By अभिनय आकाश | Jul 01, 2022
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार बन गई है और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी स्पीकर के रूप में शपथ ले ली है। लेकिन उद्धव ठाकरे की शिवसेना बागी विधायकों को लेकर अभी भी आर-पार के मूड में लग रही है। इसके लिए उन्होंने फिर से देश की सर्वोच्च अदालत का सहारा लिया है। शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े ने फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और उन 16 बागी विधायकों को निलंबित करने की मांग की है जिनके खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही शुरू की गई थी। शिवसेना के व्हीप प्रमुख सुनील प्रभु ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उन 15 अन्य विधायकों के सदन से निलंबन की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, जिनके खिलाफ अयोग्यता याचिकाएं दायर की गई हैं।
शिवसेना के सचेतक सुनील प्रभु ने शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर कर मांग की है कि बागी विधायकों को उनके खिलाफ अयोग्यता की कार्यवाही के अंतिम निर्णय तक महाराष्ट्र विधानसभा में प्रवेश करने या सदन से संबंधित किसी भी कार्यवाही में भाग लेने से रोका जाए। महाराष्ट्र भाजपा विधायक कल होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव पर चर्चा करने के लिए आज शाम बैठक करेंगे। बैठक में उम्मीदवार के नाम को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही धड़े द्वारा महाराष्ट्र में सत्ता से बाहर किए जाने के एक दिन बाद, शिवसेना ने कहा कि वह शिंदे को पार्टी से अलग होने के लिए मुख्यमंत्री का पद देने पर सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी।