की यह सर्वाधिक संख्या है।” उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अब कोविड-19 के 10,446 मरीज उपचाराधीन हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 32,327 मरीज ठीक हो चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि रविवार शाम पांच बजे तक पिछले चौबीस घंटे में कोविड-19 से 14 और मरीजों की मौत हो गई। अब तक संघ शासित प्रदेश में इस महामारी से 784 मरीजों की मौत हो चुकी है।


कोविड-19 मरीज से बलात्कार


केरल में पथनममिट्टा के समीप एंबुलेंस चालक ने 19 साल की एक कोविड-19 मरीज से कथित रूप से उस समय बलात्कार किया, जब युवती को इलाज के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। इस घटना का संज्ञान लेते हुए राज्य महिला आयोग ने स्वयं ही मामला दर्ज किया है। विपक्षी कांग्रेस और भाजपा ने इस घटना की निंदा की है तथा स्वास्थ्य मंत्री केके सैलजा ने कहा कि अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। सैलजा ने कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमने अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।’’ लड़की की मां ने अस्पताल प्रशासन और पुलिस से शिकायत की, जिसके आधार पर एंबुलेंस चालक नौफाल (29) को रविवार को हिरासत में ले लिया गया। कानिवू 108 एंबुलेंस सर्विसेज ने एक विज्ञप्ति में कहा कि आरोपी चालक को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार यह घटना शनिवार को अरणमुला में हुई। जांच अधिकारी ने कहा, ''पीड़िता ने अस्पताल प्रशासन को बताया और फिर अस्पताल प्रशासन ने हमें इसकी सूचना दी। उसके बाद हमने उसे हिरासत में ले लिया। हम लड़की का बाद में बयान लेंगे क्योंकि वह अभी अपनी आपबीती बताने की स्थिति में नहीं है।’’ इस लड़की को शनिवार को अडूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह और उसकी मां कोरोना वायरस से संक्रमित पायी गयी थीं। लड़की को बाद में जब ‘फर्स्ट लाइन’ उपचार केंद्र स्थानांतरित किया जा रहा था, तब एंबुलेंस चालक ने उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। आयोग की अध्यक्ष एमसी जोसफाइन ने कहा कि महिला को सभी तरह की सहायता की पेशकश की गई है। उन्होंने एक बयान में कहा, ''यह मुद्दा दर्शाता है कि महिला मरीजों को पृथक सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है। अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के अलावा उसका ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाना चाहिये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एंबुलेंसों के लिए चालक नियुक्त करने से पहले कड़ी पृष्ठभूमि जांच होनी चाहिए।’’ पथनमथिट्टा के पुलिस अधीक्षक पीकेजी साइमन ने कहा कि पुलिस ने घटना की सूचना मिलने के शीघ्र बाद उसे पकड़ लिया। उन्होंने कहा, ''वह कायमकुलम का रहने वाला है और वह हत्या के मामले में पहले से आरोपी है। हम अन्य जानकारियां जुटा रहे हैं। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।’’ उन्होंने बताया कि पथनमथिट्टा के समीप अरणमुला में एक खाली भूखंड में चालक ने मरीज के साथ कथित रूप से बलात्कार किया। विपक्ष के कांग्रेस के नेता रमेश चेन्नितला ने कहा, ‘‘महिला को अपराधी के साथ एंबुलेंस में अकेले भेज दिया गया। ...अब पुलिस कह रही है कि अपराधी की आपराधिक पृष्ठभूमि है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब उसे नियुक्त किया गया तब इस बात पर विचार क्यों नहीं किया गया। हम इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं।’’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रण ने भी ऐसी मांग करते हुए कहा, ''यह दर्शाता है कि केरल सरकार विफल है और हम स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं।’’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मरीज को बिना नियमों का पालन किये चालक के साथ भेज दिया गया।’’

इसे भी पढ़ें: लॉकडाउन में सिजेरियन डिलीवरी में भारी कमी, सामान्य प्रसव के मामले बढ़े

