By अंकित सिंह | Mar 27, 2025
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महायुति सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने भाजपा के 'सौगात-ए-मोदी' कार्यक्रम की भी आलोचना की और इसे हिंदुत्व के प्रति उनके पाखंड का उदाहरण बताया। उद्धव ठाकरे ने भाजपा के 'सौगात-ए-मोदी' कार्यक्रम का मज़ाक उड़ाते हुए इसे महज नौटंकी करार दिया। उन्होंने कहा कि जब मुसलमानों ने हमें बड़ी संख्या में वोट दिया, तो भाजपा की आंखें सदमे से सफेद हो गईं। अगर मुसलमान वोट देते हैं, तो वे इसे 'सत्ता जिहाद' कहते हैं।
ठाकरे ने कहा, "लेकिन अब ईद के लिए उन्होंने 'सौगात-ए-मोदी' अभियान शुरू किया है, जहां 32 लाख भाजपा कार्यकर्ता 32 लाख मुसलमानों के घर जाएंगे। यह 'सौगात-ए-मोदी' नहीं है, यह सरासर बेशर्मी है। यह 'सौगात-ए-सत्ता' (सत्ता के लिए उपहार) है। ये लोग नकली हिंदुत्व समर्थक हैं।" उन्होंने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, "जब उन्हें सुविधा होती है तो वे मुसलमानों को बलि का बकरा बनाते हैं, लेकिन चुनाव के दौरान वे मिठाई बांटते हैं। देखिए कि कैसे ये दलबदलू अब अचानक टोपी पहन लेते हैं। मुझ पर हिंदुत्व छोड़ने का आरोप लगाने से पहले, पहले अपने झंडे से हरा रंग हटा लें। अब हिंदू महिलाओं के मंगलसूत्र की रक्षा कौन करेगा? क्या कोई सच्ची हिंदुत्व पार्टी बची भी है?"
उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, "क्या 'सौगात-ए-सत्ता' सिर्फ बिहार और यूपी चुनाव के लिए है या यह उसके बाद भी जारी रहेगा? भाजपा को खुलेआम घोषणा करनी चाहिए कि उन्होंने हिंदुत्व को त्याग दिया है।" ठाकरे की टिप्पणी ने चल रही राजनीतिक लड़ाई को और तेज कर दिया है, तथा चुनावों के दौरान हिंदुत्व पर भाजपा के रुख और उसकी प्रचार रणनीतियों पर बहस को और तेज कर दिया है।