By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 09, 2020
कराची। यार्कशर क्रिकेट काउंटी पर दक्षिण एशियाई खिलाड़ियों के खिलाफ संस्थागत नस्लवाद के दावे करने वाले इंग्लैंड के पूर्व अंडर 19 कप्तान अजीम रफीक ने कहा कि उन्हें काउंटी की जांच पर कोई भरोसा नहीं है। रफीक ने दावा किया है कि उन्हें यार्कशर काउंटी में नस्लवादी टिप्पणियों का शिकार होना पड़ा। इसके बाद क्लब के चेयरमैन रोजर हुटोन ने आरोपों की जांच के लिये समिति का गठन किया। रफीक ने क्रिकेटबाज यूट्यूब चैनल से कहा ,‘‘ जांच की घोषणा की गई है लेकिन हमें इस पर भरोसा नहीं है।
हमने बयान पढ़े हैं लेकिन हमें भरोसा नहीं क्योंकि जांच की अगुवाई करने वाला इंसान उनके (यार्कशर क्रिकेट क्लब चेयरमैन) लिये काम करता था।’’ उन्होंने हालांकि कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग देंगे। मूलत: कराची से ताल्लुक रखने वाले रफीक इंग्लैंड की अंडर 19 टीम के कप्तान रहे। उन्होंने दावा किया था कि यार्कशर के साथ खेलते समय उन्हें इतना बेगानापन लगता था कि उन्होंने खुदकुशी का मन बना लिया था और इंसानियत पर से उनका ऐतबार उठ गया था। उन्होंने कहा कि 2016 से 2018 के बीच उन्होंने बार बार नस्लवादी बर्ताव की शिकायत की लेकिन क्लब ने उनकी एक नहीं सुनी।