By रेनू तिवारी | Jun 02, 2021
उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से दर्दनाक खबरें आ रही हैं। 2 जून की रात भी एक परिवार सुकुन से सोने के लिए गया लेकिन एक हादसे ने परिवार को उजाड़ कर रख दिया। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सिलेंडर फटने से दो मंजिला इमारत की छत गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई और 14 घायल हो गए। ये हादसा गोंडा वजीरगंज क्षेत्र के टिकरी गांव में बीती रात को हुआ।
मौके पर पहुंचे बचाव कार्य करने वालों ने अब तक आठ शवों को मलबे से निकाल लिया है। 14 लोग काफी गंभीर रुप से घायल है। सिलेंडर ब्लास्ट इतना जोरदार था कि उसकी आवाज से पूरी घर हिल गया और घर की छत गिर गयी। घायलों को नवाबगंज के जन स्वास्थ्य केंद्र ले गए।
गोंडा के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कहा, "घर की छत गिरने से 14 लोग फंस गए थे। तीन बच्चों और दो महिलाओं सहित 8 लोगों की मौत हो गई।" योगी सरकार ने भी सिलेडंर ब्लास्ट के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने बुधवार को बताया कि थाना क्षेत्र के टिकरी ग्राम पंचायत के ठठेर पुरवा निवासी नूरुल हसन के घर में मंगलवार देर रात रसोई गैस सिलेंडर फट गया जिससे दो मंजिला मकान धराशायी हो गया। मकान के मलबे में दबकर आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया है। शाही ने बताया कि मृतकों में निसार अहमद (35), रुबाना बानो (32), शमशाद (28), मेराज (11), सायरुन्निशां (35), नूरी सबा (12), मो. शोएब (दो) तथा एक अन्य व्यक्ति शामिल है। घायलों में इरशाद (40), गुलनाज बानो (22), रेहान अहमद (11), नूरुल हसन (60), जैद (आठ), अलीशा (32) व मीजान (12) शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि सूचना मिलने के बाद कई थानों की पुलिस रात में ही मौके पर पहुंच गई और राहत व बचाव कार्यों में जुट गई। देवीपाटन क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राकेश सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा मशीनों से मलबे को हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम को लगाया गया है। इस बीच, राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस घटना पर लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने और घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। योगी ने जिलाधिकारी को दुर्घटना के कारणों की जांच कराकर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं।