By अनन्या मिश्रा | Sep 18, 2023
दक्षिणी राज्य तेलंगाना में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और रणनीति पर काम कर रहे हैं। इस दौरान चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी ने एक अनोखा फरमान जारी किया है। कांग्रेस पार्टी के विधानसभा टिकट के लिए अब जो भी आवेदन करेगा उसको आवेदन फॉर्म के साथ चंदा भी देना होगा। बता दें कि अगर कोई सामान्य वर्ग का व्यक्ति तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन करता है। तो आवेदन फॉर्म के साथ उस व्यक्ति को 50 हजार रुपए का चंदा देना होगा। अन्यथा उसका आवेदन रद्द माना जाएगा।
उम्मीदवारों को देना होगा चंदा
बता दें कि दलित और आदिवासी वर्ग के लिए चंदे की सीमा को 25 हजार रुपए रखा गया है। इस बाबत में प्रदेश कांग्रेस ने अंदरखाने सर्कुलर भी जारी कर दिया है। तेलंगाना कांग्रेस मीडिया प्रभारी किरण रेड्डी ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी ने विधानसभा उम्मीदवारों से आवेदन लिए हैं। इस दौरान सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों से 50 हजार और एससी एसटी से 25 हजार रुपए का चंदा मांगा गया है। वहीं राज्य की 119 विधानसभा सीटों के लिए करीब 1200 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
किरण रेड्डी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की स्थिति मजबूत है। लेकिन बीआरएस का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के पास ना तो कार्यकर्ता हैं और ना ही उम्मीदवार हैं। उन्होंने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 10 से 20 उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
कांग्रेस के 3 तर्क
अपने इस कदम के पीछे तेलंगाना कांग्रेस तीन अहम तर्क दे रही है। इस फैसले के पीछे का पहला तर्क जो चुनाव लड़ने के लिए गंभीरता दिखाएगा सिर्फ वही आवेदन करेगा। ऐसे में टाइमपास करने वाले लोग आवेदन करने से पहले पीछे हट जाएंगे। दूसरा तर्क यह है कि यदि कोई गरीम उम्मीदवार है, जो इतना चंदा एकत्र नहीं कर सकता है, तो भला वह चुनाव कैसे लड़ेगा और जीत कैसे सुनिश्चित कर पाएगा। तीसरा और अहम तर्क यह है कि पार्टी को बीजेपी के मुकाबले कम चंदा मिल रहा है। इसलिए अगर पार्टी ईमानदारी से टिकट लेने वालों से चंदा ले रही है, तो इसमें समस्या क्या है। ऐसे में पार्टी तेलंगाना में टिकट आवेदकों से चंदा लेकर अपना खजाना तो भर लेगी। लेकिन असल काम तो जनता का मत हासिल करना है। जिससे की कांग्रेस सत्ता में आ सके।