By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 31, 2022
संयुक्त राष्ट्र, 31 अगस्त (एपी)। संयुक्त राष्ट्र (संरा) ने आगाह किया है कि बढ़ती गरीबी से जूझ रहे अफगानिस्तान के 60 लाख लोगों पर अकाल से प्रभावित होने का खतरा मंडरा रहा है। संरा के मानवीय सहायता प्रमुख ने सोमवार को दानदाताओं से अनुरोध किया कि वे आर्थिक विकास के लिए वित्त मुहैया करना फिर से शुरू करें और ठंड के मौसम में अफगानिस्तान की मदद के लिए तुरंत 77 करोड़ अमेरिकी डॉलर मुहैया करें। मार्टिन ग्रिफिथ्स ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि मानवीय, आर्थिक, जलवायु, भुखमरी और वित्तीय संकट जैसे कई संकटों का अफगानिस्तान सामना कर रहा है।
संघर्ष, गरीबी, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और खाद्य असुरक्षा लंबे समय से अफगानिस्तान की एक दुखद वास्तविकता रही है। मार्टिन ने कहा कि जो चीज अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को ‘इतना गंभीर’ बनाती है, वह है एक साल पहले तालिबान द्वारा काबुल की सत्ता पर कब्जा किये जाने के बाद से बड़े पैमाने पर विकास सहायता को रोक दिया जाना। मार्टिन ने कहा कि आधी से अधिक अफगान आबादी (लगभग 2.4 करोड़ लोगों को) राहत सहायता की आवश्यकता है और करीब 1.9 करोड़ लोग खाद्य असुरक्षा की गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं।
मार्टिन ने कहा, ‘‘हमें चिंता है कि हालात जल्द ही बदतर हो जाएंगे, क्योंकि सर्दियों का मौसम पहले से ही काफी उच्च स्तर पर पहुंच चुकी ईंधन और खाद्य सामग्री की कीमतों को आसमान पर पहुंचा देगा। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों और उनके गैर सरकारी संगठन साझेदारों ने पिछले एक साल में लगभग 2.3 करोड़ लोगों तक पहुंचने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाया। उन्होंने कहा कि सर्दियों के मौसम की तैयारी के लिए 61.4 करोड़ डॉलर की तत्काल आवश्यकता है, जिसमें आवास की मरम्मत-उन्नयन और गर्म कपड़े और कंबल प्रदान करने का खर्च शामिल है।
मार्टिन ने कहा कि ठंड के कारण कुछ क्षेत्रों से संपर्क कट जाने से पहले, वहां तक भोजन और अन्य आपूर्ति के लिए अतिरिक्त 15.4 करोड़ डॉलर की जरूरत है। उन्होंने कहा कि तालिबान के पास अपने देश के भविष्य के लिए निवेश करने के लिए कोई बजट नहीं है, इसलिए यह स्पष्ट है कि कुछ विकास सहायता शुरू करने की आवश्यकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 70 प्रतिशत से अधिक अफगानों के लिए मार्टिन ने चेतावनी दी कि यदि कृषि और पशुधन की रक्षा नहीं की गई, तो लाखों लोगों का जीवन और आजीविका खतरे में पड़ जाएगी।
उन्होंने कहा कि इससे देश की खाद्य उत्पादन क्षमता खतरे में पड़ जाएगी। रूस ने अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी की पहली वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई तथा उसके राजदूत वासिली नेबेंजिया ने अमेरिका और उसके नाटो सहयोगियों के (अफगानस्तान में) ‘20 वर्षीय अभियान’ के लिए तीखी आलोचना की।