शाम के साढ़े पांच बजे बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत की धरती पर लैंड कर जाती हैं। बांग्लादेश में हफ्तों से चल रहे प्रदर्शनों और राजनीतिक संकट के बीच उन्होंने इस्तीफा दे दिया। मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि बाद में उनके लंदन जाने की उम्मीद है, जहां वह राजनीतिक शरण मांग सकती हैं। हालांकि अब इसको लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। ब्रिटेन के गृह कार्यालय ने बताया कि ब्रिटिश आव्रजन नियम व्यक्तियों को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए उस देश की यात्रा करने की अनुमति नहीं देते हैं।
लगातार अटकलों के बीच कि बांग्लादेश की अपदस्थ नेता शेख हसीना दिल्ली में हैं। दावा किया जा रहा था कि वो लंदन के लिए उड़ान भरेंगी। पिछले महीने लेबर पार्टी की शानदार जीत के बाद अब सर कीर स्टार्मर के नेतृत्व वाली ब्रिटेन सरकार ने भी कहा है कि शरण चाहने वाले व्यक्तियों को पहले सुरक्षित देश में पहुंचना होगा जहां वे पहुंचेंगे। यूके के पास उन लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का गौरवपूर्ण रिकॉर्ड है, जिन्हें इसकी आवश्यकता है।
हालांकि, किसी को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए यूके की यात्रा करने की अनुमति देने का कोई प्रावधान नहीं है। ब्रिटेन के गृह कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि जिन लोगों को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की ज़रूरत है, उन्हें पहले सुरक्षित देश में शरण का दावा करना चाहिए। सूत्रों से संकेत मिलता है कि औपचारिक शरण अनुरोध पर कार्रवाई की जा रही है।