By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 20, 2022
बर्लिन। संयुक्त राष्ट्र के ‘विश्व खाद्य कार्यक्रम’ के प्रमुख ने दुनिया भर में जारी मानवीय संकट की स्थिति में खाड़ी देशों पर फिर से मानवीय सहायता बढ़ाने के लिए दबाव बनाया। ‘विश्व खाद्य कार्यक्रम’के कार्यकारी निदेशक डेविड बीस्ली ने बृहस्पतिवार को एजेंसी के दूसरे बड़े दानदाता देश जर्मनी के विकास मंत्री स्वेन्जा शुल्ज से मुलाकात के दौरान उक्त बात कही। शुल्ज ने भी जोर दिया कि रूस-यूक्रेन युद्ध और बढ़ती कीमतों के कारण पैदा हुए वैश्विक खाद्य संकट के मद्देनजर ‘‘और देशों को धन दान करने की जरूरत है।’’
बीस्ली ने बर्लिन में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अमेरिका, जर्मनी और कुछ अन्य राष्ट्र आगे बढ़कर सहायता कर रहे हैं, लेकिन कुछ और भी देश हैं जिन्हें आगे आना चाहिए... उदाहरण के लिए खाड़ी देश।’’ उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से सिर्फ ईंधन की कीमत नहीं बढ़ रही है, बल्कि उर्वरकों और खाद्यान्न उत्पादन की लागत भी बढ़ रही है, इसलिए ‘‘मेरे विचार में उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे अभूतपूर्व तरीके से (मदद के लिए) आगे आएं।’’
बीस्ली ने कहा, ‘‘अपना एक सप्ताह का शुद्ध मुनाफाहमें दे दें... क्या हम आपसे बहुत ज्यादा मांग रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नहीं तो, कम से कम अपने ही क्षेत्र में यमन, लेबनान, सीरिया, जॉर्डन और सोमालिया में मानवीय संकट में मदद करें।