पंजाब पुलिस के 3,800 से अधिक कर्मी संक्रमित


कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत होने के बाद से पंजाब पुलिस के 3,800 से अधिक पुलिसकर्मी कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। यह जानकारी रविवार को एक आधिकारिक बयान में दी गई। बयान में कहा गया है कि पंजाब पुलिस संक्रमित पुलिसकर्मियों को पल्स आक्सीमीटर, सेनेटाइजर और दवाओं वाली मुफ्त स्वास्थ्य किट मुहैया करा रही है। बयान के अनुसार राज्य में अभी तक 3,803 पुलिसकर्मी इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 20 पुलिसकर्मी अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 2,186 पुलिसकर्मी पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। वर्तमान में 1,597 पुलिसकर्मी कोविड-19 पॉजिटिव हैं। बयान में कहा गया है, ‘‘सभी कोविड-19 पॉजिटिव पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य किट मुहैया कराये जा रहे हैं जिसमें एक डिजिटल थर्मोमीटर, पल्स आक्सीमीटर, सेनेटाइजर, दवाएं, विटामिन आदि हैं। इस किट की कीमत कर सहित 1700 रुपये हैं लेकिन ये किट संक्रमित पुलिसकर्मियों को मुफ्त में मुहैया करायी जा रही हैं।’’ राज्य पुलिस ने 500 से अधिक कोविड-19 संक्रमित पुलिसकर्मियों को फोन किया है जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रह है या वे घर पर पृथकवास में हैं। इस कवायद में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों ने इस दौरान न केवल कर्मियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली बल्कि उन्हें सभी संभव मदद का भरोसा भी दिया। इस बयान में कहा गया है कि बीमारी से ठीक हो चुके 20 से अधिक पुलिसकर्मियों ने स्वेच्छा से अपना प्लाज्मा दान भी किया है।


कोविड-19 से 77 और लोगों की मौत


उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से 77 और लोगों की मौत हो गयी वहीं संक्रमण के 6,777 नये मामले सामने आए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित 77 और लोगों की मौत के साथ संक्रमण से मरने वालों की संख्या 3,920 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा 17 मौतें लखनऊ में हुई हैं। इसके अलावा कानपुर नगर में नौ, देवरिया और शाहजहांपुर में चार-चार, प्रयागराज, वाराणसी और मुजफ्फरनगर में तीन-तीन, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, महाराजगंज लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, चंदौली, रायबरेली तथा बांदा में दो-दो जबकि गौतमबुद्धनगर, मेरठ, बलिया, बाराबंकी, जौनपुर, आगरा, गाजीपुर, पीलीभीत, बहराइच, प्रतापगढ़, संत कबीर नगर, संभल, कानपुर देहात, बलरामपुर, कौशांबी तथा बागपत में संक्रमण से एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में प्रदेश में एक दिन सार्वाधिक 6,777 नए मामले आए हैं। राजधानी लखनऊ में 999 जबकि कानपुर नगर में 433, गोरखपुर में 364, प्रयागराज में 301, गौतमबुद्धनगर में 220, अलीगढ़ में 199 और गाजियाबाद में 180 नए मरीजों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में इस वक्त 61,625 संक्रमित लोगों का प्रदेश के विभिन्न कोविड अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। राज्य में अब तक दो लाख 738 लोग कोविड—19 संक्रमण से पूरी तरह उबर चुके हैं। प्रसाद ने बताया कि शनिवार को प्रदेश ने नमूनों की कोविड जांच में एक नया प्रतिमान स्थापित किया। शनिवार को राज्य में एक लाख 55 हजार 946 नमूने जांचे गये जो अब तक प्रदेश में टेस्टिंग का सबसे बड़ा आंकड़ा है।


कैबिनेट मंत्री कौशिक कोरोना वायरस से संक्रमित


उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के एंटीजन जांच रिपोर्ट में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट मंत्री कौशिक एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण शनिवार से ही पृथक-वास में थे और रविवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सूत्रों ने बताया कि पीसीआर जांच रिपोर्ट सोमवार को आएगी लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर उन्होंने एम्स ऋषिकेश में भर्ती होने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के पुत्र और एक भतीजी कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर अपने स्टॉफ के सदस्यों समेत अगले कुछ दिनों के लिए गृह पृथक-वास में चले गए हैं।


