मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नकवी से प्रतिवर्ष मध्य प्रदेश के किसी एक शहर में हुनर हाट आयोजित करने का निवेदन भी किया। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प की भारत में समृद्ध परंपरा रही है। जब पश्चिम के देश कपड़ा निर्माण में आरंभिक अवस्था में थे, तब हमारे कारीगरों ने ढाका की मलमल बना कर अपने हुनर को स्थापित कर दिया था। कारीगरों ने कोरोना काल में भी समाज की बहुत मदद की है। मास्क और पीपीई किट की आपूर्ति में इनका योगदान महत्वपूर्ण रहा। मुख्यमंत्री चौहान ने मध्यप्रदेश को 358 करोड़ रुपये जारी करने और 1 लाख 61 हजार 710 अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को विभिन्न छात्रवृत्तियां प्रदान करने के लिए केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नकवी का आभार व्यक्त किया। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग तथा सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने भी तंदूरी चाय का जायका लिया। हुनर हाट आगमन पर नृत्य संगीत के साथ मुख्यमंत्री चौहान का स्वागत किया गया। उन्होंने विभिन्न स्टालों पर जाकर कारीगरों से बातचीत भी की।केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने संबोधन में हुनर हाट की जानकारी देते हुए बताया कि कारीगरों के उत्पाद के साथ-साथ खान-पान के भी विविध स्टॉल यहाँ मौजूद हैं। इसमें तंदूरी चाय की उन्होंने विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि तंदूरी रोटी का तो सुना है पर तंदूरी चाय के बारे में पहली बार सुन रहा हूं।