By प्रिया मिश्रा | Jul 19, 2022
आपने अक्सर सुना होगा कि शादी से पहले लोग लड़के और लड़की की कुंडली मिलवाते हैं। अगर कुंडली में कोई दोष निकल आए तो पंडित जी उसे दूर करने के उपाय बताते हैं। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से अंधविश्वास का एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां के बभनी इलाके में अंधविश्वास के चलते दो लड़कियों ने आपस में ही शादी रचा ली। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह मामला सोनभद्र जिले के बभनी क्षेत्र के आदिवासी समाज का है। यहां के एक गांव में किसी ओझा ने युवतियों को को कुंडली में दोष बताते हुए कहा था कि अगर शादी होती है तो पति की जल्दी मृत्यु हो जाएगी। इस समस्या के समाधान के रूप में दोनों की आपस में शादी कराई गई। इस दौरान धूमधाम से बरात भी निकाली गई। भात-भोज भी कराया गया और मंडप भी सजा। परंपरागत ढंग से फेरे और अन्य रस्मे भी हुईं। फिर शादी के बाद दोनों युवतियों को गांव के डीह बाबा के पूजा स्थल पर ले जाया गया। दोनों ने डीह बाबा की विधिवत पूजा भी की।
जब गांव वालों को इसकी जानकारी हुई तो पंचायत बुलाई गई और पंचों ने इस शादी को अपराध करार देते हुए दोनों परिवार पर पूरे गांव को बकरा भात खिलाने की सजा सुनाई। परिजनों को हिदायत दी गई है कि ऐसा न करने पर उन्हें बिरादरी से अलग कर दिया जाएगा। हालांकि, दोनों परिवारों का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटियों की सुखी जीवन के लिए कदम उठाया और दंड देने से इनकार कर दिया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है।