निषिद्ध क्षेत्र 65 प्रतिशत बढ़े


राष्ट्रीय राजधानी में बीते 16 दिनों के दौरान कोविड-19 के घर पर पृथक-वास के मामलों में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इसके साथ ही इस अवधि के दौरान निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 976 हो गई। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। बीते कुछ दिनों से कोरोना वायरस के नए और इलाज करा रहे रोगियों के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से शनिवार को घर पर पृथक-वास में रह रहे लोगों की संख्या एक बार फिर करीब एक महीने के बाद बढ़कर पांच अंकों में पहुंच गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पांच सितंबर को दिल्ली में कोविड-19 के पृथक-वास वाले मामलों की संख्या 10,514 थी जबकि एक दिन पहले यह आंकड़ा 9,822 था। दिल्ली में 21 अगस्त को घर पर पृथक-वास के मामलों की संख्या 5,818 थी, इसलिये उस तारीख से 16 दिनों में मामलों में 80 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इसी तरह निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या भी 21 अगस्त को 589 से बढ़कर पांच सितंबर को 976 हो गई। दिल्ली सरकार अपनी कोविड-19 प्रबंधन रणनीति के तहत बीते कुछ महीनों से घर पर पृथक-वास के लिये काफी जोर दे रही है। खासतौर पर उन मरीजों के लिये इस पर अधिक जोर दिया जा रहा है जिनमें लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों ने चेताया है कि बिना लक्षण वाले मरीज जिनकी जांच नहीं हुई हो और वे खुले में घूम रहे हों, वे दिल्ली में बीते एक हफ्ते या उससे कुछ ज्यादा समय में नए मामलों की बढ़ती संख्या की एक वजह हो सकते हैं। दिल्ली में शनिवार को कोविड-19 के 2,973 नए मामले सामने आए थे जो बीते 71 दिनों में एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले हैं। राष्ट्रीय राजधानी में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1.88 लाख हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हालांकि स्थिति के पूरी तरह नियंत्रण में होने का दावा कर रहे हैं। सितंबर में लगातार बीते पांच दिनों से 2,000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को यहां 38,000 से ज्यादा नमूनों की जांच की गई। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी किये गए बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 24 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,538 हो गई। शनिवार को इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढकर 19,870 हो गई जबकि एक दिन पहले यह आंकड़ा 18,842 था। राष्ट्रीय राजधानी में जून में संक्रमण के मामलों में काफी तेज बढ़ोतरी देखने को मिली थी और 23 जून को एक दिन में सबसे ज्यादा 3,947 मामले सामने आए थे जो अब तक के सर्वाधिक हैं। वहीं 26 जून को संक्रमण के 3,460 नए मामले मिले थे जो पांच सितंबर से पहले एक दिन में सर्वाधिक थे। अगस्त के आखिरी हफ्ते से ही घर पर पृथक-वास में रहने वालों और निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।


झारखंड में 1774 नए मामले


झारखंड में रविवार को 1,774 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई तथा वायरस की वजह से सात और मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद कोविड-19 के मामले करीब 50,000 हो गए हैं जबकि मृतक संख्या 450 से ज्यादा है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में बताया गया है कि रांची जिले में सबसे ज्यादा 656 नए मामले आए हैं। इसके बाद पूर्वी सिंहभूम में 244, पश्चिम सिंहभूम में 164 और धनबाद में 145 मामले आए हैं। बुलेटिन में बताया गया है कि राज्य में 15,025 सक्रिय मामले हैं जबकि 34,330 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। बुलेटिन के मुताबिक, कुल मामले 49,817 हैं, जबकि 462 मरीजों की मौत हुई है। उसमें बताया गया है कि राज्य में बीते 24 घंटे में 39,777 नमूनों की जांच की गई है।


-नीरज कुमार दुबे

प्रमुख खबरें

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा फिर बने पिता, पत्नी रितिका सजदेह ने बेटे को दिया जन्म

मंगलुरु में ‘‘पार्ट टाइम’’ नौकरी’’ दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी मामले में पांच गिरफ्तार

केंद्र जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा तुरंत बहाल करे, ताकि कई मुद्दों का समाधान हो सके: फारूक

भारत डिजिटल दुनिया में सबसे बड़ी प्रयोगशाला बन गया है : नीति आयोग के सीईओ